विशाल ट्रैक्टर रैली ’ के साथ विधायक नवतेज सिंह चीमा ने किया किसानी को बचाने के संगर्ष का आगाज

विधायक चीमा ने काला चोला पहन  कर किया नेतृत्व

खीरांवाली से सुलतानपुर लोधी तक सड़कें पर रोष दिखाने आए किसान

हुसैनपुर (समाज वीकली) (कौड़ा): कृषि  से सम्बन्धित तीनों आरडीनैसों  के विरुद्ध  सुलतानपुर लोधी क्षेत्र  के   किसानोंमज़दूरों ने  एक  विशाल  ट्रैक्टर रैली  के साथ  केंद्र  सरकार  और  उनके  हिस्सेदारी  अकाली  दल  की दोगली  नीति  के  विरुद्ध  लड़ाई का बिगुल ब जा दिया  हैजिसका नेतृत्व  विधायक श्रीनवतेज सिंह चीमा  ने काला चोला डाल कर किया।

कांग्रेस पार्टी द्वारा किसानों, मज़दूरों की अंधे कानून के विरुद्ध आवाज़ बुलंद करने के उद्देश्य से  बनाऐ प्रोगराम में क्षेत्र के बड़ी संख्या में किसानों ने सैंकड़े ट्रैक्टरों के साथ सम्मिलन की और विधायक चीमा के  नेतृत्व में यह प्रण किया कि वह केंद्र सरकार के इन आरडीनैसों को वापस लिए जाएँ  तक चुप करके नहीं बैठेंगे चाहे इस के लिए उन को कोई भी नुक्सान  उठाना पड़े।

खीरांवाली गाँव के स्टेडियम में किसानों और मज़दूरों के चेहरों पर जहाँ भविष्य को ले कर चिंता दिखाई दे रहे  थे वही उन में खेती उत्पादों और मंडीकरन सम्बन्धित नये आरडीनैसों  को रद्द करवाने के लिए संघर्ष करने  का जज़्बा भी स्पष्ट था। यह ट्रैक्टर रैली खीरांवाली से हो कर अलग -अलग गाँवों के किसानों को साथ जोड़ती गई।

रैली के दौरान किसानों के रूबरू होते हुए विधायक चीमा ने कहा कि बीते रविवार  को देश के इतिहास में ‘ काले इतवार ’ के तौर पर लिखा जायेगा क्यों जो इस दिन देश की अहंकारी सरकार ने देश के लोगों का पेट भरने वाले और सरहदों की चौकीदारी करने  वाले पंजाब के किसानों की पहचान मिटाने का आधार बाँध दिया है।

उन्होंने  अकाली दल पर तीखा हमला करते हुए कहा कि साल 2013 में स. प्रकाश सिंह बादल के  नेतृत्व वाली सरकार ने ऐसे कानून का नक्षा तैयार किया था, जिसके आधार पर वर्तमान आर्डीनैंस लाए गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि श्रीमती हरमिसरत कौर बादल ने इस्तीफ़ा उस समय पर दिया जब लोगों का  गुस्सा प्रचंड रूप में था  जबकि वह केंद्रीय कैबिनेट की तरफ से आर्डीनैंस के पास करते   समय पर उसका हिस्सा थे।

उन्होंने  लोगों को न्योता दिया कि वह इस लड़ाई में हर कोई और विशेष कर नौजवान अपना योगदान डालने क्योंकि यह केवल किसानों की ही नहीं बल्कि हर एक की लड़ाई है। उन्होंने  लोगों को कहा कि मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह की तरफ से पहले भी पंजाब के पानियों की रक्षा के लिए केंद्रीय समझौते रद्द करने  का दलेराना कदम उठाया गया था जबकि अब भी उनके नेतृत्व में पंजाब सरकार, कांग्रेस पार्टी और राज्य के बहादुर लोग केंद्र सरकार को यह आर्डीनैंस वापस लेने के लिए मजबूर करेंगे।

यह रोश रैली खीरांवाली से हो कर ऊँचा, फत्तूढींगा, तलवंडी चौधरियों, शालापुर होते हुए सुलतानपुर लोधी की पुड्डा ग्राउंड में समापत  हुई।

इस अवसर पर विशेष तौर पर मार्केट समिति सुलतानपुर लोधी के चेयरमैन परमिन्दर सिंह पप्पा,गुरिन्दरपाल सिंह ब्लाक समिति मैंबर, दलबीर सिंह ब्लाक समिति मैंबर, परविन्दर सिंह चेयरमैन मार्केट समिति, दीपक धीर  वाइस चेयरमैन मार्केट समिति, रजिन्दर सिंह तकिया चेयरमैन ब्लाक समिति, मंगल सिंह भट्टी वाइस चेयरमैन ब्लाक समिति, जसवंत सिंह पड्डा खीरांवाली, सरपंच यादविन्दर सिंह ऊँचा, गुरप्रीत सिंह सरपंच फ़ौजी कालोनी, अमरीक सिंह जहांगीरपुर, सुरजीत सिंह नंबरदार खीरांवाली, मलकीत सिंह यूथ, सतनाम सिंह सरपंच सैफलाबाद, इंद्रजीत खहरा बेट, इन्द्रजीत सिंह सरपंच मियानी बोला , सरबजीत सिंह सरपंच

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