अंबेडकर भवन में परिचर्चा एवं सम्मान समारोह
गरीबों को मुफ्त राशन नहीं, रोजगार चाहिए- एस. आर. दारापुरी
जालंधर (समाज वीकली): अंबेडकर भवन ट्रस्ट (रजि.) द्वारा अंबेडकर मिशन सोसाइटी पंजाब (रजि.) और समता सैनिक दल पंजाब इकाई के सहयोग से अंबेडकर भवन जालंधर में उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी, ऑल इंडिया पीपुल्स रेडिकल फ्रंट के माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय एवं दलेर पंजाबी श्री एस.आर. दारापुरी जी की पंजाब यात्रा के दौरान देश की वर्तमान स्थिति पर चर्चा एवं उनके सम्मान में एक समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर, दारापुरी जी ने अपना बचपन, एक छात्र के रूप में, जालंधर के प्रसिद्ध गाँव बिल्गा में बिताया, रामगढ़िया कॉलेज, फगवाड़ा से मैट्रिक और बीएससी की डिग्री प्राप्त की और विभिन्न केंद्रीय मंत्रालयों में सेवा करने के बाद, 1972 में यूपी कैडर से आईपीएस और डीजीपी के रूप में 32 वर्षों की सेवा और उसके बाद उन्होंने अपनी सेवानिवृत्ति और इस लंबी अवधि के दौरान एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के रूप में जन कल्याण में अपने योगदान का विस्तृत उल्लेख किया। बेशक, वे लखनऊ के स्थायी निवासी बन गये हैं, लेकिन अपनी जन्मस्थली, गांव दारापुर, तहसील फिल्लौर की स्मृतियों को जीवित रखने के लिए श्री एस. आर. दारापुरी ने अपने परिवार के सदस्यों के नाम के साथ दारापुरी शब्द स्थायी रूप से जोड़ लिया है। एस.आर. दारापुरी ने कहा कि पुलिस विभाग में सर्वोच्च प्रशासनिक पद पर सेवा करने और सेवानिवृत्त होने का श्रेय भारतीय संविधान के निर्माता, महिला समाज और करोड़ों गरीब भारतीयों के मसीहा डॉ. बाबा साहब अंबेडकर को जाता है। उनके जीवन संघर्ष ने हजारों वर्षों के बाद भारत के पीड़ित, पिछड़े और गुलाम लोगों का भाग्य बदल दिया।
श्री दारापुरी ने कहा कि डॉ. साहब के दर्शन से प्रकाश लेते हुए उन्होंने यूपी के पीड़ित गरीबों में आत्मविश्वास पैदा करने का प्रयास किया। सरकारी सेवा से सेवानिवृत्त होने के बाद उन्होंने यूपी के भूमिहीन गरीबों और किसानों की दुर्दशा को देखते हुए उनके कल्याण के लिए संघर्ष करना जारी रखा। उन्होंने हिंसक गतिविधियों में शामिल बेरोजगारों और भूमिहीनों को देश की मुख्यधारा में लाने और संवैधानिक तरीकों से अपने अधिकार हासिल करने के लिए प्रेरित करने के लिए 2013 में ऑल इंडिया पीपल रेडिकल फ्रंट नामक संगठन बनाया। यह संगठन भूमिहीनों की भूमि अधिग्रहण और मनरेगा के माध्यम से श्रमिकों के लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए उच्च न्यायालयों में जनहित रिट (पीआईएल) दायर करके लगातार सक्रिय है। उन्होंने भारत की वर्तमान आर्थिक और राजनीतिक स्थिति का जिक्र करते हुए कहा कि भाजपा का हिंदुत्व वास्तव में कॉरपोरेट सेक्टर द्वारा उपलब्ध कराए गए आर्थिक संसाधनों के कारण आगे बढ़ रहा है, जिसका मुख्य उद्देश्य भारत से संसदीय लोकतंत्र को खत्म करके फासीवाद और तानाशाही को बढ़ावा देना है। भारत के अल्पसंख्यकों, कम्युनिस्टों और धर्मनिरपेक्ष विचारकों पर अत्याचार करके उन्हें जेलों में डाल कर डाॅ. अंबेडकर साहब के बनाये संविधान को खत्म कर मनुवाद का राज्य स्थापित करने की चालें चली जा रही हैं। 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन देकर और यह घोषणा करके कि भारत में गरीबी खत्म हो रही है और केवल पांच प्रतिशत लोग गरीब रह गए हैं, देश में किसानों के साथ भेदभाव किया जा रहा है। भारत में मानवाधिकार, शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार का हनन हो रहा है। जनकल्याण का बजट लगातार कम किया जा रहा है। उन्होंने भारत के संसदीय लोकतंत्र और भारतीय संविधान को बचाने के लिए प्रगतिशील और मानवतावादी विचारकों को एक मंच पर आने की आवश्यकता पर बल दिया। श्री दारापुरी ने ज्वलंत मुद्दों को लेकर श्रोताओं द्वारा पूछे गये सवालों का भी जवाब दिया।
अंबेडकर भवन ट्रस्ट के महासचिव डॉ. जीसी कौल ने आये हुए सभी साथियों का स्वागत करते हुए दारापुरी जी के बारे में बहुत सारी जानकारी दी और मंच संचालन बहुत अच्छे से किया। कार्यक्रम के अंत में अंबेडकर भवन ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री सोहन लाल ने मुख्य वक्ता दारापुरी जी और इस चर्चा में शामिल दर्शकों को धन्यवाद दिया और इस बात पर जोर दिया कि वर्तमान संकट की स्थिति में भारत के प्रत्येक नागरिक को जागरूक होना चाहिए। भारत में संसदीय लोकतंत्र को कायम रखने के लिए डॉ. अंबेडकर जी द्वारा लोकतंत्र की सफलता के लिए बताए गए बिंदुओं को व्यवहारिक रूप से लागू करने की जरूरत है। इस अवसर पर अंबेडकर भवन ट्रस्ट की ओर से श्री एस.आर. दारापुरी को सम्मानित किया गया। इस स्मृति समारोह में सर्बश्री चरण दास संधू, हरमेश जस्सल, डाॅ. राहुल, डॉ. महेंद्र संधू, प्रोफेसर बलबीर, बलदेव राज भारद्वाज, जसविंदर वरियाणा, राज कुमार, तिलक राज, हरभजन दास सांपला एडवोकेट, मास्टर चमन दास सांपला, ललित अंबेडकरी, एडवोकेट राजिंदर बोपाराय, एडवोकेट मधु रचना, हरि सिंह थिंड, राम नाथ सुंडा, जसविंदर तलवन , अमजद बेग, चरणजीत सिंह मट्टू, प्यारा सिंह तेजी, प्रदीप राजा, चरणजीत सिंह, प्रोफेसर अश्वनी जस्सल, राम लाल दास, हुसन लाल बौद्ध, चौधरी हरी राम के साथऔर भी कई हस्तियां मौजूद थीं। यह जानकारी अंबेडकर भवन ट्रस्ट के वित्त सचिव बलदेव राज भारद्वाज ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दी।
बलदेव राज भारद्वाज
वित्त सचिव
अंबेडकर भवन ट्रस्ट (रजि.), जालंधर