हुसैनपुर समाज वीकली (कौड़ा) -फारूक अब्दुल्ला उम्र बढ़ने के साथ धीर-गंभीर और संतुलित और शांत होने की बजाय अनाप-शनाप बोलने से अब भी बाज नहीं आते।यह उनकी हताशा भी हो सकती है कि वे अब जम्मू-कश्मीर और देश की राजनीति में कतई महत्वपूर्ण नहीं रहे। उन्हें अब कोई गंभीरता से भी नहीं लेता।
लेकिन,वे खबरों में बने रहने के लिए बार-बार देश विरोधी बयान देते रहते हैं।उन्हें लगता है कि यही करके सुर्खियों में रहा जा सकता है।यह समझ में नहीं आता कि वे यह सब करके किस को खुश कर रहे हैं।जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री रहे फारूक अब्दुल्ला ने अपने ताजा जहरीले बयान में कहा है कि चीन की मदद से एक बार फिर जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 लागू कराया जाएगा।
अब्दुल्ला जी यह बयान तब दे रहे हैं जब चीन का रूख भारत के खिलाफ बेहद आक्रामक बना हुआ है।दोनों देशों की सेनाएं सरहद पर एक-दूसरे के सामने बनी हुई हैं।इनमें खूनी संघर्ष तक हो चुका है।फारूक का ताजा विवादित बयान ऐसे वक्त में आया है,जबकि सारे देश में चीन के खिलाफ आक्रोश का माहौल बना हुआ है।चीन भारत के अनेकों इलाकों पर अपना दावा कर रहा है जिसे न तो देश की वर्तमान मोदी सरकार सुनने को तैयार है न ही देश की जनता।
यह बातें भाजपा के वरिष्ठ ज़िला उपाध्क्षय पवन सेठी ने गुरुवार को संवादाताओं से बातचीत के दौरान कही।उन्होंने नेकां के संरक्षक और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. फारूक अब्दुल्ला के खिलाफ आक्रामक करते हुए उन्हें चाइनीज अब्दुल्ला का नाम दिया।सेठी ने कहा कि फारूक अब्दुल्ला और उनके परिवार ने हमेशा जम्मू कश्मीर के लोगो और देश को धोखा दिया। उन्होंने अपनी निम्न वर्ग की राजनीति द्वारा जम्मू कश्मीर के निर्दाेष लोगों का खून चूसा है।
कुछ महीने पहले फारूक पाकिस्तानी एजेंट था लेकिन अब वह चीनी एजेंट है और भारत के खिलाफ अपना प्रचार कर रहा है। फारूक अब्दुल्ला जैसे नेता धारा 370 के निरस्त होने से वे भिखारी बन गए और चीन से भीख मांगने लगे।वे अपने राष्ट्र विरोधी एजेंडे को चला रहे हैं और अपनी राजनीति स्थापित करना चाहते हैं।सेठी ने कहा कि धारा 370 पर आपत्ति जनक टिप्पणी के लिए फारूख अब्दुल्ला को खुद पर शर्म आनी चाहिए।
फारूक अब्दुल्ला, उनके पिता और उनके बेटे ने दशकों तक जम्मू कश्मीर को लूटा है।धारा 370 को निरस्त करने के बाद ये लुटेरे लाचार हो गए हैं इसलिए अब फारूक अब्दुल्ला चीन के नाम के साथ एजेंडा चलाने की कोशिश कर रहे हैं।उन्होंने फारूक अब्दुल्ला को चाइनीज अब्दुल्ला नाम से पुकारा और कहा कि धारा 370 में फारूक पाकिस्तान का एजेंट था और अब वह चीन का एजेंट बन गया।
उन्होंने यह भी कहा कि फारूक केवल एक देश विरोधी नहीं है, बल्कि वह एक मुस्लिम विरोधी नेता है क्योंकि उइगर मुसलमानों की स्थिति चीन में बहुत खराब है और फारूक चीन का समर्थन कर रहा है इसलिए वह मुस्लिम विरोधी नेता है।उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष से फारुक अब्दुल्ला को उनकी राष्ट्र विरोधी टिप्पणी के लिए संसद से निलंबित करने की भी अपील की और कहा कि फारुख अब्दुल्ला पर राष्ट्र विरोधी धारा के तहत मामला दर्ज किया जाए। उन्होंने कहा कि अगर फारूक अब्दुल्ला जैसे नेता अपना एंटी नेशनल एजेंडा जारी रखते हैं तो भाजपा देश भर के हर जिले में विरोध प्रदर्शन करे।