बाबासाहब डॉ. अंबेडकर का जन्मदिन बड़े पैमाने पर मनाया गया

फोटो कैप्शन: 1 . अतिथियों का सम्मान करते अंबेडकर मिशन सोसायटी पंजाब (रजि.) के पदाधिकारी।

बाबासाहब डॉ. अंबेडकर का जन्मदिन बड़े पैमाने पर मनाया गया
बाबा साहब की विचारधारा को व्यावहारिक रूप में अपनाने की जरूरत-सुभाष मुसाफ़र
डॉ. अंबेडकर सिर्फ एक व्यक्ति नहीं बल्कि ऊर्जा और शक्ति हैं – डॉ. रितु सिंह

जालंधर (समाज वीकली)- महान कानून दाता, सामाजिक क्रांतिकारी, विश्व प्रसिद्ध सामाजिक वैज्ञानिक, विशेषज्ञ अर्थशास्त्री और भारतीय संविधान के निर्माता बाबा साहब जी की जयंती पर अंबेडकर मिशन सोसायटी पंजाब (रजि.) अंबेडकर भवन ट्रस्ट और अखिल भारतीय समता सैनिक दल ( रजि.) पंजाब इकाई के सहयोग से अंबेडकर भवन, डाॅ.अंबेडकर मार्ग पर बड़े उत्साह, श्रद्धा एवं धूमधाम से मनाया गया। अंबेडकर भवन वह ऐतिहासिक स्थान है जहां से 27 अक्टूबर 1951 को बाबा साहब ने लाखों पंजाबियों को संबोधित करते हुए देश के नव निर्माण के लिए संसदीय लोकतंत्र को मजबूत करने का आह्वान किया था। सोसायटी द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि हिमाचल प्रदेश के प्रख्यात अंबेडकरी चिंतक श्री सुभाष चंद मुसाफ़र और दिल्ली विश्वविद्यालय में मानवाधिकारों के लिए लड़ने वाले जुझारू डॉ. रितु सिंह विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुईं।

इस अवसर पर बड़ी संख्या में उपस्थित दर्शकों को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि सुभाष मुसाफर ने कहा कि आज पूरे विश्व में बाबा साहब की विचारधारा का डंका बज रहा है। ये सिर्फ भारत तक ही सीमित नहीं हैं। अमेरिका की कोलंबिया यूनिवर्सिटी ने उन्हें सिंबल ऑफ नॉलेज के रूप में स्वीकार कर एक महान वैश्विक विचारक के रूप में मान्यता दी है। उन्होंने कहा कि हमें बाबा साहब की विचारधारा के हर पहलू पर सेमिनार आयोजित कर जनजागरूकता पैदा करने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि डाॅ. अंबेडकर की नवीन, तर्कसंगत एवं जन हितैषी विचारधारा को व्यवहारिक रूप से अपने जीवन में आत्मसात करना चाहिए। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुईं डॉ. रितु सिंह ने दिल्ली विश्वविद्यालय के कॉलेजों में दलितों के साथ हो रहे अन्याय का जिक्र किया और उनके सहयोगियों द्वारा किये जा रहे संघर्ष के प्रति दलित राजनेताओं के नकारात्मक रवैये को बखूबी उजागर किया। डॉ. रितु सिंह ने कहा कि डॉ. अंबेडकर एक व्यक्ति नहीं, बल्कि एक संस्था, एक विचारधारा, एक ऊर्जा और एक शक्ति हैं जो दुनिया भर के दबाये और पीड़ित लोगों को अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करने के लिए प्रेरित करती है। उन्होंने बाबा साहब की सैद्धांतिक विचारधारा के प्रचार-प्रसार के लिए अंबेडकर भवन से जुड़े अंबेडकरी साथियों की भरपूर प्रशंसा की।

