प्रोजेक्ट से ग्रामीण क्षेत्रों के बेरोजगार लोगों को मिला रोजगार
सफाई के बाद इन छप्पड़ों को बरसाती पानी की संभाल, मछलीपालन व कृषि उद्देश्यों के लिए किया जा सकेगा इस्तेमाल
हुसैनपुर , 3 अगस्त (कौड़ा) (समाज वीकली)– ग्रामीण क्षेत्रों में जल स्त्रोतों के संरक्षण और कोरोना संकट की वजह से बेरोजगारी कारण पैदा हुई परेशानी को कम करने के लिए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंदर सिंह की अगवाई में पंजाब सरकार की तरफ से 3.88 करोड़ रुपए की लागत से फिरोजपुर में 258 ग्रामीण छप्पड़ों की सफाई का कार्य मुकम्मल करवाया गया है।
विस्तृत जानकारी देते हुए अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (विकास) श्री पीएस आंगरा ने बताया कि सरकार के निर्देशों पर मई महीने में इन सभी छप्पड़ों की साफ-सफाई की मुहिम शुरू की गई थी, जोकि तीन महीने के अंदर पूरी कर दी गई। उन्होंने बताया कि इस प्रोजेक्ट के जरिए ग्रामीण इलाकों में बेरोजगार लोगों को काफी राहत मिली।
एडीसी ने आगे बताया कि मानसून सीजन से पहले-पहले सभी छप्पड़ों की डी-वाटरिंग और डी-सिलटिंग का काम पूरा करवाया गया है ताकि बरसाती पानी को संभालने व भू-जल स्तर पर रिचार्ज करने के कार्य में मदद मिल सके। उन्होंने बताया कि भू-जल स्तर को रिचार्ज करने के अलावा इन छप्पड़ों का इस्तेमाल मछलीपालन और खेतबाड़ी उद्देश्यों की पूर्ति के लिए भी किया जा सकता है, साथ ही नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की तरफ से जारी निर्देशों का पालन करते हुए भी इन्हें साफ करवाया जाना लाजमी था।
अधिक जानकारी देते हुए, डीडीपीओ कपूरथला श्री हरजिंदर सिंह ने बताया कि ग्रामीण विकास व पंचायत विभाग की तरफ से जारी निर्देशों के बाद कपूरथला ब्लॉक के 75, ढ़िलवा के 55, फगवाड़ा के 32, नडाला 37 व सुल्तानपुर के 66 छप्पड़ों की साफ-सफाई का कार्य शुरू किया गया था। इन सभी छप्पड़ों की सफाई पर 2.88 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। उन्होंने कहा कि ग्रामीण इलाकों में विकास कार्यों को लगातार आगे बढ़ाया जा रहा है। ग्रामीण विकास विभाग के अलावा मनरेगा स्कीम के तहत भी कई कार्य करवाए गए हैं।