केंद्र सरकार सार्वजनिक संस्थानों को खत्म करने की राह पर, भारत में लोकतंत्र खतरे में – सुशील रिंकू

जालंधर (समाज वीकली): मौजूदा केंद्र सरकार भारतीय लोकतंत्र को खत्म कर यहां तानाशाही लागू करने की कोशिश कर रही है और डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर जी द्वारा कड़ी मेहनत से बनाया गया समानता, स्वतंत्रता और बंधुत्व पर आधारित भारतीय संविधान पूर्णतः समाप्त करने की ओर चल पड़ी है। ये शब्द जालंधर से लोकसभा सदस्य श्री सुशील रिंकू ने पंजाब में भारतीय संविधान के निर्माता डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर जी की अक्टूबर 1951 की ऐतिहासिक यात्रा से जुड़े स्थान, अंबेडकर भवन की सद्भावना यात्रा के दौरान अंबेडकर भवन ट्रस्ट, अंबेडकर मिशन सोसाइटी और ऑल इंडिया समता सैनिक दल के सदस्यों को संबोधित करते हुए कहे ।

. उन्होंने कहा कि आज भारत में लोकतंत्र खतरे में है. रेलवे, हवाई अड्डे, एयरलाइंस, कोयला खदानें, सरकारी उद्योग, सड़क, पानी, बिजली, शिक्षा, स्वास्थ्य, संचार, सिंचाई, मीडिया, बैंक, बीमा आदि सभी सरकारी संस्थानों का निजीकरण किया जा रहा है। यानी सार्वजनिक क्षेत्र के पूरे संस्थान केवल कुछ लोगों को आधी कीमत पर बेचे जा रहे हैं। सुशील रिंकू ने कहा कि सरकार के इस तानाशाही व्यवहार के खिलाफ संसद में आवाज उठाने वाले सांसदों को निलंबित कर सरकार लोगों की आवाज दबा रही है। केंद्र सरकार ने सरकारी एजेंसियों के माध्यम से विपक्षी सदस्यों और स्वतंत्र पत्रकारों पर छापा मारकर देश में भय का ऐसा माहौल पैदा कर दिया है कि सत्तारूढ़ दल के सदस्य चाहकर भी इस तानाशाही के खिलाफ अपना मुंह खोलने से डरते हैं।अंबेडकर भवन के वरिष्ठ ट्रस्टी डाॅ. रामलाल जस्सी ने सुशील रिंकू और अन्य सभी का धन्यवाद करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के प्रमुख बिबेक देबरॉय द्वारा जिस ‘नए संविधान’ की मांग की गई है, वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। इस पर बहस और सेमिनार होने चाहिए. माननीय लाहौरी राम बाली जी के निर्वाण पर चरण दास संधू द्वारा लिखित और फिल्म गायक सनी सलीम द्वारा गाई गई गजल ‘कमियां दा सूरज’ का विमोचन भी सांसद सुशील रिंकू ने किया।

ट्रस्ट के महासचिव डाॅ. जीसी कौल ने सभी का स्वागत किया और मंच का बखूबी संचालन किया। इस अवसर पर मैडम सुदेश कल्याण, चरण दास संधू, हरमेश जस्सल, बलदेव राज भारद्वाज, डाॅ. महेंद्र संधू, हरभजन निमता, राम सरूप बाली, निर्मल बिनजी, विनोद कलेर, डाॅ. चरणजीत सिंह, कृष्ण कल्याण, मदन लाल, चरणजीत सिंह मट्टू, सरपंच परमजीत जस्सल, लेख राज जस्सल, मलकीत सिंह, सेवा सिंह, मास्टर अजीत राम, परमजीत महे, राजदूत रमेश चंद्र, मनोहर लाल महे, हरि सिंह थिंद, हरबंस सिंह चमियारा, अजय यादव, गुरदयाल जस्सल, राम लाल दास, देव राज आदि मौजूद थे। यह जानकारी अंबेडकर भवन ट्रस्ट (रजि.) के वित्त सचिव बलदेव राज भारद्वाज ने प्रेस नोट के माध्यम से दी।

बलदेव राज भारद्वाज
वित्त सचिव
अंबेडकर भवन ट्रस्ट (रजि.), जालंधर।

फोटो कैप्शन: सांसद सुशील रिंकू के अंबेडकर भवन, जालंधर के दौरे की कुछ झलकियाँ।

Previous articleਜਨਤਕ ਅਦਾਰੇ ਖਤਮ ਕਰਨ ਦੇ ਰਾਹ ਤੁਰੀ ਕੇਂਦਰ ਸਰਕਾਰ, ਭਾਰਤ ਵਿਚ ਲੋਕਤੰਤਰ ਖ਼ਤਰੇ ਵਿਚ – ਸੁਸ਼ੀਲ ਰਿੰਕੂ 
Next articleਤਰਕਸ਼ੀਲਾਂ, ਤਰਕਸ਼ੀਲ ਕੌਮੀ ਆਗੂ ਦਾਭੋਲਕਰ ਦਾ ਸ਼ਹੀਦੀ ਦਿਹਾੜਾ ਮਨਾਇਆ