अब्दुल हकीम सिद्दीकी की याद में सम्मान समारोह एवं होली एवं ईद पर मुशायरा

अब्दुल हकीम सिद्दीकी की याद में सम्मान समारोह एवं होली एवं ईद पर मुशायरा

(समाज वीकली)- यूपी प्रेस क्लब में लखनऊ प्रेस के सौजन्य से मो0. उवैस पुत्र अब्दल हकीम सिद्दीकी द्वारा स्व0 अब्दुल हकीम सिद्दीकी को याद करते हुए उनके जीवन से प्रेरणा लेने की बात कही गयी । इस अवसर पर सम्मान समारोह भी किया गया तथा होली एवं ईद पर मुशायरा भी हुआ।

अपने पिता के बारे में चर्चा करते हुए मो0 उवैस ने बताया कि उन्होंने ईमानदारी से पूरा जीवन व्यतीत किया एंव सबके साथ मिलजुल कर रहने पर जोर देते थे। उन्हीं की याद में मो0 उवैस द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में सम्मान वितरण हुआ जिसके तहत माल्यापर्ण, शाल पहनाना, सम्मान पत्र देना तथा स्मृति चिन्ह देकर सबको सम्मानित किया गया।

मो0 उवैस द्वारा मुशायरा जिसका शीर्षक ईद और होली था, बयाद अब्दुल हकीम सिद्दीकी “लखनऊ प्रेस“ के तत्वावधान में यूपी प्रेस क्लब में आयोजित किया गया था। अब्दुल हकीम की याद में विभिन्न क्षेत्रों में उनकी सेवाओं के लिए लखनऊ प्रेस द्वारा नौ लोगों को सम्मानित किया गया। इनमें प्रमुख हैं सुश्री सुल्तान परवीन एस. डी। एम। फ़तेहपुर, प्रयागराज को “बेटियों का मान बढ़ाने के लिए“ पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसके अलावा फाह अस्पताल के मालिक डॉ. रजा को खुदा के बंदे का सम्मान दिया गया। हनुमान प्रसाद वर्मा को डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन सम्मान (मरणोपरांत) उनके पुत्र हतेन्द्र वर्मा द्वारा प्रदान किया गया। कृष्ण गोपाल शुक्ला को शांति भूत पुरस्कार से सम्मानित किया गया, शो कुमार को नस्वार्थ सिवादार पुरस्कार से सम्मानित किया गया, जुनैद अहमद को सर सैयद अहमद खान पुरस्कार से सम्मानित किया गया, मुहम्मद ज़ैन, अरसलान, आकिब को पढ़ाई के साथ-साथ रोजगार के बाद उनकी सफलता के लिए करम योगी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। ईद और होली की थीम पर मुशायरे की शुरुआत बज़्म के संरक्षक हाफिज मिस्बाह-उल-हक की तिलावत से हुई। लखनऊ प्रेस के पार्टनर और स्व0 अब्दुल हकीम के बेटे मुहम्मद ओवैस ने अपने पिता अब्दुल हकीम के जीवन पर प्रकाश डालाते हुए उनके जीवन के बारे में विस्तार से चर्चा की। इरफान-उल-हक ने एसडीएम साहिबा के स्वागत में हाफिज शमीम की कविता ’जिनके घर के आंगन में बेटियां हैं’ पढ़ीं। अबरार सरम ने हमेशा की तरह मुशायरे की शुरुआत स्व0 अब्दुल हकीम के लिए एक रचना पढ़कर की। इसके अलावा विशिष्ट अतिथियों ने दिवंगत के सम्मान में छंद पढ़कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. शीर्षक के अंतर्गत उन्होंने भाषण भी प्रस्तुत किया। इनके अलावा मिर्जा शारिक लहरपुरी, कमाल अदीब, आफताब अतहर तांडवी, डॉ. मंसूर हसन खान, अशर अलीग, जलाल लखनवी, फारूक आदिल, हर्षत मिश्रा, अतुल सक्सेना, हिशाम लखनवी, आबिद हाशमी, दर्द फैज खान, अभिषेक श्रीवास्तव, नवाज . कार्यक्रम संयोजक मुशायरा और सहायक बाज़िम मुहम्मद ओवैस के धन्यवाद ज्ञापन के साथ समाप्त हुआ। इस अवसर पर संयोजक मुशायरा लखनऊ प्रेस एवं मो0 उवैस की ओर से एक शानदार भोज का भी आयोजन किया गया। कार्यक्रम में शामिल होने वालों में लखनऊ प्रेस की टीम, स्व0 अब्दुल हकीम का पूरा परिवार और बड़ी संख्या में मोहल्ले के पुरुष, महिलाएं और बच्चे मौजूद रहे। कार्यक्रम को “लिमरा न्यूज एजेंसी“ द्वारा कवर किया गया था। जानकार यूट्यूब चैनल “लैमराह न्यूज एजेंसी“ पर जाकर आनंद ले सकते हैं।

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