महात्मा गांधी की शहादत दिवस पर ‘गांधी के सपनों का गांव बनाम विकास’ विषय हुआ सम्मेलन

महात्मा गांधी होते तो खिरिया बाग में सत्याग्रह कर रहे होते

(समाज वीकली)- खिरिया बाग, आज़मगढ़ 30 जनवरी 2023. खिरिया बाग किसान-मजदूर संघर्ष के 110 वें दिन राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की शहादत दिवस पर ‘गांधी के सपनों का गांव बनाम विकास’ विषय पर सम्मेलन का आयोजन हुआ. महात्मा गांधी के रास्ते पर गांवों की ग्रामसभाओं ने तय किया है कि हम जमीन नहीं देंगे और गांधी के गांवों ने तय कर लिया है तो कोई हमारी जमीन नहीं छीन सकता. इस अवसर पर बच्चों ने महात्मा गांधी के जीवन पर कविताएं और विचार व्यक्त किए.

वक्ताओं ने कहा कि दुनिया को सत्य-अहिंसा का रास्ता दिखाने वाले महात्मा गांधी ने ग्राम स्वराज की बात कही थी आज गांधी के देश में गांवों को उजाड़ने का सरकार फरमान जारी कर रही है. पूजीपतियों के मुनाफे का सरकारी विकास का मॉडल हिंसक मॉडल है जो गांधी के सपनों के गांव की हत्या करना चाहता है. एयरपोर्ट के नाम पर खेत-खलिहान को खत्म करना हिंसा है. अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के खिलाफ चल रहे आंदोलन में 22 से अधिक किसानों की जान जमीन जाने के सदमें से जा चुकी है.

खिरिया बाग की माताएं-बहनें 110 दिनों से गांधी के सपनों के गांव को बचाने की लड़ाई लड़ रही हैं. गांधी जिस किसान-मजदूर के लिए गुलाम भारत में लड़े थे उसी किसान-मजदूर को आज़ाद भारत में भी लड़ना पड़ रहा. आज महात्मा गांधी होते तो खिरिया बाग में सत्याग्रह कर रहे होते. जो लड़ाई चंपारण, खेड़ा, वर्धा के किसानों की गांधी जी ने लड़ी थी उसी लड़ाई को किसान आंदोलन ने 13 महीने दिल्ली बार्डर पर और खिरिया बाग में 110 दिन से किसान-मजदूर लड़ रहे हैं. गांधी के करो या मरो के रास्ते पर पूरे मुल्क का शोषित लड़ रहा है.

गांधी जी के दिखाए सत्याग्रह और अहिंसा के रास्ते पर चलकर खिरिया बाग का गरीब किसान-मजदूर न सिर्फ अपनी जमीन बचाएगा बल्कि यह तय करेगा कि गांधी के देश में धरती माता का सौदा नहीं करने देगा. फिरंगियों को जब हमने अपनी जमीन से मार भगा दिया तो इन देशी-विदेशी मुनाफाखोर पूंजीपतियों की क्या औकात.

पूर्वांचल किसान यूनियन के महासचिव वीरेंद्र यादव ने वाराणसी के ऐतिहासिक गांव भट्टी से गांधीवादी बाबा रणजीत सिंह, मोटिकोट गांव गंगापुर से समाजवादी नेता राजनारायण सिंह की जन्मस्थली और सर्वसेवा संघ में स्थित जय प्रकाश की कुटिया से मिट्टी लेकर खिरिया बाग पहुंचे.

धरने को सुगंधा, मुस्कान यादव, रितिका यादव, नरोत्तम यादव, अंशदीप यादव, योगेंद्र यादव, राधेश्याम राव, नन्दलाल यादव, महेन्द्र यादव, नीलम, मुराली, रामनयन यादव, राजीव यादव, वीरेंद्र यादव, इमरान मंसूरी, पूर्वांचल किसान यूनियन के नेता प्रेमचंद्र, निशांत, प्रवेश निषाद ने संबोधित किया. अध्यक्षता तारा देवी और संचालन राहुल यादव ने किया.

द्वारा-
रामनयन यादव
संयोजक, जमीन मकान बचाओ संयुक्त मोर्चा
9935503059

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