शरारती तत्‍वों द्वारा अंबेडकर के मुम्‍बई के दादर में राज गृह की तोड़फोड़ की कड़े शब्दों में निंदा

कैपशन-डॉ. बी. आर. अंबेडकर सोसायटी रजि. रेल कोच फैक्‍ट्री, कपूरथला के प्रधान क्रिशन लाल जस्‍सल एवं महासचिव धर्म पाल पैंथर
  • बाबा साहिब के द्धारा  देश की तरक्‍की में पाये गये योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता-जस्सल,पैंथर

हुसैनपुर ,10 जुलाई (कौड़ा) (समाज वीकली) :  पूरी दुनियां में एक ही नाम है जिसको ज्ञान के प्रतीक तौर पर जाना जाता है, जिसने भारती संविधान बना कर देश में लोकतंत्र की नींव रखी थी। मरनों उपरांत उसको भारत सरकार ने देश के सबसे उत्‍म पुरूरूकार भारत रत्‍न का खिताब देकर सम्‍मानित किया था।

भारतीय संविधान के निर्माता एवं करोड़ो लोगों के मसीहा बाबा साहिब डॉ. बी. आर. अंबेडकर जिस ने अछूत कही जाने वाली हजारों जातियों के डाली हुई गुलामी की बेडि़यों को काट कर देश की मुख्‍य  धारा में शामिल किया है। बाबा साहिब के दुआरा  देश की तरक्‍की में पाये गये योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता।

यह शब्‍द बाबा साहिब डॉ. बी. आर. अंबेडकर सोसायटी रजि. रेल कोच फैक्‍ट्री, कपूरथला के प्रधान क्रिशन लाल जस्‍सल एवं महासचिव धर्म पाल पैंथर ने प्रैस को ब्‍यान जारी करते हुए कहा कि कुछ शरारती तत्‍वों ने बाबा साहिब अंबेडकर के मुम्‍बई के दादर में राज गृह की तोड़फोड़ की गई है जोकि बहुत ही मंदभागी घटना है।

ऐसी कारवाही से देश विदेश में वसते करोड़ो लोगों के मनों को भारी ठेस पहुंची है जिसको किसी हालत में सहन नहीं किया जा सकता। बाबा साहिब का निरादर करना पूरे दलित समाज का निरादर है। सोसायटी के समूह ओहदेदारों की ओर से इस घटना की कड़े शब्‍दों में निंदा की जाती है।

इतिहास गवाह है कि मनुवादी ताकतों ने बाबा साहिब के जीवत रहते हुए भी पैर पैर पर अपमानित किया। जाति तौर पर शरीरक और मानसिक कष्‍ट दिये गये। बाबा साहिब की मौत के 64-65 वर्ष बीतने के उपरांत भी उनके बुतों और उनकी याद में बनाई गई इमारतों से छेड़छाड़ करना यह साबित करता है कि मनुवादी ताकतें पहले भी बाबा साहिब से नफरत करती थी और आज भी कर रही है। अब देश विदेश के करोड़ो लोग जागरूक हो चुके हैं वह बाबा साहिब की आन और शान के खिलाफ किसी भी ऐसी कारवाही को सहन नहीं कर सकते जिस से उनके मान सम्‍मान को ठेस पहुंचे।

बाबा साहिब डॉ. बी. आर अंबेडकर सोसायटी के प्रधान क्रिशन लाल जस्‍सल, महासचिव धर्म पाल पैंथर, सीनि. उप प्रधान संतोख राम जनागल, प्रचार साचिव निरवैर सिंह, कंनवीनर कशमीर सिंह, कैशियर गुरदयाल सिंह जस्‍सल, निर्मल सिंह, डॉ. जनक राज भुलाना, पूरन चंद बोध, करनैल सिंह बेला, प्रमोद सिंह, जगजीवन राम भटोये, धर्मवीर, टेक चंद, सुदेश कुमार, रघुबीर चंद, रजनी सहोता नानो मल्लियां, रेखा भुलाना, परमजीत पाल आदि ने भारत सरकार को पुरजोर अपील की है कि दोषियों के खिलाफ कारवाही करके कड़ी से कड़ी सजा दी जाए ताकि भविष्‍य में कोई भी शरारती तत्‍व ऐसी नीच हरकत करने की हिंमत न करें।

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