दिल्ली (समाज वीकली)- दिल्ली की विभिन्न बस्तियों में क्रांतिज्योति सावित्री बाई फूले जयंती- सीवर वर्कर, नट समुदाय, महिला कामगार और मेहनतकश मजदूर आदि समाज के हाशिये पर अवस्थित समुदाय के साथ सामाजिक जाग्रति के कार्यक्रम आयोजित किए गए!
आज 3 जनवरी 2021 को क्रांतिज्योति सावित्री बाई फूले का 190 वीं जयंती है | भारत की राष्ट्र माता एवं प्रथम महिला शिक्षिका का जन्म महाराष्ट्र के पुणे में 3 जनवरी 1831 को हुआ था | इन्होंने स्त्री शिक्षा एवं उनके अधिकारों के लिए अपना जीवन समर्पित किया | भारत की पहली महिला सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में सावित्री बाई आजीवन स्त्री हितों की पैरोकार रही |तत्कालीन समाज में इन्होंने विधवाओं की सामाजिक स्थिति सुधारने का भी महती कार्य किया | उन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन सामाजिक कुरीतियों को दूर करने में व्यतीत किया |
इस अवसर पर दलित आदिवासी शक्ति अधिकार मंच (दशम) ने दिल्ली की विभिन्न बस्तियों जैसी सीवर वर्कर ,नट समुदाय , महिला कामगार और मेहनतकश मजदूर आदि समाज के हाशिये पर अवस्थित समुदाय को इनके कार्यों एवं विराट व्यक्तित्व से अवगत कराया |
जैसा कि आपको ज्ञात होगा कि दो वर्ष पूर्व हमारे साथी सीवर वर्कर शेर सिंह, सीवर की सफाई करते वक्त जहरीली गैस की चपेट में आ गए थे |इस दुर्घटना में शेर सिह तो बड़ी मस्सक्त के बाद बच गए थे लेकिन उनके दो साथी बच नहीं पाये थे | आज उनके साथ उनकी बस्ती मुड़का सुखदेव विहार में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए |
इसी तरह कल्याणपुरी जहा नट समुदाय की बड़ी आबादी है वहाँ भी सावित्री बाई फुले से संबन्धित कार्यक्रम आयोजित हुये | वरार स्क्वायर (दिल्ली केंट ) जहा पर सीवर वर्कर, घरेलू कामगार मेहनतकश मजदूरों के साथ यहाँ भी इसी तरह के सामाजिक जाग्रति के कार्यक्रम आयोजित किए गए |