(समाज वीकली)- वक्ताओं ने डीएम वार्ता के बाद किसान नेताओं के अपहरण करने की कोशिश की घोर निंदा की और कहा कि प्रशासन किसान नेताओं को डराने की कोशिश कर रहा है। कहा की हम लोग खिरिया बाग की लड़ाई पूरे पूर्वांचल की लड़ाई से भी आगे ले जाकर पूरे देश की लड़ाई के रूप में देखते हैं।
आर्थिक संकट के दौर में पूंजीपतियों की आंखें खेती किसानी की जमीन पर गड़ गई हैं, लेकिन खिरिया बाग की जनता अपनी एकजुटता और संकल्पबद्ध लोकतांत्रिक और शांतिमय लड़ाई से एयरपोर्ट विस्तार के प्रोजेक्ट को वापस कराएगी। देश में जमीन बचाने की लड़ाई एक बड़ी लड़ाई बन चुकी है। जगह जगह बुलडोजर राज के तहत पूंजीपतियों, कारपोरेट घरानों के फायदे के लिए जैसे जमीन छिनने की तैयारी चल रही है, वैसे ही जमीन बचाने की लड़ाई भी जनता कर रही है।
इन्वेस्टर सम्मिट के माध्यम से बड़ी पूंजी आमंत्रित करने के लिए झूठे जनविरोधी किसान विरोधी प्रोजेक्ट के माध्यम से जमीन खेती किसानी के लूट की योजनाएं चल रही हैं, लेकिन जनता इस मंसूबे को नाकाम करेगी।
धरना में 4 फरवरी को भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के अमिट अध्याय चौरी चौरा जन विद्रोह दिवस और 5 फरवरी को संत रविदास जयंती और 12-13 फरवरी को दो दिवसीय इन्वेस्टर्स सम्मिट के खिलाफ विचार गोष्ठी का आयोजन होगा इन कार्यक्रमों में सम्मानित बुद्धिजीवी, किसान नेता हिस्सा लेंगे।
धरने को संयुक्त किसान मोर्चा (पूर्वी उत्तर प्रदेश ) के डॉ सत्यनारायण, राघवेंद्र ,बलवंत ,राजीव यादव ,नीलम किस्मती, रविंदर, विरेंदर, राजेश आजाद ,राम नयन यादव आदि ने संबोधित किया। धरने का संचालन नीलम देवी और अध्यक्षता किस्मती देवी ने किया।
द्वारा
रामनयन यादव
अध्यक्ष,जमीन-मकान बचाओ संयुक्त मोर्चा,आजमगढ़।
मो.नं.9935503059