अंबेडकर भवन में ‘भारतीय संविधान और तर्कशीलता’ पर हुयी चर्चा – ‘देश दोआबा’ अखबार को दी बधाई

फोटो कैप्शन: श्री एलआर बाली को सम्मानित करते अंबेडकर मिशन सोसाइटी के कार्यकर्ता।

जालंधर (समाज वीकली): अंबेडकर मिशन सोसाइटी पंजाब (रजि.) ने अंबेडकर भवन, डॉ. अंबेडकर रोड, जालंधर पर ‘भारतीय संविधान और तर्कशीलता’ पर एक परिचर्चा का आयोजन किया। मशहूर अंबेडकरवादी, भीम पत्रिका के संपादक और आल इंडिया समता सैनिक दल के प्रमुख सलाहकार, एल आर बाली ने चर्चा में बतौर मुख्यवक्ता भाग लिया। इस आयोजन की अध्यक्षता सोसाइटी के अध्यक्ष मैडम सुदेश कल्याण ने की। बलदेव राज भारद्वाज ने एल आर बाली को दर्शकों से परिचित कराया।

श्री बाली ने अपने संबोधन में कहा कि बाबा साहब अंबेडकर ने भारत के संविधान की प्रस्तावना में विधानसभा सदस्यों एच वी कामथ, रोहिणी कुमार चौधरी, शिवन लाल सक्सेना, पंडित गोविंद मालवीय और ईश्वर प्रसाद द्वारा संशोधित शब्दों को अस्वीकार कर दिया और यह प्रस्तावना बनाई : हम, भारत के लोग, भारत को एक संपूर्ण प्रभुत्वसंपन्न, समाजवादी, पंथनिरपेक्ष, लोकतंत्रात्मक गणराज्य[1] बनाने के लिए, तथा उसके समस्त नागरिकों को: सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय, विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास, धर्म और उपासना की स्वतंत्रता, प्रतिष्ठा और अवसर की समता, प्राप्त कराने के लिए, तथा उन सब में, व्यक्ति की गरिमा और राष्ट्र की एकता और अखण्डता[2] सुनिश्चित कराने वाली, बन्धुता बढ़ाने के लिए, दृढ़ संकल्पित होकर अपनी संविधानसभा में आज तारीख 26 नवम्बर 1949 ईस्वी (मिति मार्गशीर्ष शुक्ल सप्तमी, संवत दो हजार छह विक्रमी) को एतद् द्वारा इस संविधान को अंगीकृत, अधिनियमित और आत्मार्पित करते हैं। श्री बाली जी ने स्पष्ट किया कि इंदिरा गांधी द्वारा 1977 में आपातकाल के दौरान संविधान के 42 वें संशोधन में ‘समाजवाद, धर्मनिरपेक्षता’ शब्द जोड़ा गया था। श्री बाली ने यह भी कहा कि जब तक सरकारें संविधान को तर्कसंगत और ईमानदारी के साथ लागू नहीं करती हैं, देश का भला नहीं हो सकता। अपने भाषण के बाद, बाली जी ने दर्शकों के सवालों के जवाब देकर उनको आश्वस्त किया । अंबेडकर मिशन सोसाइटी द्वारा श्री एलआर बाली को सम्मानित किया गया।

मैडम सुदेश कल्याण ने दर्शकों का धन्यवाद किया और कहा कि समाज के लोगों को इस तरह की बैठकों में अधिक से अधिक भाग लेना चाहिए। अंबेडकर मिशन सोसाइटी की ओर से वरिंदर कुमार ने गुरु नानक देव जी के 550 वें प्रकाश दिवस को समर्पित ‘देश दोआबा’ अखबार के पहले धन्यवाद समागम के अवसर पर उनको बधाई दी और कहा कि वह ‘देश दोआबा’ के मुख्य संपादक, प्रेम कुमार चुंबर और उनकी टीम के लोगों को शुभकामनाएं देते हैं कि वोह दिन दुगनी और रात चौगनी प्रगति करें और अपने समाचार पत्र ‘देश दोआबा’ के माध्यम से समाज की सेवा करते रहें ।

वरिंदर कुमार ने मंच का प्रबंधन भी बाखूबी किया। इस अवसर पर जसविंदर वरियाणा, तिलक राज, चमन लाल, एडवोकेट परमिंदर सिंह, एडवोकेट हरभजन सांपला, चमन दास सांपला, राम लाल दास, जनक राज चौहान, बीसी गिल, डीपी भगत, हरमेश जस्सल , के एल कल्याण, गौतम, शुभम और प्रीति कौलधर विशेष रूप से शामिल हुए।
वरिंदर कुमार, महासचिव

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