जालंधर (समाज वीकली): अंबेडकराइट इंटरनेशनल को-ऑर्डिनेशन सोसाइटी (एक्स) कनाडा ने घातक कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर बुद्ध पूर्णिमा साइबर-ऑनलाइन का आयोजन किया। माननीय भंते चंदिमा ने त्रिशरण-पंचशील देकर समारोह का उद्घाटन किया और प्रवचन दिया। भंते चंदिमा ने कहा कि बैसाख पूर्णिमा, जिसे बुद्ध पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक बहुत ही खास दिन के रूप में जानी जाती है और पूरे विश्व में इसे बड़ी श्रद्धा के साथ मनाया जाता है।
बैसाख पूर्णिमा के दिन, तथागत गौतम बुद्ध का जन्म 563 ईसा पूर्व पिता राजा सुधोदना, जो शाक्य वंश के राजा थे, और माँ महारानी माया देवी के घर लुम्बिनी में हुआ था।गौतम बुद्ध ने 29 साल की उम्र में घर छोड़ दिया। 6 साल के योग अभ्यास के बाद, उनको बैसाख की पूर्णिमा के दिन एक पीपल के पेड़ के नीचे बौद्ध गया में आत्मज्ञान प्राप्त हुआ। 45 वर्षों तक घूम घूम कर बौद्ध धर्म का प्रचार करने के बाद, बैशाख की पूर्णिमा के दिन ही महामानव गौतम बुद्ध का कुशीनगर में महापरिनिर्वाण हुआ। भंते चंदिमा ने कहा कि तथागत बुद्ध की शिक्षाओं को अपनाने से ही विश्व का कल्याण हो सकता है।
भारत, अमेरिका, न्यूजीलैंड और कनाडा जैसे कई देशों के लोगों ने इस आयोजन में भाग लिया। डॉ. वैशाली एसटी प्रधान, राज रतन अंबेडकर और एलआर बाली मुख्य वक्ता थे। अपने भाषण में, श्री बाली ने बौद्ध धर्म पर विस्तार से कहा और कहा कि तथागत गौतम बुद्ध ने पाया कि दुनिया में दुख है, दुख का कारण है और दुख का इलाज है। आत्मज्ञान प्राप्त करने के बाद, बुद्ध ने स्वतंत्रता, समानता और भाईचारे के साथ जीवन जीने का तरीका सिखाया, जिसे बौद्ध धम्म कहा जाता है। बौद्ध धर्म प्रज्ञा और करुणा का अनोखा मिश्रण है। बौद्ध धर्म अपनाने वाले देशों ने दिन दुगुनी और रात चौगुनी तरक्की की है। श्री बाली ने कहा कि भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी अपने विदेशी दौरों में कहते हैं कि भारत ने दुनिया को युद्ध नहीं, बुद्ध दिया है लेकिन वह खुद बौद्ध धर्म का पालन नहीं करते ।
यह जानकारी आल इंडिया समता सैनिक दल (रजि.), पंजाब इकाई के महासचिव बलदेव राज भारद्वाज ने एक प्रेस बयान में दी। श्री भारद्वाज ने कहा कि चरण दास संधू, उपाध्यक्ष, अंबेडकर मिशन सोसाइटी पंजाब और जसविंदर वरियाना, प्रदेश अध्यक्ष, समता सैनिक दल ऑनलइन शामिल हुए और अपने विचार साझा किए। अंबेडकराइट इंटरनेशनल को-ऑर्डिनेशन सोसाइटी कनाडा की ओर से कार्यक्रम का संचालन आनंद बाली ने बाखूबी किया और इसके सदस्यों मैडम चंचल मल्ल , हरजिंदर मल्ल, परम कैंथ , मोहिंदर सल्लन, मंजीत कैंथ और एडवोकेट इंद्रजीत ने सभी का स्वागत किया और धन्यवाद दिया।
बलदेव राज भारद्वाज
महासचिव
आल इंडिया समता सैनिक दल (रजि.), पंजाब इकाई