कपूरथला (समाज वीकली)- डॉ. बी. आर. अंबेडकर पुस्तकालय गाँव खोजेवाल, ज़िला कपूरथला में श्री जसविंदर पाल जी की अगुवाई में स्त्रियों को स्वयं पहचान तथा अपने रहबरों से अवगत करवाने, शिक्षा का महत्व बताने हेतु सेमीनार करवाया गया। सेमीनार में मुख्य वक्ता श्रीमती चंचल बौद्ध जी (प्रिंसिपल, बोधिसत्व अंबेडकर पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल फूलपुर धनाल, जालंधर), श्री हुसन लाल जी (सोसायटी मेंबर) थे।
इस मौके पर श्रीमती चंचल बौद्ध जी ने महिलाओं को संबोधित करते हुए अपने आप को जानने, पहचानने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने उन्हें अपनी जिंदगी के असल मकसद को समझने तथा अपना वजूद बनाए रखने के लिए कहा। उन्होंने बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर की शिक्षाओं पर चलते हुए उन्हें ज्यादा से ज्यादा पढ़ने तथा ज्ञान अर्जित करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने महिलाओं को वहमों– भ्रमों से दूर रह कर वैज्ञानिक सोच अपनाने के लिए कहा। उन्होंने महिलाओं को समझाने के लिए बाबा साहेब की उद्धरण, जैसे “मंदिर में जाने वाली लोगों की लंबी कतारें, जिस दिन पुस्तकालय की तरफ बढ़ेंगी, उस दिन मेरे देश को महाशक्ति बनने से कोई नहीं रोक सकता”। उन्होंने बाबा साहेब के कहे वचन भी दोहराए कि मैं एक समुदाय की प्रगति को उस प्रगति की डिग्री से मापता हूं, जो महिलाओं ने हासिल की है।” इस तरह उन्होंने महिलाओं को पुस्तकालय का ज्यादा से ज्यादा फायदा उठाने के लिए कहा।
इस मौके पर श्री हुसन लाल जी ने महिलाओं को बाबा साहेब द्वारा दिए गए अधिकारों को मानने तथा मजबूत बनने के लिए कहा, उन्होंने महिलाओं को हर क्षेत्र में आगे आने के लिए प्रेरित किया। महिलाओं ने शांति पूर्वक वक्ताओं को सुना। इसी मौके पर पंजाब बोर्ड से आठवीं, दसवीं और बारहवीं में प्रथम आए बच्चों को बाबा साहेब के जीवन से संबंधित पुस्तकों से सम्मानित किया गया। अंत में श्री जसविंदर पाल जी ने सभी का धन्यवाद देते हुए हर पंद्रह दिन पर ऐसे ही विचार गोष्ठी करने का निर्णय किया।