मसले का हल ना हुआ तो 10 नवंबर को होगी भूख हड़ताल
कपूरथला (समाज वीकली) ( कौड़ा )-आर.सी.एफ बचाओ संघर्ष कमेटी के नेतृत्व में आरसीएफ प्रशासन द्वारा नई स्कूल बसों का प्रबंध ना करने तथा कोडल लाइफ पूरी होने के नाम पर 14 नवंबर को बसों को बंद किए जाने के फरमान के खिलाफ संघर्ष को आगे बढ़ाते हुए मशाल मार्च किया गया। जिसमें बच्चों एवं महिलाओं समेत सैकड़ों की गिनती में कर्मचारियों ने भाग लिया। डॉक्टर भीमराव अंबेडकर चौक से शुरू हुआ मशाल मार्च कॉलोनी के अलग-अलग हिस्सों में होता हुआ शॉपिंग कंपलेक्स आरसीएफ में समाप्त हुआ।
मशाल मार्च में जुड़े कर्मचारियों, बच्चों तथा परिवारों को संबोधित करते हुए साथी सर्वजीत सिंह एवं साथी हरिदत्त नेता आरसीएफ बचाओ संघर्ष कमेटी ने कहा कि नई स्कूल बसों के प्रबंध में नाकामी दरअसल हमारे बच्चों की पढ़ाई छीनने की साजिश है जिसको किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जाएगा। नेताओं ने सीधे रूप में जीएम आरसीएफ की ठेकेदारी, आउटसोर्सिंग बढ़ाने की नीतियों को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया। नेताओं ने कहा कि माता-पिता के लिए बच्चे सबसे बड़ी पूंजी होते हैं और मनुष्य अपने बच्चों के लिए किसी भी हद तक जा सकता है।
हम भी आरसीएफ बचाओ संघर्ष कमेटी की ओर से स्कूल बसों के मामले में किसी भी हद तक जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि अगर प्रशासन ने इस मामले का कोई हल नहीं निकाला तो 10 नवंबर को 1 दिन की भूख हड़ताल की जाएगी तथा संघर्ष को और तेज किया जाएगा। आरसीएफ बचाओ संघर्ष कमेटी के नेताओं ने कहा कि आरसीएफ प्रशासन तुरंत स्कूल नई स्कूल बसों का प्रबंध करें नहीं तो अधिकारियों की गाड़ियों को भी बंद कर दिया जाए।
मशाल मार्च में आरसीएफ बचाओ संघर्ष कमेटी के नेताओं श्री राजवीर शर्मा, अमरीक सिंह, राम रतन सिंह, अभिषेक सिंह, सोहनलाल बैठा, रंजीत सिंह, अशोक कुमार, अरविंद कुमार, जगतार सिंह, बलदेव राज, बक्शीश सिंह, इकबाल मोहम्मद, जयपालसिंह फोगाट समेत आर.सी.एफ बचाओ संघर्ष कमेटी के सभी संगठनों के नेतागण समेत सैंकडे कर्मचारी बच्चे एवं महिलाएं शामिल थी।
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