रेल कोच फैक्टरी ने सितंबर माह में किया एल एच बी कोचों का सर्वाधिक उत्पाਬदन

कैपशन-आर.सी.एफ द्भारा सितंबर माह में तैयार कोचों का दृश्य
पिछले 18 सालों का रिकार्ड मासिक उत्पादन
हुसैनपुर (समाज वीकली) (कौड़ा)- वर्ष 2020-21 के  सितंबर महीने में रेल कोच फैक्टरी, कपूरथला ने एल एच बी डिब्बों के निर्माण में एक नया कीर्तिमान हासिल किया है। इस महीने में आर सी एफ ने 152 एल एच बी कोचों का निर्माण किया है जो सन 2002 में भारतीय रेल द्वारा एल एच बी कोचों के उत्पानदन की शुरूआत किए जाने से लेकर अब तक किसी भी उत्पामदन इकाई का सर्वाधिक मासिक उत्पाोदन है।  इससे पहले जुलाई महीने में आर सी एफ ने 151 एल एच बी डिब्बे बनाए थे।
इस वित्तीय वर्ष के पहले 6 महीनों में आर सी एफ ने कोरोना वायरस के कारण लोकडाउन के चलते 604 कोचों का उल्लेीखनीय निर्माण किया है जिसमें से 601 एल एच बी डिब्बे  हैं।
सितंबर महीने में आर सी एफ से जब्बलपुर –भोपाल जन शताब्धी‍ गाड़ी के लिए 19 डिब्बों का रेक तैयार कर रवाना किया गया।सितंबर में उच्च् क्षमता वाली पार्सल वैन के लिए 42 डिब्बों  का निर्माण किया गया।इस वित्तीकय वर्ष में आर सी एफ ने अभी तक 163 पार्सल वैन डिब्बेए बनाये हैं।
आर सी एफ ने लगातार अपनी उत्पादन प्रक्रिया में नि‍तीगत परिवर्तन करके कोचों की गुणवत्ताो तथा उत्पागदन क्षमता को बढ़ाया है। वर्ष 2002 में मैसर्स एलस्टॉलम, जर्मनी से एल एच बी टैक्नॉोलजी आर सी एफ ने प्राप्तक की थी। 23 जून 2003 को आर सी एफ से पहला एल एच बी युक्तॉ डिब्बों का राजधानी रेक तैयार कर रवाना किया था। तब से आर सी एफ ने अब तक  6500 से अधिक एल एच बी डिब्बों  का निर्माण किया है।
इन डिब्बों  को पहले पहले भारत की प्रीमियम गाडि़यॉं जैसे राजधानी, शताब्धी्, दुरान्तोइ,डबल डैकर में लगाया जाता रहा मगर  हम इन डिब्बोंत की उपयोगिता देखकर इन्हें   लम्बीा दूरी की  मेल एक्सदप्रैस गाडि़यॉं तथा अन्य सामान्य गाडि़यों मे भी लगाया जा रहा है। स्टेकनलेस स्टील से बने यह डिब्बे तेज गति से चलने में सक्षम हैं।
इनकी सीटिंग/ बर्थ कैपेस्टी  भी आई सी एफ टाईप डिब्बों से अधिक है। इन डिब्बों में विश्वजस्तनरीय मानकों के अनुसार कई एैसी विशेषताऍं शामिल की गई हें जो कि यात्रा को अत्यंत सुविधाजनक बनाती हैं।  इन डिब्बों  में यात्रियों की सुरक्षा के लिए सी सी टी वी कैमरे और फायर अलार्म भी लगाये गये हैं।
भारतीय रेल की नवीनीकरण के लिए सबसे पहले आर सी एफ ने एल एच बी टैक्नॉडलजी को अपनाया और इसके बाद इंटेगरल कोच फैक्टवरी,चैन्न ई और माडर्न कोच फैक्टिरी,रायबरेली ने भी इनका नियमित उत्पादन शुरू किया।
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