रेलवे इंप्लाइज फेडरेशन की आनलाईन बैठक आयोजित

कैपशन-रेलवे इंप्लाइज फेडरेशन की आनलाईन बैठक के दृश्य

बैठक दौरान मोदी सरकार द्वारा रेलवे बोर्ड को भंग कर कंपनी बनाने की घोर निंंदा

हुसैनपुर ,3 अगस्त (कौड़ा) समाज वीकली- रेलवे इंप्लाइज फेडरेशन की एक जरूरी मीटिंग कामरेड मनोज पांडे जी की अध्यक्षता में गूगल मीट पर हुई। मीटिंग में सर्वसम्मति से मोदी सरकार द्वारा रेलवे बोर्ड को भंग कर कंपनी बनाने की घोर निन्दा की गई

।प्रेस के लिए ब्यान जारी करते हुए कामरेड मनोज पांडे, अध्यक्ष व कामरेड सर्वजीत सिंह, महासचिव, इंडियन रेलवे एम्पलाईज फेडरेशन ने कहा कि मोदी सरकार करोना संकट से कोई सीख लेने की बजाए उसे सुनहरी अवसर मान अंधाधुंध साम्राज्यवादी नीतियों पर चल रही है और भारतीय रेलवे समेत देश के सभी सरकारी विभागों व संस्थानों का निजीकरण कर बड़े-बड़े देसी विदेशी कार्पोरेशनों के हवाले करने की करने के एलानिया एजंडे पर तेजी से काम कर रही है। जिसके चलते उन्होंने रेलवे बोर्ड को तोड़कर कंपनी बनाते हुए ना सिर्फ रेलवे अधिकारियों के पदों के साथ छेड़छाड़ कर दी है बल्कि बाहर से अधिकारी लगाने को भी हरी झंडी दे दी है।

यह सीधे-सीधे दुनिया भर की कार्पोरेशनों की रेलवे में एंट्री करवाने के मकसद से किया जा रहा है।उन्होंने कहा भारतीय रेलवे देश का एक विशेष उपक्रम है जिस के ढांचे अपनी विशेष जरूरतें व विशेषताएं हैं इसको तोड़ा जाना दुर्भाग्यपूर्ण है जिसको किसी भी हाल में सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इंडियन रेलवे एम्पलाईज फेडरेशन इस तानाशाही फैसले का पुरजोर विरोध करती है और रेलवे कर्मचारियों तथा देश के लोगों  से आह्वान करती है कि मोदी सरकार के तानाशाही व घातक फैसले का पुरजोर विरोध किया जाए।

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