आल इंडिया समता सैनिक दल का राष्ट्रीय अधिवेशन संपन्न
जालंधर (समाज वीकली): आल इंडिया समता सैनिक दल एक गैर-राजनीतिक, सांस्कृतिक संगठन है जिसकी स्थापना 13 मार्च, 1927 को बाबासाहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर द्वारा की गई थी। 6 दिसंबर, 1956 को बाबा साहब के निधन के बाद समता सैनिक दल की गतिविधियाँ लगभग बंद हो गईं। प्रसिद्ध अंबेडकरवादी एवं भीम पत्रिका के संपादक श्री एलआर बाली ने, श्री भगवान दास, डाॅ. सुरिंदर अज्ञात , धरम दास चंदनखेड़े, हरीश चाह्न्दे और नागपुर (महाराष्ट्र) के अन्य अंबेडकरवादी सहयोगियों के साथ मिल कर समता सैनिक दल को पुनर्जीवित किया और इसे पंजीकृत कराया। इसका हर दो साल में एक राष्ट्रीय अधिवेशन होता है और एक नई संस्था लोकतांत्रिक तरीके से चुनी जाती है।
इस बार आल इंडिया समता सैनिक दल का 19वां राष्ट्रीय अधिवेशन चिचोली (फेतरी), जिला नागपुर (महाराष्ट्र) में आयोजित किया गया। मंचीय संबोधन के साथ-साथ विभिन्न सांस्कृतिक विधाओं की मनमोहक प्रस्तुतियों, बेहतरीन अभिनय के साथ नाटक का मंचन किया गया। बुद्ध-अम्बेडकर मिशन पर आधारित कविताओं के पाठ के साथ, समता सैनिक दल (एआईएसएसडी) ने 24-25 दिसंबर 2023 को अपने दो दिवसीय 19वें राष्ट्रीय अधिवेशन का समापन गीत गाकर किया और दल ध्वज अवतरण किया गया। समापन सत्र में सामाजिक एवं राष्ट्रहित के कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये, प्रस्ताव पारित किये गये तथा वर्ष 2023-2025 की नई केन्द्रीय कार्यकारिणी की घोषणा की गई। इस अधिवेशन में वरिष्ठ कार्यकारी समिति सदस्य श्री हरभजन निमता के नेतृत्व में पंजाब से 5 सदस्यों के एक प्रतिनिधिमंडल ने भाग लिया। इस प्रकार महाराष्ट्र राज्य के साथ-साथ देश के विभिन्न राज्यों जैसे पंजाब, राजस्थान, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, उड़ीसा से लगभग 400 समता सैनिक सदस्यों ने भाग लिया और सभी ने सम्मेलन को सफल बनाने में सहयोग किया। यह जानकारी आल इंडिया समता सैनिक दल (रजि.) पंजाब इकाई के महासचिव बलदेव राज भारद्वाज ने एक प्रेस बयान के माध्यम से दी.
बलदेव राज भारद्वाज
महासचिव
आल इंडिया समता सैनिक दल (रजि.), पंजाब इकाई