डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर के पोते भीमराव यशवंत अम्बेडकर का अम्बेडकर भवन जालंधर में सम्मान

बाबासाहेब डॉ.अम्बेडकर के पोते भीमराव यशवंत अम्बेडकर का सम्मान करते हुए अम्बेडकर भवन ट्रस्ट के संस्थापक ट्रस्टी श्री एल.आर. बाली और अन्य।

जालंधर (समाज वीकली)- अंबेडकर भवन ट्रस्ट और अंबेडकर मिशन सोसायटी द्वारा संयुक्त रूप से अंबेडकर भवन में आयोजित एक समारोह में डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर के पौत्र भीम राव यशवंत अम्बेडकर ने पंजाबियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि पंजाब के सक्रिय अम्बेडकरवादियों ने बाबासाहेब की विचारधारा को विश्व पटल पर प्रचारित और प्रसारित करने में विशेष योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि आजादी के 75 साल बाद भी अनुसूचित जाति और पिछड़ी जाति के लोगों के साथ राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक भेदभाव किया जा रहा है। सदियों से कुचले इन वर्गों में उनके संवैधानिक अधिकारों के प्रति जागरूकता तो पैदा हुयीहै, लेकिन तथागत बुद्ध, सतगुरु रविदास, सतगुरु कबीर, सतगुरु नानक, महात्मा ज्योतिराव फुले और बाबासाहेब डॉ. अम्बेडकर द्वारा निर्धारित उच्च लक्ष्यों को प्राप्त करने और मानवीय मूल्यों के साथ एक भारतीय समाज की स्थापना के लिए सभी पीड़ितों को एक साझा मंच पर एक साथ आने की तत्काल आवश्यकता है। उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर व्यावसायिक इकाई स्थापित करने के लिए इन वर्गों के बीच सहयोग की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि इस दिशा में कुछ प्रयास किए गए हैं।। उन्होंने आशा व्यक्त की कि निकट भविष्य में सार्थक परिणाम सामने आएंगे।

श्री भीम राव यशवंत अम्बेडकर के अलावा, महाराष्ट्र के फ्लाइट कैप्टन श्री प्रवीण निखाडे ने अंबेडकर भवन ट्रस्ट, जालंधर के संस्थापक ट्रस्टी श्री एलआर बाली की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने 1958 से प्रकाशित भीम पत्रिका और अपनी दर्जनों पुस्तकों के माध्यम से अम्बेडकरवादी विचारधारा को जन-जन तक पहुँचाने का भरपूर प्रयास किया है। हम सभी, खासकर महाराष्ट्र की जनता इस काम के लिए उनके आभारी हैं। श्री बाली ने कहा कि सच्चा अंबेडकर वही है जो बाबासाहेब द्वारा जलाई गई क्रांति की मशाल को प्रज्वलित रखने के लिए पीड़ितों में जागरूकता पैदा करने के लिए अपने जीवन के हर क्षण का बलिदान देता है। उन्होंने कहा कि 92 साल की उम्र में भी वह हर तरह का सहयोग देने को तैयार हैं. इस प्रभावशाली समारोह में अम्बेडकर भवन के ट्रस्टी डॉ. जी.सी. कौल, बलदेव राज भारद्वाज, सोहन लाल सेवानिवृत्त डीपीआई (कॉलेज), चरण दास संधू, हरमेश जस्सल, अंबेडकर मिशन सोसाइटी की मैडम सुदेश कल्याण, डॉ. रविकांत पाल, डाॅ. चरणजीत सिंह, एडवोकेट कुलदीप भट्टी, डॉ. मोहिंदर संधू, निर्मल बिनजी, डी पी भगत, राम लाल दास, आरएल जस्सी (एडीजीपी / सेवानिवृत्त), कमल नैन एक्सियन, चौ. हरि राम, मथुरा दास, एच.डी. माहे, गायक दलजीत हंस, चरणजीत सिंह आईआरएस, जुगिंदर पाल आईआरएस, डॉ. अश्विनी कुमार सोंधी, डॉ.जीवन सहोता, अमृत भट्टी, मलकीत सिंह, परमजीत कुमार, गुरदयाल जस्सल, एडवोकेट राम सरूप, मास्टर जीत राम, प्रेमजीत, सेवा सिंह, बलजीत सिंह और कई अन्य ने भाग लिया। यह जानकारी अंबेडकर भवन ट्रस्ट (रजि.) के महासचिव डॉ. जी.सी. कौल ने एक प्रेस बयान में दी।

(जी. सी. कौल)
महासचिव,
अम्बेडकर भवन ट्रस्ट (रजि.), जालंधर।

बाबासाहेब डॉ. अम्बेडकर के पोते भीमराव यशवंत अम्बेडकर और संस्थापक ट्रस्टी श्री एल.आर. बाली के साथ अम्बेडकर भवन के ट्रस्टियों और अम्बेडकर मिशन सोसाइटी के सदस्यों की यादगारी तस्वीर।

भीमराव यशवंत अम्बेडकर, अम्बेडकर भवन के ट्रस्टियों और अम्बेडकर मिशन सोसाइटी के सदस्यों से बात-चीत करते।

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