आर सी एफ अस्पताल में नियमित ऑक्सीजन आपूर्ति के लिए ऑक्सीजन प्लांट स्थापित

कैपशन-प्लांट का उद्घाटन करते श्रीमती नीता गुप्ता, अध्यक्ष आर सी एफ महिला कल्याण संगठन करते हुये व श्री रवींद्र गुप्ता, महा प्रबंधक प्लांट का सविच चलाते हुऐ

कपूरथला, (कौड़ा)- कैपशन-प्लांट का उद्घाटन करते श्रीमती नीता गुप्ता, अध्यक्ष आर सी एफ महिला कल्याण संगठन करते हुये व श्री रवींद्र गुप्ता, महा प्रबंधक प्लांट का सविच चलाते हुऐ में भर्ती मरीजों को नियमित रूप से ऑक्सीजन की सप्लाई करने के लिए एक मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट लगाया गया है। इसकी क्षमता 83 लीटर प्रति मिनट ( 5 एन एम3/एच आर ) है जो चौबीसों घंटे लगभग 20 रोगियों को मेडिकल ऑक्सीजन की सप्लाई करेगा ।

इस प्लांट का आज उद्घाटन श्रीमती नीता गुप्ता, अध्यक्ष आर सी एफ महिला कल्याण संगठन द्वारा किया गया। । इस अवसर पर श्री रवींद्र गुप्ता, महा प्रबंधक आर सी एफ, सभी वरिष्ठ अधिकारी, विभिन्न कर्मचारी संगठनों के सदस्य आदि उपस्थित थे । प्लांट की स्थापना पर तकरीबन 23 लाख रूपए का खर्च आया है ।

इस साल अप्रैल-मई के दौरान अस्पतालों में कोविड के मरीज़ों की संख्या बढ़ने से जब देश मेडिकल ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहा था तब आर सी एफ ने भारतीय रेल द्वारा उठाये गए आपातकालीन उपायों के तहत अपने ऑक्सीजन प्लांट से पंजाब के एक प्रमुख हॉस्पिटल को 1210 किलोग्राम तरल ऑक्सीजन की सप्लाई की थी । इस तरल ऑक्सीजन की आपूर्ति का हालांकि आर सी एफ के कोच उत्पादन पर कुछ प्रभाव पड़ा, लेकिन आपूर्ति कोरोना रोगियों की आपातकालीन जरूरतों से निपटने में मददगार साबित हुई ।

इस अवसर पर आर सी एफ के महा प्रबंधक श्री रवींद्र गुप्ता ने रिकॉर्ड समय में इस प्लांट को लगाने के लिए प्लांट, मेडिकल, सिविल और इलेक्ट्रिकल विभागों की सराहना की तथा इन सभी विभागों के लिए नकद पुरस्कार की घोषणा भी की ।उन्होंने कहा कि इस मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट के शेड को सिविल विभाग द्वारा आर सी एफ के स्क्रैप मटेरियल से बनाया गया है ।

यह प्लांट प्रेशर स्विंग एब्जॉर्प्श तकनीक पर आधारित है, जिससे कंप्रेस्ड हवा जिसमें 21% ऑक्सीजन और 78% नाइट्रोजन होती है एक फिल्टर के माध्यम से एयर एकमोडेटर में स्टोरेज और बाद में हाइड्रोकार्बन अणुओं को जज़ब करने के लिए प्रेशर स्विंग एब्जॉर्प्शन टॉवर से गुजरती है । यह हवा फिर दो चरणों में विभाजित हो जाती है, जिसमें एक चरण में 93-95% शुद्ध ऑक्सीजन होती है और दूसरे चरण में वायुमंडल में प्रवेश के लिए नाइट्रोजन । पैदा हुई मेडिकल ऑक्सीजन को अस्पताल में निरंतर सप्लाई के लिए एक स्टरलाइज़िंग फिल्टर के माध्यम से स्टोरेज टैंक में जमा किया जाता है। यह प्लांट मैसर्स हाई टेक इंजीनियर्ड सॉल्यूशंस, मंडी गोबिनगढ़, पंजाब द्वारा स्थापित किया गया है।

 

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