डॉ. भीमराव अम्बेडकर राष्ट्रीय निर्माता के रूप में: डॉ. रामजीलाल
(समाज वीकली)- असंध, शहर के करनाल रोड स्थित बाबा फतेह सिंह जी राजकीय महाविद्यालय में राजनीतिक विभाग के तत्वाधान में ‘डॉ. भीमराव अंबेडकर के राष्ट्रीय निर्माता के रूप में ‘ विषय पर विस्तार व्याख्यान के लिए डॉ. रामजीलाल पूर्व प्राचार्य दयाल सिंह कॉलेज करनाल को आमंत्रित किया गया ।
डॉ रामजीलाल ने राष्ट्रीय निर्माण में संविधान, नारी सशक्तिकरण, राजनीतिक- सामाजिक समरसता को महत्वपूर्ण बताते हुए, व्यक्ति पूजा, जातिवाद, भूखमरी, आर्थिक असमानता को राष्ट्रीय निर्माण में बाधक बताया।डॉ रामजीलाल ने राजनीति और समाज का संबंध, लोकतंत्र, राज्य, लोकतंत्र में वोट का अधिकार आदि विषयों के लिए बाबा साहब के संघर्षों से छात्रों को अवगत करवाते हुए कहा कि सामाजिक लोकतंत्र ऐसी व्यवस्था है जिसमें स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व को समान रूप से महत्व दिया जाता है। डॉ अंबेडकर का मानना था कि सामाजिक एवं आर्थिक प्रजातंत्र के अभाव में राजनीतिक प्रजातंत्र सफल नहीं हो सकता। प्रजातंत्र में राज्य का लक्ष्य व्यक्ति का सर्वांगीण विकास होना चाहिए। उनके राजनीतिक विचारों के विवेचन से स्पष्ट है कि प्रजातंत्र के प्रति निष्ठा उनके विचारों का सार है। व्यक्ति की अस्मिता, स्वतंत्रता, सामाजिकता और स्वाभिमान की रक्षा सत्ता और राजनीतिक व्यवस्था का प्रथम कार्य है। इस अवसर पर प्राचार्य सुशील कुमार ने डॉ रामजीलाल का, अंबेडकर एक राष्ट्रीय निर्माता विषय की प्रस्तुति के लिए धन्यवाद किया तथा छात्रों के राजनीतिक और सामाजिक व्यवहार के परिमार्जन के लिए शैक्षिक गतिविधियों में विद्यार्थियों की भागीदारी पर जोर दिया। इस अवसर पर डॉ. मलखान, डॉ. संजीव, डॉ. अनिल और डॉ. जगमाल आदि स्टाफ सदस्य मौजूद रहे।