आर.सी.एफ एंप्लाइज यूनियन ने कर्मचारियों की ज्वलंत मांगों के लिए तीन दिवसीय धरना प्रदर्शन की शुरुआत

कैपशन-आर.सी.एफ एंप्लाइज यूनियन ने कर्मचारियों की ज्वलंत मांगों के लिए तीन दिवसीय धरना प्रदर्शन की शुरुआत दौरान रेलवे विभाग के विरुद्ध प्रदर्षण करते हुये

आर सी एफ प्रशासन का अड़ियल रवैया बर्दाश्त के बाहर-बाजवा

हुसैनपुर (समाज वीकली) (कौड़ा)- आर.सी.एफ एंप्लाइज यूनियन ने कर्मचारियों की ज्वलंत मांगों के लिए आज से तीन दिवसीय धरना प्रदर्शन की शुरुआत की। बाबा साहब डॉ. भीम राव अंबेडकर चौक पर धरने को संबोधित करते हुए युवा नेता भरत राज, तलविंदर सिंह, अरविंद शाह आदि ने कहा कि तकनीकी योग्यता वाले कर्मचारी पिछले 10 साल से कार्यालयों और अन्य जगहों पर काम कर रहे हैं को कार्यशाला में भेजने, ड्राइवरों को वरिष्ठता के आधार पर वर्कशॉप में भेजने और सिविल विभाग के सभी इच्छुक कर्मचारियों को उत्पादन क्षेत्र में भेजने की मांगों को लेकर आज से सांकेतिक संघर्ष की शुरुआत की गयी है और यदि प्रशासन अपने अरवल अड़ियल रवैया का त्याग नहीं करता तो यह संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं हो जाती।

प्रेस सचिव कॉमरेड अमरीक सिंह ने बड़ी संख्या में उपस्थित संघर्षरत साथियों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रशासन की नीयत और नीति में खामी है। एक ओर जहां प्रशासन उत्पादकता बढ़ाने की अपील कर रहा है वहीं दूसरी ओर तकनीकी रूप से कुशल और युवा कर्मचारियों को कार्यशालाओं में भेजने में आनाकानी कर रहा है ताकि आरसीएफ में ठेकेदारी, आउटसोर्सिंग को बढ़ावा मिल सके और नौकरशाही अपनी जेबें भर सकें। उन्होंने कहा कि प्रशासन बार-बार कर्मचारियों की नई भर्ती से इंकार कर रहा है जो पढ़े-लिखे और कुशल युवाओं के जख्मों पर नमक छिड़कने के समान है। उन्होंने सवाल किया कि जब देश में बेरोजगारी की दर इतिहास में सबसे ज्यादा है और युवाओं को रोजगार के लिए धरने प्रदर्शन के लिए मजबूर होना पड़ रहा है तो केंद्र सरकार और रेल प्रशासन के पास नई भर्ती से इनकार करने का कोई कारण नहीं है।

उन्होंने कहा कि आरसीएफ एंप्लाइज यूनियन आरसीएफ और रेलवे में युवाओं की तत्काल भर्ती की पुरजोर मांग करती है ताकि युवा आरसीएफ, रेलवे और देश के विकास में अपना योगदान दे सकें और उनके सपने साकार हो सकें. अपने संबोधन में संयुक्त सचिव श्री मनजीत सिंह बाजवा ने कहा कि आरसीएफ के महाप्रबंधक समेत पूरा प्रशासन अड़ियल रवैया अपना रहा है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और जब तक मजदूरों की मांगें पूरी नहीं हो जाती संघर्ष जारी रहेगा.
रोष प्रदर्शन में कामरेड सर्वजीत सिंह, हरविंदरपाल, प्रदीप सिंह, गुरतेज सिंह, तरलोचन सिंह, जसपाल सिंह सेखों, दलवारा सिंह, बाबा अजीब सिंह, शरणजीत सिंह, हरप्रीत सिंह, संदीप कुमार, रणबीर सिंह, अश्विनी कुमार, जगदीप जग्गू, गुरविंदर सिंह, हरदीप सिंह, सुखचैन सिंह, हरमनप्रीत सिंह, सुखबीर सिंह, विनोद कुमार, सुखदेव, विजय कुमार, रमनप्रीत, बलराम आदि विशेष रूप से शामिल थे।

विशेष नोट:- कॉमरेड अमरीक सिंह गिल, अतिरिक्त सचिव की माता श्रीमती प्रकाश कौर का आज निधन हो गया। समूची आरसीएफ एंप्लाईज यूनियन इस दुख की घड़ी में पूरे परिवार के साथ संवेदना व्यक्त करती है और परिवार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है।

 

 

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