सुरिंदर कुमारी कोछड़ की आत्मकथा ‘बसंत रुत आएगी’ का विमोचन हुआ

फोटो कैप्शन: सुरिंदर कुमारी कोछड़ की आत्मकथा 'बसंत रुत आएगी' के विमोचन का एक दृश्य।

डॉ. अंबेडकर लाइब्रेरी को पुस्तकें कीं भेंट

जालन्धर (समाज वीकली): देश भगत यादगार कमेटी की वरिष्ठ ट्रस्टी सुरिंदर कुमारी कोछड़ की ओर से अपनी जन्म सालगिरह पर जारी उनके संघर्षपूर्ण जीवन और मेहनतकश किसानों के लिए किए गए संघर्ष को एक आत्म-वक्तव्य के रूप में व्यक्त करते हुए, साम्राज्यवादी और फासीवादी शक्तियों से पूर्ण स्वतंत्रता की लालसा और आशावादी दृष्टिकोण का प्रतीक एक पुस्तक ‘बसंत रुत आएगी’ की प्रतियाँ डॉ. अंबेडकर लाइब्रेरी, डॉ. अंबेडकर भवन को भेंट की गयीं। इस अवसर पर, देश भगत यादगार हॉल में आयोजित एक यादगारी बैठक में, सहायक सचिव और विद्वान लेखक चरंजी लाल कंगनीवाल की उपस्थिति में, सुरिंदर कुमारी कोछड़ ने अंबेडकर भवन के ट्रस्टी डॉ. जी.सी. कौल, बलदेव राज भारद्वाज, चरण दास संधू और आल इंडिया समता सैनिक दल (रजि.), पंजाब इकाई के कार्यकारी सदस्य डाॅ. मोहिंदर संधू को अंबेडकर भवन की लाइब्रेरी के लिए किताबें भेंट करते हुए कहा कि महान विचारक बाबा साहब डाॅ. अंबेडकर और देशभक्त ग़दरी बाबे भारतीय समाज में स्थापित वर्ण व्यवस्था के तहत प्रचलित जाति व्यवस्था को समाप्त कर समानता, स्वतंत्रता, सामुदायिक एकता और सामाजिक न्याय पर आधारित समाज की स्थापना करना चाहते थे। हमारा संघर्ष एक बेगमपुरा यानी दुःख-मुक्त समाज की स्थापना के लिए जारी रहना चाहिए जिसमें वास्तविक श्रम की महानता को स्वीकार किया जाए। मजदूरों-किसानों और मेहनतकश लोगों की सभी जरूरी जरूरतें पूरी की जाएं। डॉ. जी.सी. कौल ने अंबेडकर भवन ट्रस्ट की ओर से धन्यवाद देते हुए कहा कि देश भगत यादगार कमेटी की वरिष्ठ ट्रस्टी सुरिंदर कुमारी कोछड़ के तपस्वी और संघर्षपूर्ण जीवन को एक ‘रोल-मॉडल’ बताया और कहा कि युवाओं को बहन जी द्वारा लिखित आत्मकथा ‘बसंत रुत आएगी’ से प्रेरणा लेनी चाहिए और पूंजीवादी एवं सामंती समाज की बुराइयों, कुरीतिओं और फासीवादी कूटनीतिक चालों से अवगत होकर एक सुदृढ़ भारतीय समाज के निर्माण में अपना विशेष और महत्वपूर्ण योगदान देना चाहिए। इस यादगारी बैठक में देश भगत यादगार कमेटी और अंबेडकर भवन ट्रस्ट (रजि) के वरिष्ठ ट्रस्टी सुरिंदर कुमारी कोछड़, चरंजी लाल कंगनीवाल, डॉ. जी.सी. कौल, बलदेव राज भारद्वाज, चरण दास संधू सहित डॉ. मोहिंदर संधू, पत्रकार एवं श्रमिक नेता महेंद्र फुगलाना, सुमन शामपुरी आदि शामिल थे। यह जानकारी अंबेडकर भवन ट्रस्ट (रजि.) जालंधर के वित्त सचिव बलदेव राज भारद्वाज ने एक प्रेस बयान के माध्यम से दी।

बलदेव राज भारद्वाज
वित्त सचिव
अंबेडकर भवन ट्रस्ट (रजि.), जालंधर।

 

 

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