भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. अंबेडकर का 134वां जन्म उत्सव उत्साह और धूमधाम से मनाया गया
समता, स्वतंत्रता और आपसी साझेदारी को स्थापित करके ही देश की प्रगति संभव हो सकती है – प्रो. जगमोहन सिंह
समाज वीकली
जालंधर , अंबेडकर मिशन सोसाइटी पंजाब (रजि.) द्वारा अंबेडकर भवन ट्रस्ट (रजि.) और आल इंडिया समता सैनिक दल (रजि.) पंजाब यूनिट के सहयोग से ऐतिहासिक भूमि अंबेडकर भवन में भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर का 134वां जन्म उत्सव बड़ी खुशी, उत्साह और धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर श्री हंस राज सांपला यूके मुख्य अतिथि थे तथा शहीद भगत सिंह जी के भानजे प्रोफेसर जगमोहन सिंह मुख्य वक्ता थे। आयोजन की शुरुआत से पहले बाबा साहेब डॉ. तथागत बुद्ध की प्रतिमा के पास अंबेडकरर जी की प्रतिमा की स्थापना का उद्घाटन ब्रिटेन से आए प्रसिद्ध बौद्ध, अंबेडकरवादी और कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री हंस राज सांपला ने आदरणीय चंद्र कीर्ति जी की उपस्थिति में अपने कर कमलों से किया। स्मरण रहे कि सांपला परिवार ने ही लाखों रुपए खर्च करके बाबा साहब की यह अमूल्य प्रतिमा मुम्बई में तैयार करवाकर अंबेडकर भवन में स्थापित करवाई है। श्री हंसराज सांपला ने कहा कि वह और उनका परिवार 1960 के दशक से इंग्लैंड में बसे हैं और लगभग 60 वर्षों से अंबेडकरवादी दर्शन और बौद्ध विचारधारा के प्रचार-प्रसार के लिए प्रयासरत हैं। पंजाब के प्रमुख एवं ऐतिहासिक स्थल अंबेडकर भवन की चल रही गतिविधियों की सराहना करते हुए उन्होंने अंबेडकर भवन ट्रस्ट को हर प्रकार का सहयोग प्रदान करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। अंबेडकर भवन में बाबा साहेब की प्रतिमा स्थापित करने के लिए प्रख्यात अंबेडकरवादी एवं बौद्ध डॉ. हरबंस विर्दी लंदन (यूके) ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस अवसर पर
मुख्य वक्ता प्रोफेसर जगमोहन सिंह ने सामाजिक समानता, स्वतंत्रता, न्याय, भाईचारा, तर्कसंगत और वैज्ञानिक सोच की विचारधारा में डा.अंबेडकर और शहीद भगत सिंह के बीच एक साझा आधार स्थापित करते हुए, बाबा साहेब की पुस्तक जाट पट दा बिज नाश और शहीद भगत सिंह के लेखन का विशेष उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार पेशवाई अर्थात ब्राह्मणवादी, पुरोहितवादी और पूंजीवादी सोच की विचारधारा का प्रतिनिधित्व करते हुए देश के अंदर सामाजिक न्याय आधारित सांप्रदायिक सद्भाव को नष्ट कर रही है। इन कूटनीतिक चालों से अवगत होकर समानता, स्वतंत्रता और आपसी भाईचारा स्थापित करके ही देश की प्रगति संभव हो सकती है और जैसा कि महान विचारक डॉ. अंबेडकर की इस सोच को अपनाकर ही उनके सपनों के समाज का निर्माण किया जा सकता है।
अंबेडकर भवन ट्रस्ट के महासचिव डॉ. जी.सी. कौल ने आए हुए अतिथियों का धन्यवाद किया तथा अंबेडकर भवन के इतिहास के बारे में जानकारी दी। उन्होंने अंबेडकर भवन के निर्माण में आई समस्याओं और इस कार्य को सफल बनाने वाले लोगों का भी उल्लेख किया। उन्होंने विशेष रूप से श्री लाहौरी राम बाली और पाल परिवार के योगदान की सराहना की। ट्रस्ट के अध्यक्ष सोहन लाल, पूर्व डी.पी.आई. (कॉलेजों ) ने बाबा साहब के संघर्ष तथा जातिवाद के नाम पर गलत टिप्पणियां करने वाली ताकतों और अंबेडकर साहब के विचारों के बारे में बात की। डॉ. अंबेडकर की विचारधारा पर चर्चा करते हुए अंबेडकर मिशन सोसाइटी के उपाध्यक्ष प्रो. बलबीर ने एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान हाथ उठाकर प्रस्ताव पारित करवाए और सरकार से मांग की कि ‘सिर-फिरे लोगों को बाबा साहेब डॉ.अंबेडकर की प्रतिमाओं के अपमान की निंदा की गई और बी.टी. एक्ट 1949 को निरस्त किया जाए और बोधगया स्थित महाबोधि महाविहार का संपूर्ण नियंत्रण बौद्धों को दिया जाए।’
इस अवसर पर जर्मनी से सोहन लाल सांपला, हरमेश जस्सल, गौतम सांपला, अखिल भारतीय समता सैनिक दल (रजि.) पंजाब इकाई के अध्यक्ष एडवोकेट कुलदीप भट्टी, गुरदेव कौर और कविता ढांडे ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम के दौरान अखिल भारतीय समता सैनिक दल (रजि.) पंजाब इकाई द्वारा प्रकाशित स्मारिका-2025 का भी विमोचन किया गया। मंच का संचालन अंबेडकर मिशन सोसाइटी के अध्यक्ष चरण दास संधू और परमिंदर सिंह खुट्टन ने बखूबी किया। इस कार्यक्रम के अंत में बाबा साहेब की 134वीं जयंती मनाने आए लोगों को 134 पौधे निःशुल्क वितरित किए गए। इस मौके पर पूर्व राजदूत रमेश चंद्र आईएफएस, सतनाम सिंह वधावन आईएफएस, डॉ. राहुल बाली, कमलशील बाली, जसविंदर वरयाणा, निर्मल बिंजी, तिलक राज, डॉ. चरणजीत सिंह, डॉ. महेंद्र संधू, एडवोकेट शशि कांत पाल यूएसए, सूरज बिरदी, हरि सिंह थिंद, मनोहर लाल महे, चरणजीत सिंह चंडीगढ़, राजिंदर जस्सल, ज्योति प्रकाश, सन्नी थापर, पिशोरी लाल संधू, बीबी महेंदो रत्तू और बाबा साहिब के सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद थे। यह जानकारी अंबेडकर मिशन सोसायटी पंजाब (रजि.) के महासचिव बलदेव राज भारद्वाज ने प्रेस बयान में दी।
बलदेव राज भारद्वाज महासचिव अंबेडकर मिशन सोसायटी पंजाब (रजि.)
फोटो कैप्शन: कार्यक्रम की कुछ झलकियां