अंबेडकर ट्रस्ट ने किया डी.ए.एम.सी. ऑफ ग्रेट ब्रिटेन की अध्यक्ष श्रीमती रेखा पाल को सम्मानित 

फोटो कैप्शन: 1 मुख्य अतिथि श्रीमती रेखा पाल का सम्मान करते अंबेडकर भवन के ट्रस्टी एवं अन्य अंबेडकरी संगठनों के सदस्य।

समाज वीकली

जालंधर अंबेडकर भवन ट्रस्ट (रजि.) की ओर से 1969 में भारत से बाहर अंबेडकर भवन के संस्थापक ट्रस्टी श्री लाहौरी राम बाली जी के प्रयासों से इंग्लैंड में स्थापित हुई पहली संस्था डा. अंबेडकर मेमोरियल कमेटी ऑफ ग्रेट ब्रिटेन वुलवरहैम्प्टन की अध्यक्ष श्रीमती रेखा पाल, आदरणीय सदस्यों श्री देव सुमन एंकर लोटस टीवी, श्रीमती बाख्शो सुमन, श्रीमती सत्य सलण के सम्मान में ऐतिहासिक स्थान अंबेडकर भवन में एक प्रेम मिलनी समारोह आयोजित किया गया। इन आदरणीय शख्सियतों के साथ इस शुभ अवसर पर डॉ. अंबेडकर मिशन सोसायटी यूरोप के प्रधान श्री सोहन लाल सांपला जर्मनी और श्रीमती किरण सांपला भी उपस्थित थे। समारोह का आगाज़ करते हुए ट्रस्ट के वित्त सचिव श्री बलदेव राज भारद्वाज ने बताया कि पूर्वी देशों के बुद्ध मठों अर्थात बुद्ध विहारों के प्रमुख भिक्षुओं द्वारा बनी सुप्रीम कमेटी ने बुद्ध धर्म के प्रचार और प्रसार के लिए विश्व भर में सक्रिय श्रीमती रेखा पाल प्रधान डॉ. अंबेडकर मेमोरियल कमेटी ऑफ ग्रेट ब्रिटेन सहित नौ माननीय महिलाओं का चुनाव करके उनको 8 मार्च, 2025 को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर आउटस्टैंडिंग वुमन इन बुद्धिज्म अवार्ड 2025 से इंडोनेशिया में सम्मानित किया गया। उन्होंने कहा कि यह सम्पूर्ण बौद्ध जगत के लिए गौरव की बात है।इस मौके पर ट्रस्ट के जनरल सेक्रेटरी डॉ. जी.सी. कौल ने मुख्य अतिथि श्रीमती रेखा पाल समेत सभी प्रतिष्ठित व्यक्तियों का स्वागत करते हुए कहा कि मेमोरियल कमेटी के तीसरी बार चुने गए प्रधान श्रीमती पाल जी की अगुवाई में कमेटी पूरी सक्रियता से तथागत बुद्ध और बाबा साहेब के फलसफे को विश्व स्तर पर प्रचारित और प्रसारित करने में लगातार 55 साल से बेमिसाल कार्य करने में प्रयासशील है। मुख्य अतिथि श्रीमती रेखा पाल ने अपने संबोधन में डॉ. अंबेडकर मेमोरियल कमेटी ऑफ ग्रेट ब्रिटेन वुल्वरहेम्प्टन द्वारा किए गए और वर्तमान में किए जा रहे कामों का विस्तार सहित जिक्र किया। उन्होंने कहा कि हमें बाबा साहिब की  विचारधारा को अपने जीवन में व्यावहारिक रूप में धारण करके समूचे समाज के लिए रोल मॉडल बनना चाहिए। समागम से पहले श्रीमती पाल ने भवन की इमारतों और भवन की लाइब्रेरी का मुआइना भी किया। उन्होंने ट्रस्ट द्वारा भवन के लिए उल्लिखित जाने वाली भविष्यमुखी योजनाओं की जानकारी भी प्राप्त की।

