रेलवे के प्राईवेटेशन के ख़िलाफ़ आई आर ई एफ बड़े आंदोलन की त्यारी में-सर्वजीत सिंह

दशहरे से पहले बोनस का भुगतान किया जाए-आई.आर.ई.एफ

हुसैनपुर समाज वीकली (कौड़ा)- गूगल मीट पर इंडियन रेलवे इम्पलाईज़ फ़ैडरेशन (आई आर ई एफ) कोर ग्रुप की मीटिंग हुई, इस मीटिंग में रेल कर्मचारियों को मिलने वाले (पी एल बी) बोनस, रेलवे के निगमीकरण/निजीकरण, महंगाई भत्ते एवं रात्रि कालीन ड्यूटी भत्ते में कटौती करने समेत कई मुद्दों पर विचार विमर्श करके निर्णय लिए।

मीटिंग को सम्बोधित करते हुए इंडियन रेलवे इम्पलाईज़ फ़ैडरेशन (आई आर ई एफ) के राष्ट्रीय महा सचिव का. सर्वजीत सिंह व अध्यक्ष श्री मनोज पाँडे ने कहा कि रेल मंत्रालय सालना उत्पादकता बोनस (पी एल बी) को मंज़ूरी देने में देरी कर रहा है, सरकार महंगाई भत्ते व रात्रि कालीन ड्यूटी भत्तों में भी कटोती की है, कर्मचारी के प्रति सरकार के इस ढिलमुल रवईये वाली नीति को क़तई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने दशहरे से पहले पी एल बी बोनस का भुगतान नहीं किया तो रेल कर्मचारी परिवारों समेत बड़े आंदोलन की और बढ़ जाएँगे व इससे होने वाले नुक़सान के लिए रेल प्रशाशन एवं केंद्र सरकार ज़िम्मेदार होगी ।

मीटिंग को सम्बोधित करते हुए आई आर ई एफ के राष्ट्रीय महासचिव श्री सर्वजीत सिंह ने कहा कि इंडियन रेलवे इम्पलाईज़ फ़ैडरेशन ने रेलवे के निजीकरण/निगमीकरण करने, प्राईवेट ट्रेन चलाने, स्टेशनों व उत्पादन इकाइयों को प्राईवेट हाथों में देने के ख़िलाफ़ रेलवे में कार्यरत सभी संघर्षशील यूनियनों/एसोसिएशनों का साँझा प्लेटफ़ार्म बना लिया है व जल्द ही बड़े आंदोलन की घोषणा की जाएगी।

उन्होंने बताया कि भारतीय रेल की सातों उत्पादन इकाइयां जो भारी मुनाफ़े में हैं, उन्हें निजी हाथों में देने के सरकार के प्रयासों का मुँहतोड़ जवाब दिया जाएगा।

इस समय पर आई ईआर एफ के वरिष्ठ नेता रबिसेन, एन. एन. बेनर्जी, जुमेरदीन, नरसिंह कुमार, राजेंद्र पाल, कमल उसरी ,अमरीक सिंह व संजय तिवारी आदि उपस्थित रहे।

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