फरीदाबाद (समाज वीकली) – वैश्विक महामारी कोविड-19 से बचाव के लिए भारत सरकार ने तीसरे फेस का लॉकडाउन 17 मई तक लागू कर दिया है। इस कारण मजदूर व गरीब कर्मचारियों के सामने नित दिन के भोजन का संकट और लम्बा होगा गया है। ऐसे में भारतीय सद्भावना समिति (बीएसएस) ने अपनी सामाजिक जिम्मेवारी को निभाते हुए जिला फरीदाबाद के डबुआ, नगला, असावटी, श्याम कॉलोनी बल्लभगढ, सैक्टर-3, दयाल नगर, एसजीएम नगर, ए.सी. नगर, गाजीपुर, जवाहर कॉलोनी सहित अन्य क्षेत्रों में रहने वाले 130 जरूरतमंद परिवारों को राशन किट (आटा, दाल, चावल, तेल, साबुन, नमक आदि) प्रदान की है।
बीएसएस के अध्यक्ष ओम प्रकाश अहीरवार ने बताया उनकी संस्था समाज के प्रत्येक उस जरूरतमंद को राशन किट दे रही है, जो इस महामारी में भोजन के लिए तरस रहा है। उन्होने बताया इस संकंट की घडी में सरकार की मदद करना हम सबका दायित्व है। समाज के सभी समृद्ध लोगों को अपने आस-पास के गरीब लोगों को भूखा नहीं मरने देना चाहिए। जिससे जितना हो सके बिना भेदभाव और स्वार्थ के लोगों की मदद करनी चाहिए।
उन्होने कहा सरकार ने पहला लॉकडाउन 24 मार्च से 14 अप्रैल तक लगाया था। दूसरा लॉकडाउन 15 अप्रैल से 3 मई तक लगाया गया। उस समय लोगों को उम्मीद थी कि अब कोरोना वायरस से भारत की जनता को निजात मिल जाएगी। किन्तु ऐसा नहीं हुआ। इन दोनों फेस के लॉकडाउन में देश के मजदूर, गरीब कर्मचारी, रहडी पटरी वाले, कपडे धोने तथा प्रैस करने वाले, मिट्टी के वर्तन बनाने वाले, और दहाडी मजदूर वर्ग के लोगों की कमर तोडकर रख दी। अब तक लोगों ने अपना गुजारा कर लिया था। किन्तु तीसरे फेस के लॉकडाउन की घोषणा जब सरकार ने 4 से 17 मई तक की तो, एका एक हजारों लोगों ने फिर से पलायन शुरू कर दिया।
उन्होने कहा क्योंकि हम भी हरियाणावासी हैं, इसलिए यह हमारा फर्ज बनता है कि ऐसे जरूरतमंद लोगों की मदद करें। जो किसी तरह से सरकारी साहयता नहीं प्राप्त कर पा रहे हैं। बीएसएस अब तक लगभग 200 परिवारों को राशन किट दे चुकी है, और आगे भी लोगों की मदद की जाएगी। इस अवसर पर उनके साथ समाजसेवी रामकुमार, रामअवतार कलौरिया, मिलाप सिंह, मास्टर अरूण कुमार, रामआधार, रामेश्वर कुशवाह, अरविन्द सिंह, डॉ. उमेश चन्द, ब्रजेश कुमार, जगमोहन सागर, सतीश कुमार, महिपाल जाजोरिया, एडवोकेट ध्रुव कुमार, विनय गौतम, चन्दर डावरा, सतेन्द्र कुमार, जय प्रकाश गौतम, करण कुमार सहित अनेक लोग मौजूद थे।