सावित्री बाई फुले की 191वीं जयंती  पर चेतना मार्च का आयोजन

कपूरथला , 5 जनवरी (कौड़ा)– ओ बी सी रेलवे एम्प्लाइज एसोसिएशन एवं अखिल भारतीय अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति रेलवे कर्मचारी संगठन, रेल डिब्बा कारखाना, कपूरथला द्वारा संयुक्त रूप से महान समाज सुधारिका, समता और मानवता के प्रबल पक्षधर, महिला शिक्षा की जननी एवं प्रथम महिला शिक्षिका राष्ट्रमाता सावित्री बाई फुले जी की 191वीं जयंती के शुभ अवसर पर चेतना मार्च का आयोजन किया गया । यह चेतना मार्च डॉक्टर बी आर आंबेडकर चौक से कॉलोनी होते हुए शॉपिंग काम्प्लेक्स चौक तक किया गया ।
चेतना मार्च के प्रारम्भ में श्री अशोक कुमार, महासचिव (ओ बी सी) ने दोनों संगठन के साथ-साथ  नारी शक्ति संगठन, डॉक्टर बी आर आंबेडकर सोसाइटी   व अन्य संगठन के आये हुए पदाधिकारियों और सदस्यों का आज के इस पवन अवसर पर  स्वागत करते हुए सभी को माता सावित्री फूले के जन्म दिवस की बधाई दी ।
इसके बाद, श्रीमती संगीता ने  इस महानायिका के जीवन परिचय पर प्रकाश डालते हुए बताई कि  सावित्री बाई फुले ने अपने पति की मदद से पुणे में लड़कियों का स्कूल खोला और वह भारत की पहली महिला शिक्षिका बनीं । सावित्रीबाई और ज्योतिबा फुले ने अपने पूरे जीवन में लड़कियों के लिए 18 स्कूल खोले। जब सावित्रीबाई कन्याओं को पढ़ाने के लिए जाती थीं तो रास्ते में लोग उन पर गंदगी, कीचड़, गोबर, विष्ठा तक फेंका करते थे क्योंकि उन दिनों लड़कियों या महिलाओं का पढ़ना सामाजिक मान्यताओं के विरुद्ध माना जाता था ।
श्री रंजीत सिंह जी, श्री किशन लाल जस्सल जी और श्री दर्शन लाल जी ने भी अपने विचार रखते हुए महिलाओं को इस अवसर पर बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेने पर उन्हें बधाई दी।  इसके बाद चेतना मार्च शुरू किये गए माता सावत्री फूले और नारी चेतना के नारों लगते हुए लोग महिलाओं  और बच्चों के साथ कॉलोनी के बीच से पैदल चलते हुए शॉपिंग काम्प्लेक्स के पास पहुंचे। यहाँ  चौक पर सभी लोगो द्वारा माता सावित्री बाई को पुष्पांजलि दी गई और चौक के चारो तरफ मोमबत्ती जलाकर रौशन किया। इसके बाद  श्रीमति विभा, श्रीमती काव्या , श्री आर के पाल और  श्री पूरन सिंह  जी ने माता सावित्री जी के जीवन के समाज सुधार हेतु किये गए कार्यो और उनके संघर्ष पर विचार रखने के साथ साथ उनके द्वारा बताये गए मार्ग पर चलने के लिए हमें विभिन्न तरह के कार्यक्रम तय करने होंगे ताकि उनके विचारों को अमली जामा पहनाया जा सके ।
श्री उमाशंकर सिंह, अध्यक्ष (ओ बी सी )  ने अपने विचार रखते हुए भविष्य की आने वाली चुनौतियों के लिए संगठन को मजबूत बनाने के लिए अपनी कार्ययोजना बताई ताकि इस वंचित समाज को मुख्यधारा में लाकर एक सुदृढ़ भारत के निर्माण कर फुले अम्बेडकरी समतावादी स्थापित कर बहुजन समाज के नायकों के त्याग और बलिदान को सार्थक बनाया जा सके । इस अवसर पर श्री जीत सिंह, अध्यक्ष (एस सी / एस टी) अपने विचार रखते हुए समान विचारधारा वाली संगठनो को मिल कर काम करने के साथ साथ समाज के अन्य महापुरुषों के जन्मदिन एवं परिनिर्वाण दिवस भी एक होकर मनाने का प्रण लिया ताकि  ओ बी सी/एस सी/एस टी समाज को इकठ्ठा किसी भी चुनौती के लिए लामबद्ध किया जा सके।
 इस अवसर पर श्री धरम पाल पैंथर, महासचिव डॉक्टर बी आर आंबेडकर सोसाइटी और श्री ब्रह्मपाल सिंह, पंजाब प्रदेश अध्यक्ष, बामसेफ, विशेष तौर पर मौजूद रहे ।
श्री अरविन्द प्रसाद, भूपिंदर, अतुल यादव, अरविन्द साह, योगेन्द्रपाल, अजित कुमार, संजीव कुमार, प्रदीप कुमार, राजेंद्र कुमार, मनोज राय, ज्योतिष राय, होशियार सिंह, और कार्यकारिणी के समस्त लोगों ने अपनी विशेष भूमिका निभाई । इसके अलावा एस सी / एस टी एसोसिएशन के वरिष्ठ पदाधिकारी व् बहुत संख्या में सदस्य इस कार्यक्रम के शोभा बढ़ाने के लिए शामिल हुए।
ओ बी सी रेलवे एम्प्लाइज एसोसिएशन एवं अखिल भारतीय अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति रेलवे कर्मचारी संगठन ने इस मौके पर आर सी एफ प्रशासनसे शॉपिंग काम्प्लेक्स के पास के चौक का नाम माता सावित्री बाई फूले रखने की पुरजोर मांग की है।

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