जर्मनी से आए प्रमुख अंबेडकरवादी लेखक और अंबेडकर मिशन सोसाइटी यूरोप के प्रधान श्री सोहन लाल सांपला ने श्रीमती रेखा  पाल को अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार की प्राप्ति पर बधाई देते हुए उनकी अगुवाई में मेमोरियल कमेटी की शानदार उपलब्धियों का जिक्र किया। उन्होंने श्रीमती पाल के सम्मान में आयोजित इस प्रेम भरी मिलनी के लिए अंबेडकर भवन से क्रियाशील संस्थाओं का हार्दिक धन्यवाद किया। कमेटी के सक्रिय सदस्य श्री देव सुमन ने कहा कि भारत से बाहर मेमोरियल कमेटी ऐसी पहली संस्था है जिसने इस ऐतिहासिक स्थान के संस्थापक ट्रस्टी और भीम पत्रिका के मुख्य संपादक श्री लाहौरी राम बाली जी द्वारा लिखे गए साहित्य की सहायता से पूरे विश्व में तथागत बुद्ध और डॉ. अंबेडकर जी की विचारधारा को प्रचारित करने का बेमिसाल काम किया है। श्री सुमन ने कहा कि यह विचारधारा मानव कल्याण के हित में है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि मानवतावादी महापुरुषों की विचारधारा को अपनाकर और अपने आचरण, संस्कृति और धार्मिक निष्ठा में बदलाव लाकर ही स्थायी राजनीतिक शक्ति हासिल की जा सकती है। उन्होंने कहा कि अंबेडकर  भवन जालंधर अंबेडकर चेतना का प्राथमिक, प्रमुख और महत्वपूर्ण केंद्र है। अंबेडकर भवन ट्रस्ट के मुख्य अतिथि  डा. अंबेडकर मेमोरियल कमेटी ऑफ ग्रेट ब्रिटेन की अध्यक्ष सुश्री रेखा पाल और मेमोरियल कमेटी के सम्माननीय सदस्य श्री देव सुमन, सुश्री बख्शो सुमन, सुश्री सत्या सल्लन एवं श्री सोहन लाल सांपला अध्यक्ष डाॅ. बी. आर. अंबेडकर मिशन सोसायटी यूरोप एवं उनकी पत्नी श्रीमती किरण सांपला को सम्मानित किया गया। साथ ही अखिल भारतीय समता सैनिक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. एच. आर. गोयल और वरिष्ठ वकील पी.एस. पल्लव  को भी सम्मानित किया गया।

अंबेडकर मिशन सोसायटी पंजाब (रजि.) के अध्यक्ष चरण दास संधू ने सभी का धन्यवाद करते हुए कहा कि 27 अक्टूबर 1951 को बाबा साहेब डाॅ. भीमराव अंबेडकर ने इस स्थान का दौरा किया और लाखों लोगों को संबोधित किया। उन्हों ने कहा कि 1963 में जब भीम पत्रिका के मुख्य  संपादक लाहौरी राम बाली ने बाबा साहब के चरणों से छोह-प्राप्त इस भूमि को खरीदने की योजना बनाई तो अंबेडकर मिशन के विरोध के कारण कोई भी बाली साहब का समर्थन करने को तैयार नहीं था, तब श्री करम चंद बाठ ने बाली साहब को अपना पूरा समर्थन दिया और एक-एक रुपया इकट्ठा करके यह ऐतिहासिक ज़मीन खरीदी गई।  बाली साहब ने इसका ट्रस्ट बनाया और फिर डॉ. अंबेडकर मेमोरियल कमेटी ग्रेट ब्रिटेन के सदस्यों और अन्य सहयोगियों के सहयोग से इस आलीशान इमारत का निर्माण कर बाबा साहेब की विरासत को स्थापित किया, जहां से अंबेडकर मिशन की गतिविधियां चलती रहती हैं। इस अवसर पर प्रो. बलवीर, डाॅ. महेंद्र संधू, हरमेश जस्सल, राजिंदर जस्सल, एडवोकेट हरभजन सांपला, एडवोकेट कुलदीप भट्टी, सनी थापर, हरभजन निम्ता, निर्मल बिंजी, हरि सिंह थिंद, प्रिंसिपल परमजीत जस्सल, अमरजीत सांपला, बलदेव राज मकसूदां, राम लाल दास, एडवोकेट कुलदीप भट्टी फगवाड़ा, हरी राम ओ.एस.डी. आदि उपस्थित थे। यह जानकारी अंबेडकर भवन ट्रस्ट (रजि.) के वित्त सचिव बलदेव राज भारद्वाज ने एक प्रेस बयान में दी।

बलदेव राज भारद्वाज

 वित्त सचिव

अंबेडकर भवन ट्रस्ट (रजि. ) जालंधर

 

 

 

 

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