आर.सी.एफ. शटडाउन के बाद तीव्र वापसी की ओर अग्रसर

 

  • 75 % मैनपावर काम पर वापिस, सभी सुरक्षा नियमो का किया जा रहा पालन
  •  उत्पादन 4 कोच प्रतिदिन शुरू, कम मैनपावर में भी पिछले साल से अधिक उत्पादन दर

हुसैनपुर ,22 मई (समाज वीकली-कौड़ा)-कोरोना से डर कर घरों में बैठने की बजाए,रेल कोच फैकटरी  ने अपनी उत्पादन गतिविधियों को फिर से शुरू करने का फैसला किया और 23 अप्रैल 2020 को जिला प्रशासन की अनुमति से फैक्ट्री में उत्पादन कार्य  फिर से आरम्भ किया गया। आरसीएफ अपने  कर्मचारियों को एक व्यवस्थित चरणबद्ध तरीके से काम पर वापिस बुला रहा है। आरसीएफ की 75% मैनपावर वापिस काम पर लौट आयी है तथा फैक्ट्री खुलने के पश्चात आरसीएफ का उत्पादन कार्य बड़ी तेज गति से पटरी पर लौट रहा है।

आर.सी.एफ.शटडाउन के बाद तीव्रता से चल रहे काम के दृश्य

कर्मचारियों को काम पर वापिस बुलाने से पहले ही कार्यस्थल पर कोरोना से बचाव सम्बन्धी सभी जरुरी उपाय किए गए जैसे कार्यालयों और शॉपों  का सम्पूर्ण  सैनिटाईजेशन, प्रवेश और निकास द्वारों पर टच फ्री वॉशबेसिन और साबुन डिस्पेन्सर लगाना,सामाजिक दूरी के साथ कतारें बनाने के लिए मार्किंग करवाना, आरसीएफ परिसर में बाहर से आने वाले वाहनों के सैनिटाईजेशन के लिए सैनिटाइज़िंग टनल की स्थापना इत्यादि। प्रारंभिक चरण में, आरसीएफ परिसर के अंदर रहने वाले कर्मचारी स्क्रीनिंग और परिक्षण के बाद ड्यूटी में शामिल हुए थे। कार्यस्थल पर सभी सुरक्षा सावधानियों का पालन करते हुए और सामाजिक दूरी प्रोटोकॉल को बनाए रखने के साथ उत्पादन कार्य शुरू हुआ। ड्यूटी ज्वाइन करने से पहले सभी कर्मचारियों को मास्क और हाथ के दस्ताने, सैनिटाइजर, साबुन और सुरक्षा सावधानी बरतने के लिए एक सुरक्षा किट दी गई।

दूसरे चरण में, म्युनिसिपल क्षेत्र या रेड ज़ोन  में रहने वालों को छोड़कर परिसर के बाहर रहने वाली मैनपावर को  भी 18 मई से कार्य पर वापिस बुलाया गया  है। सभी कर्मचारियों ने ड्यूटी ज्वाइन करने से पहले स्क्रीनिंग करवाई और स्वास्थ्य की स्थिति के बारे में स्वयं घोषणा-पत्र जमा करवाया। दूसरे राज्यों से लौटने वाले कर्मचारियों  की आवश्यकता पड़ने पर उनकी मेडिकल जांच करवाई जा रही है तथा उन्हें होम क्वॉरेंटाइन भी जा रहा है। इसी कड़ी में , बड़ी संख्या में कॉन्ट्रेक्चुअल लेबर जो लॉकडाउन के कारण बेरोजगार बैठी थी, उन्हें भी उचित जांच और परिक्षण के पश्चात काम पर वापिस बुला लिया गया है। प्रत्येक लेबर कर्मी को भी सुरक्षा किट दी गई है और कार्यस्थल पर सभी सुरक्षा उपायों का पालन करने के लिए कॉउंसल किया  गया है। दूसरे चरण में ज्वाइन करने वाले कर्मचारियों और संविदाकर्मियों को अलग-अलग शिफ्ट बनाकर और उनके  काम करने वाली जगह को अलग रखने का प्रयास किया जा रहा है। नतीजतन, 4 कोच प्रति दिन का उत्पादन शुरू हो गया है 75 % मैनपावर के बावजूद मई महीने के शेष दिनों में  प्रति दिन औसतन 5 कोच के उत्पादन की पूरी उम्मीद है जो पिछले वित्तीय वर्ष के औसत प्रति दिन उत्पादन से भी अधिक होगा। कर्मचारी कार्य स्थल पर सभी सुरक्षा सावधानियों का पालन कर रहे हैं और सामाजिक दूरी प्रोटोकॉल को मेन्टेन कर रहे  हैं। कार्य स्थानों को नियमित रूप से मशीनों द्वारा सैनिटाइज़ किया जा रहा है। कारखाने में नियमित रूप से उपलब्ध मेडिकल मेडिकल टीम कर्मचारियों के स्वास्थ्य की निरंतर निगरानी कर रही है।

 

 

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