निगमीकरण/ निजीकरण के खिलाफ आर सी एफ मैनज यूनियन ने की गेट रैली

कैफशन-आर सी एफ मैनज यूनियन के कार्यकता रेलवे प्रशाशन व केन्द्र सरकार के विरुद्ध नारेबाजी करते हुये

सरकार के कर्मचारियों के विरुद्ध मनमर्जी के फैसले बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे -शर्मा

 हुसैनपुर (समाज वीकली)(कौड़ा)-सभी केंद्रीय श्रमिक संगठनों के आह्वान पर श्रम कानूनों में  सिरे से बदलाव देश के बड़े बड़े उद्योगों को कौड़ी के भाव बेचना श्रम- कानून उद्योगपतियों के हितों के लिए बनाना/ निगमीकरण/ निजीकरण के खिलाफ आयोजित आम हड़ताल के समर्थन में आर सी एफ मेंस यूनियन ने सुबह 7:00 से 7:50 तक फैक्ट्री गेट के भीम राव अंबेडकर चौक पर   एक विशाल गेट रैली का आयोजन किया ।

अपने हक के लिए जारी संघर्ष में गेट रैली को संबोधित करते हुए  यूनियन के प्रधान   राजवीर शर्मा  एवं यूनियन के महासचिव जसवंत सिंह सैनी की अगुवाई में कर्मचारी विरोधी नीतियों के कारण भारत सरकार, रेल मंत्रालय ,वित्त मंत्रालय, के  विरुद्ध नारेबाजी की गई।  रैली को संबोधित करते हुए यूनियन के प्रधान राजवीर शर्मा ने कहा कि कोविड-19 जैसी आपदा को अवसर में बदलते हुए वर्तमान केंद्रीय सरकार कर्मचारियों के विरुद्ध मनमर्जी से फैसले लिए जा रहे हैं जो बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे उन्होंने भारत सरकार एवं रेलवे मंत्रालय से केंद्रीय कर्मचारियों के फ्रिज किए गए महंगाई भत्ते को तुरंत रिलीज करने की मांग की ।केंद्र सरकार ने ट्रेड यूनियनों को कमजोर करने का फैसला कर लिया है इसके तहत केंद्र सरकार ने गुप्त मतदान द्वारा ट्रेड यूनियनों को मान्यता देने की मांग को रद्द कर दिया है*

*गेट रैली को संबोधित करते हुए यूनियन के महासचिव श्री जसवंत सिंह सैनी ने कहा कि भारत सरकार की मजदूर विरोधी नीतियां के कारण आज कर्मचारियों का भविष्य दांव पर लग गया है   क्योंकि केंद्र सरकार आज सभी  केंद्रीय उद्योग जिसमें रेलवे ,बैंकिंग , एयरलाइन  इत्यादि  भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने वाली इकाइयों को कारपोरेट घरानों के हाथों औने पौने दामों में  बेचने की घिनौनी साजिश रच रही है जिसके कारण  धीरे-धीरे करके सभी  केंद्र के उपक्रमों को बेचा जा रहा है । इतना ही नहीं  अब तो केंद्र सरकार की नजर भारतीय  किसानों  की  जमीनों के ऊपर भी  है ।

जिसके  परिणाम स्वरूप  वर्तमान केंद्र सरकार  द्वारा बनाए गए काले कृषि कानूनों को जबरदस्ती किसानों के ऊपर थोपा जा रहा है  जिससे केवल किसान ही नहीं बल्कि आम जनमानस, मज़दूर, गरीब वर्ग बुरी तरीके से प्रभावित होंगे। इसीलिए  सभी केंद्रीय श्रम संगठनों ने मिलकर  भारत सरकार के खिलाफ हड़ताल करने व विरोध करने  का मोर्चा खोल दिया है जिसका रेल कोच फैक्ट्री मेंस यूनियन भरपूर समर्थन करती है  उन्होंने कहा कि आज आवश्यकता है कि सभी प्रकार के कर्मचारी, मजदूर वर्ग ,किसान एवं बेरोजगार युवा वर्तमान सरकार की मजदूर मारू नीतियों का विरोध करने के लिए एकजुट हो जाएं।*

*श्री तालिब मोहम्मद  वर्किंग प्रेसिडेंट ने लोगों को  बताया कि भारत के सरकार के मंसूबे  कर्मचारियों के प्रति कितने  खराब है जैसे कर्मचारियों के काम करने के घंटे 8 से बढ़ाकर 12 घंटे करने की साजिश रचने की योजना हो रही है जिसको कदापि बर्दाश्त नहीं किया जाएगा तालिब मोहम्मद ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आज  सभी कर्मचारियों को एवं मजदूर वर्ग, किसान , बेरोजगार युवा  जो पूरी तरह से भारतीय  नीतियों से त्रस्त है  उनको एक प्लेटफार्म पर इकट्ठे होकर  अपनी एकता का  प्रदर्शन करके सोई हुई भारत सरकार को जगाना होगा व यह बताना होगा कि  कर्मचारियों ,मजदूरों, किसानों,  बेरोजगारों के विरुद्ध  आपके द्वारा लिए गए

फैसले कभी भी फलीभूत नहीं होने दिए जाएंगे वर्किंग प्रेसिडेंट तालिब  मोहम्मद ने रैली में शामिल सभी कर्मठ आरसीएफ कर्मचारियों का हार्दिक आभार एवं अभिनंदन  व्यक्त किया इस मौके पर भारी संख्या में लोग ने डट कर नारेबाजी की जिन में प्रमुख रूप से उपस्थित  यूनियन के हरिदत्त शर्मा  वर्किंग प्रेजेंट, राजेंद्र सिंह जोनल सेक्ट्री, सतनाम सिंह, कमलजीत सिंह, अरविंद कुमार, मनिंदर वीर सिंह ,नवीन कुमार   ,ऋषि पाल ,गुरमीत सिंह  प्रभजोत सिंह चीमा, इंद्रजीत रुपवाली, राजेश नैयर करमजीत सिंह व युवा नेता नरेश कुमार,  आशुतोष कुमार,रविंद्र कुमार ,इंदरजीत सिंह रजनीश कुमार गोल्डी , राजेंद्र कुमार प्रमुख रूप से उपस्थित थे।

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