नबार्ड के सिखलाई कोर्स में बाबा साहिब डॉ अंबेडकर को याद किया गया

फोटो कैपशन :- बैपटिसट चैरीटेबल सोसायटी की टीम डॉ बी आर अंबेडकर सोसायटी के प्रधान क्रिशन लाल जस्सशल, महासचिव धर्म पाल पैंथर को बाबा साहिब की तसवीर देकर सम्मानित कृते हुये

महिलावां अपने अधिकारों की राखी के लिये जागरूक हो – पैंथर

हुसैनपुर (समाज वीकली) (कौड़ा)-  बैपटिसट चैरीटेबल सोसायटी, कपूरथला की ओर से भारत सरकार द्वारा मानता प्राप्त1 नबार्ड के सहयोग से 21 दिनां एमईडीपी स्की म तहत डिजाईनदार सूटों की सिखलाई कोर्स संस्थान के प्रधान जोगा सिंह अटवाल की अगुवाई में करवाया जा रहा है।

इस कोर्स में बाबा साहिब डॉ बी आर अंबेडकर सोसायटी रजि. रेल कोच फैक्ट्री के नुमाइंदे प्रधान क्रिशन लाल जस्सबल, महासचिव धर्म पाल पैंथर, सीनियर उप प्रधान संतोख राम जनागल विषेश मेहमान शामिल हुए। नबार्ड की टीम की ओर से सेंटर पर पहुचने पर स्वांगत किया गया। बैपटिसट सोसयटी के प्रधान जोगा सिंह अटवाल ने संस्था की ओर से करवाये जा कोर्सों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि नबार्ड का मकस्दक महिलाओं को सिखलाई देकर आत्मो निर्भर बनाना है।

डॉ बी आर अंबेडकर सोसायटी के महासचिव धर्म पाल पैंथर ने संस्‍था की ओर से किये जा रहे यत्नोंक की सराहना करते हुए कहा कि छोटे छोटे कार्यों से बहुत बड़े बदलाव आ जाते हैं। बाबा साहिब ने कहा था कि सरकार प्रतेक पढ़े लिखे व्‍याक्तिा को रोजगार नहीं दे सकती, हमें आत्म सम्मथन की जिंदगी जीने के लिये खुद यत्नो करने होगे। सरकार और निजि संस्था ओं की ओर से महिलाओं को करवाये जा रहे कोर्सों का फायदा उठा कर उपने रोजगार का प्रबंध खुद करना चाहिये।

महिलाओं को घर की चार दीवारी से बाहर निकलना होगा और अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होना चाहिये। अपनी सोच को उंची और बढि़या बनाओ और अपने बच्चोंज को ज्यामदा से ज्याादा पढ़ायें। बाबा साहिब ने कहा था कि कि मैं किसी समाज की तरक्ी् का अनुमान इस बात से लगाता हूँ कि उस समाज की महिलाओं ने कितनी तरक्ककी की है। अंत में पैंथर ने कहा कि बेशक एक रोटी कम खाओ, महिंगे सूट मत पहनो परंतू अपने बच्चोंर को पढ़ाने में पूरा जोर लगा दें।

मास्टेर ट्रेनर मनजीत सिंह ने बताया कि महिलाऐं बहुत ही लगन के साथ सिखलाई लै रही हैं। नबार्ड की ओर से सोसायटी के ओहदेदारों को भारतीय संविधान के निर्मता डॉ अंबेडकर साहिब की तसवीर देकर सम्माानित किया गया। इस मौके पर पैगाम सवै सहाई गरूप की प्रधान मंग्रेट, मैडम सुरजीत कौर, सुरिंदर कौर, असतीना, कमलप्रीत कौर, अलवीना, कशमीर सिंह, सेमूअल तथा अरूण अटवाल आदि ने भरपूर सहयोगा दिया।

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