कपूरथला (समाज वीकली) (कौड़ा)- राजस्थान सरकार द्वारा एनपीएस समाप्त करके पुरानी पेंशन योजना बहाल करने की घोषणा से कर्मचारियों में खुशी की लहर दौड़ रही है। राजस्थान में कर्मचारियों बीच कहीं केक काटे जा रहे हैं, कहीं रंग बिखेरे जा रहे हैं तो कहीं ढोल बजाए जा रहे ये सभी अपने अपने तरीके से खुशी मना रहे हैं इस बड़ी खुशी का कारण भी बनता है क्योंकि वर्षो लम्बे संघर्ष के बाद कर्मचारियों ने सरकार पर दबाव डालकर अपनी मांग मनवाने में कामयाब हुए हैं। इसीलिए सभी कर्मचारी बधाई के पात्र हैं।
प्रैस में बयान जारी करते हुए *फ्रंट अगेंस्ट एनपीएस इन रेलवे* के राष्ट्रीय संयोजक एनएमओपीएस के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव व आईआरएफ के कार्यकारी अध्यक्ष कामरेड अमरीक सिंह ने कहा कि 1 जनवरी 2004 के बाद सेवा में आए सभी कर्मचारियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करते हुए नई पेंशन स्कीम थोप कर उन्हें अंधकार में धकेल दिया गया। अपने भविष्य को सुरक्षित करने के लिए देश भर के कर्मचारियों ने *नेशनल मूवमेंट फार ओल्ड पेंशन स्कीम* तथा रेलवे के कर्मचारियों ने *फ्रंट अगेंस्ट एनपीएस इन रेलवे* के तत्वावधान में पिछले लगभग 10 वर्षों से पड़ाव दर पड़ाव एक राज्य से दूसरे राज्य तक संघर्ष करते हुए वर्ष 2018 में दिल्ली में दो विशाल रैलियां कर सत्ता के गलियारों में जबरदस्त हलचल पैदा कर दी।
सत्ता के गलियारों में पैदा की हलचल से देश के सभी राज्यों की तमाम राजनैतिक पार्टियों को मजबूर होकर अपनी रैलियों व घोषणापत्र में पुरानी पेंशन बहाली को प्रमुख जगहें देनी पड़ी और आख़िरकार राजस्थान की गहलोत सरकार को वो कदम उठाना पड़ा जिसका हमें पूर्ण विश्वास था और है, और हम राजस्थान सरकार के इस फैसले से बेहद खुश हैं और इसका स्वागत करते हैं हम उम्मीद करते हैं कि केन्द्र सरकार भी इससे सीख लेते हुए अपने बुजुर्गों की गलती को सुधार कर जल्द ही पुरानी पेंशन स्कीम बहाल करेगी। और जब तक पुरानी पेंशन स्कीम बहाल नहीं हो जाती तब तक ये संघर्ष जारी रहेगा।
फ्रंट अगेंस्ट एनपीए से रेलवे के राष्ट्रीय महासचिव व आईआरएफ के अतिरिक्त सचिव कामरेड राजेन्द्र पाल ने कहा कि यह संभव हुआ है *नेशनल मूवमेंट फार ओल्ड पेंशन स्कीम* व *फ्रंट अगेंस्ट एनपीएस इन रेलवे* के आंदोलन के साथ कर्मचारियों के एकजुट संघर्ष से। *फ्रंट अगेंस्ट एनपीएस इन रेलवे* का गठन अगस्त 2016 को गाजियाबाद में हुआ जिसमे रेलवे से पेंशन विहीन कर्मचारियों को इसके प्रमुख पदाधिकारी बनाये गये और नई पेंशन स्कीम के खिलाफ फ्रंट के गठन के बाद जब फ्रंट के साथियों ने रेलवे में प्रचार प्रसार शुरू किया जिससे रेलवे कर्मचारी एनपीएस के खिलाफ पुरानी पेंशन योजना की पुनः बहाली के लिए एकजुट होने लगे।
उसी समय देश के कई राज्यों में भी पुरानी पेंशन योजना के खिलाफ एकजुट होने लगी और धीरे-धीरे कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन एक अहम मुद्दा बन गया। देश में पुरानी पेंशन के लिए संघर्षरत विभिन्न संगठनों द्वारा संयुक्त संघर्ष के लिए *नेशनल मूवमेंट फार ओल्ड पेंशन स्कीम* ( NMOPS ) का गठन किया जिसमे *आल टीचर्स इम्प्लॉइज ऐशोसिऐशन (अटेवा)* के अध्यक्ष मा.*विजय कुमार बंधुजी* राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए गये। जिनके कुशल नेतृत्व में मे देशभर में लगातार आंदोलन चल रहा है जिसकी नेतृत्व मे संसद से लेकर सड़क तक हर जगह पुरानी पेंशन स्कीम बहाल करने की बात हो रही है।
आंदोलन में सभी के संयुक्त प्रयास का परिणाम है की राजस्थान सरकार ने बजट के दौरान एनपीएस को रद्द कर पुरानी पेंशन स्कीम की व्यवस्था बहाल करने की घोषणा कर राजस्थान कर्मचारियों की मांग पूरी कर दी। अभी केवल एक राज्य से शुरूआत मात्र है जल्दी ही कई अन्य राज्यों से हम सभी को पुरानी पेंशन बहाली की ख़बरें मिलेगी।आगे सभी के संयुक्त प्रयास से पूरे देश में नई पेंशन स्कीम रद्द कर पुरानी पैंशन स्कीम बहाल करवानी है। अब सभी साथियों को नई ऊर्जा के साथ दोगुनी ताकत लगाने को तैयार रहे।
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