कार्यक्रम की शुरुआत में, सोसायटी के अध्यक्ष श्री चरण दास संधू ने प्रमुख अतिथियों और वक्ताओं का परिचय देते हुए बड़ी संख्या में दर्शकों का स्वागत किया और भारत की वर्तमान राजनीतिक परिस्थितियों के बारे में बात की और बाबासाहब डॉ. अंबेडकर जी द्वारा सुझाये गये समाधान का विस्तार से उल्लेख किया गया। अंबेडकर भवन ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री सोहन लाल सेवानिवृत्त डीपीआई (कॉलेजो ) ने डॉ. अंबेडकर द्वारा संविधान में शामिल मौलिक अधिकारों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि डाॅ. अंबेडकर ने समानता, स्वतंत्रता, बंधुत्व और अखंडता पर आधारित भारतीय संविधान का निर्माण कर अभूतपूर्व कार्य किया। दोआबा कॉलेज के राजनीति विज्ञान विभाग के सेवानिवृत्त विभागाध्यक्ष प्रोफेसर बलबीर जी ने भारतीय संविधान की प्रस्तावना का वर्णन करते हुए संविधान की भावना को दर्शाते हुए मानवतावादी दृष्टिकोण से संविधान का विश्लेषण प्रस्तुत किया। इन विशेष वक्ताओं के अलावा डाॅ. जीसी कौल, डॉ. राहुल बाली, जसविंदर वरियाना और दिल्ली यूनिवर्सिटी केआशुतोष बोध ने भी डॉ. अम्बेडकर साहब के जीवन संघर्ष के विभिन्न पहलुओं एवं वर्तमान परिस्थिति में उनके विचारों की प्रासंगिकता पर चर्चा की। प्रख्यात अंबेडकरी गायक जीवन मेहमी और उनके सहयोगियों ने अपने गीतों के माध्यम से बाबा साहब के बलिदान को प्रस्तुत करते हुए दर्शकों को नई ऊर्जा और शक्ति प्रदान की।

अंबेडकर मिशन सोसायटी एवं अंबेडकर भवन के प्रमुख पदाधिकारी सरब श्री बलदेव राज भारद्वाज, एडवोकेट परमिंदर खुटान, तिलक राज, डाॅ. महेंद्र संधू, राज कुमार, सोम लाल मल, राज कुमार मल्लन, हरमेश जस्सल, कमलशील बाली, निर्मल बिनजी, मेहर मलिक, परवीन पर्व, सुखराज, डॉ. चरणजीत सिंह के अलावा इंजीनियर गुरमेल सिंह, सेवानिवृत्त राज दूत रमेश चंद्र, सेवानिवृत्त एडीजीपी आर. एल जस्सी, मलकीत सिंह, एक्सियन कमल नैन, परमजीत महे, चरणजीत सिंह चन्नी, समरथ सिंह, प्रिंसिपल तीर्थ बसरा, प्यारे लाल चहल, सेवानिवृत्त डीएसपी दलजीत सिंह, सूरज विरदी, राजेश विरदी, राकेश कौल, बीसी गिल, सीबी चंद्र, चरणजीत सिंह मट्टू, प्यारा सिंह तेजी, कमल कुमार, नरिंदर लेख, धनी राम सूद, हरभजन निमता, प्रो लाल बहादुर, प्रो. अश्वनी जस्सल, अश्वनी वालिया, दर्शन सिंह विरदी, एसआर बाघा, प्रो. अरिंदर सिंह, राजिंदर कुमार बोलीना वाले, जेके बाली, राम सरूप बाली, राम लाल दास, मलकीत खांबरा, चमन सांपला, गौतम सांपला, अमरजीत सांपला, अनिल महे, संत राम, प्रकाश सुमन, सतपाल सुमन, चिरंजी लाल कंगनीवाल, डाॅ. वीना पॉल, मैडम मंजू, राज रानी, सोनिया भारद्वाज, न्यासा, कविता, सुरिंदर कौर, सुनीता संधू, गुरदेव कौर आदि शामिल थे। यह जानकारी अंबेडकर मिशन सोसायटी पंजाब (रजि.) के महासचिव बलदेव राज भारद्वाज ने एक प्रेस नोट के माध्यम से दी।

बलदेव राज भारद्वाज
महासचिव
अंबेडकर मिशन सोसायटी पंजाब (रजि.)

 

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