रजनी सहोता को प्रथम माता सावित्री बाई फूले 2020 पुरस्कार से निवाजा
हुसैनपुर (समाज वीकलੀ) (कौड़ा)-सिंबल आफ नालेज एवं महिलाओं के मुक्तिदाता बाबा साहिब डॉ. बी. आर. अंबेडकर ने कहा था कि मैं किसी समाज की प्रगति का अनुमान इस बात से लगाता हूँ कि उस समाज की महिलाओं ने कितनी तरक्की की है। शिक्षा के बगैर कोई भी इंसान तरक्की नहीं कर सकता। शिक्षा ही एक ऐसा हथियार है जिससे अपने आपको और समाज को बदला जा सकता है।
यह शब्द बाबा साहिब डॉ. बी. आर. अंबेडकर सोसायटी रजि. रेल कोच फैक्ट्री, कपूरथला के महासचिव धर्म पाल पैंथर ने भारत की पहली महिला अध्यापिका माता सावित्री बाई फूले टयूशन सेंटर गांव नानो मल्लियां की इंचार्ज बेटी रजनी सहोता को प्रथम माता सावित्री बाई फूले 2020 पुरस्कार के अवसर पर गांव वासियों को संबोधित करते हुए कहे। बेटी रजनी ने समाज के जरूरतमंद बच्चों को पढ़ाने के साथ साथ महिलाओं को शिक्षा के महत्व के बारे में जानकारी दी।
अंबेडकरी चिंतक निरवैर सिंह ने कहा कि बेटी ने अलग अलग गांवों में बच्चों को माता सावित्री बाई फूले के संघर्षशील जीवन और उनके मिशन से अवगत करवाया। बाबा साहिब डॉ. बी. आर. अंबेडकर सोसायटी ने समाज की होनहार बेटी रजनी सहोता को उनके सराहनीय कार्यां के लिये सम्मानित करके बहुत ही गौरव का अहसास हुआ।
इस शुभ मौके पर बहुजन समाज पार्टी के जोन इंचार्ज तरसेम सिंह डौला ने कहा कि बेटी रजनी ने समाज में बाबा साहिब अंबेडकर मिशन के लिये महिलाओं और लड़कियों को जागरूक किया और इस उपलब्धि के लिये मुबारकवाद दी। इसके अलावा आदरणीय पूरन चंद बोध, डा. अमनदीप भट्टी दयालपुर एवं सोहन बैठा ने बेटी रजनी को शुभकामनायें दी।
इस शुभ अवसर पर सोसायटी की ओर से बेटी रजनी सहोता को प्रथम माता सावित्री बाई फूले 2020 पुरस्कार में स्मृति चिन्ह और 1100 रूपए देकर सम्मानित किया गया। इसके साथ ही पुस्तकालय के लिये एक बुक-अलमीरा तथा 8000 रूपए मुल्य की बहुजन महापुरुषों के जीवन और मिशन से संबंधित किताबें भेंट की गई। अपने सम्मान में रजनी सहोता ने कहा कि यह मेरी जिंदगी की बहुत ही अहम प्राप्ती है जिसको कभी भी भुला नहीं सकती। मैं अंबेडकर सोसायटी का धन्यवाद करती है और विशवास भी दिलाती हूँ कि भविष्य में बहुजन समाज की बेटियों और महिलाओं को माता सावित्री बाई फूले के जीवन और मिशन संबंधी जानूं करवाती रहूँगी।
इस मौके पर सीनियर उप प्रधान संतोख राम जनागल, निर्मल सिंह, धर्मवीर, प्रमोद सिंह, गुरजोत सिंह, राहुल नाहर सुलतानपुर लोधी तथा पूर्व सरपंच हरबंस सिंह सहोता आदि शामिल हुए। दानी सज्जनों में जगतार सिंह, अमरजीत सिंह मल्ल, शिंद पाल, रिशी रंगा, सुरेश चंद्र बोध, मनजीत सिंह कैलपुरिया, शेर सिंह, टेक चंद, जसवीर सिंह, राजेश कुमार, शिव कुमार सुलतानपुरी, गुरनाम सिंह रघुबीर चंद गुरदासपुरी एवं अशोक भारती आदि ने सहयोग किया।