वाराणसी के चौकाघाट स्थित सीवर में गैस रिसाव और तेज बहाव के कारण दो मजदूरों की मृत्यु और एक गंभीर घायल

वाराणसी – उपर्युक्त के संदर्भ में वाराणसी के नागरिक संगठनों द्वारा पीढ़ित के मौजूदगी में विगत 28 नवम्बर को चेतगंज थाने में लिखित शिकायत दर्ज की गई थी, 28 नवम्बर के पूर्व और उसके उपरांत भी डीएम एसपी महोदय से कार्यवाही के मांग के लिए ज्ञापन भी सौंपा गया था लेकिन अबतक कोई भी ठोस कार्यवाही प्रशासन द्वारा नही किया गया।
आपको अवगत कराना है कि 10 नवम्बर के घटना में दो मजदूरों की मृत्यु हुई थी और एक गंभीर रूप से घायल हुआ था उसका एक पैर खराब हो चुका है और एक आंख की रौशनी सीवर के गैस लगने के कारण बिल्कुल कम हो चुकी है। लेकिन 15 नवम्बर को प्रशासन द्वारा किये गए बेहद कमजोर एफआईआर में ना तो “एससी एसटी एक्ट” के तहत मुकदमा दर्ज हुआ ना ही “मैन्युअल स्कवैनजिंग एक्ट 2013” के तहत दोषियों पर मुकदमा दर्ज हुआ। येही नही उस मुकदमे में तीसरे पीढ़ित सतेंद्र पासवान का नाम ही नही है और ना किसी तरह का कोई उसका जिक्र है। ऐसे स्थिति में अब तक प्रशासन द्वारा घायल पीढ़ित सतेंद्र पासवान को ना ही कोई मुआवजा मिला है और ना ही उसके इलाज का कोई प्रबंध प्रशासन ने किया है। उल्टा दोषियों द्वारा उसे फोन पर डराया धमकाया जा रहा है। अतः हम सब आपसे उपर्युक्त मामले में निम्नलिखित मांग करते हैं।
1-  दो मजदूरों की तरह ही सतेंद्र पासवान को तत्तकाल मुआवजा दिलवाया जाये।
2- पूर्व में हुए एफआईआर में तीसरे पीढ़ित सतेंद्र पासवान का नाम डलवाया जाये
3- इस मामले ने एससी एसटी एक्ट एवम मैन्युअल स्कवैनजिंग एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया जाये
4- दोषियों के खिलाफ तत्काल कार्यवाही की जाये
5- तीनो पीढ़ितों के परिवार के किसी एक सदस्य को तत्तकाल रोजगार मुहैया करवाया जाये
6- चुकी सतेंद्र पासवान घटना का चश्मदीद गवाह है अतः उसका बयान दर्ज करवाया जाए और उसको सुरक्षा प्रदान की जाये
7- बनारस में तत्तकाल बिना किस उपकरण के सीवर में उतारे जाने पर रोक लगाया जाए।
धन्यवाद।।
उपर्युक्त ज्ञापन आज दिनांक 18/12/2018 को रास्ट्रीय इंकलाबी दलित आदिवासी मंच (रीदम) के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल सीवर में दुर्घटना से मृत दो मजदूरों और एक घायल मजदूर के मांगो को लेकर डीएम,एसपी कार्यालय में ज्ञापन सौंपा जिसमे रीदम के संयोजक डॉ.अनूप श्रमिक के अलावा पीड़ित मजदूर सतेंद्र पासवान, जागृति राही, दया शंकर पटेल, जगधारी प्रसाद, कामता प्रसाद, मूसा आज़मी, झारखण्डे पासवान आदि शामिल रहे।
भवदीय
डॉ.अनूप श्रमिक
सयोंजक-रीदम
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