16 जुलाई को रोष रैली की घोषणा
मांगे ना मानी तो लगेगा पक्का धरना -वरिंदर,सुखराज
हुसैनपुर ,10 जुलाई (कौड़ा) (समाज वीकली) : जिस देश की कौम का निर्माता ही परेशानी से गुजरा हो। उस देश के बाकी लोगों की हालत के बारे में अंदाजा लगाया जा सकता है। जहां भविष्य संवारने वाले ही समय की सरकारों से इंसाफ की मांग कर रहे हो। वहां भविष्य का कया बनेगा?
यह शब्द गंभीर सोच विचार करने वाले मुद्दे हैं। पंजाब में 370 अध्यापक विशेष जरूरत वाले बच्चों को शिक्षा देने के साथ-साथ सरकारी आदेशों का पालन करते हुए कार्य करते आ रहे हैं ।परंतु उनकी जरूरत की तरफ सरकार का कोई भी ध्यान नहीं है।
जिससे वह मुश्किलों से गुजर रहे हैं। बातचीत दौरान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र वोहरा और महासचिव सुखराज सिंह ने बताया कि आई ई आर टी अध्यापक पिछले 15 वर्ष से दिव्यांग बच्चों को शिक्षा और बाकी सभी सुविधाएं देने का काम बड़ी सेवा भावना से कर रहे हैं ,और निरंतर लॉकडाउन के चलते भी बच्चों को शिक्षा दे रहे हैं।
परंतु सरकार ने इन अध्यापकों को सब सुविधाओं से वंचित रखा हुआ है। प्रदेश अध्यक्ष वरिंदर वोहरा और महासचिव सुखराज सिंह का कहना है कि यह सभी अध्यापक स्पेशल बच्चों के डिग्री डिप्लोमा करके पूरे कानूनी ढंग से शर्तों के तहत इस नौकरी में आए थे। सर्व शिक्षा अभियान, समग्र शिक्षा पंजाब ने ठेके पर कार्यरत करते सभी कर्मचारियों को पक्का कर दिया।
परंतु आई.ई.आर.टी अध्यापक जो 2005 से काम कर रहे हैं ।उनके वेतन को बिना किसी कारण कट लगा दिया गया है और उनको अब तक रेगुलर भी नहीं किया गया। उन्होंने रोष प्रकट करते हुए कहा कि ना ही शिक्षा सचिव और ना डी.जी.एस.ई द्वारा कोई मीटिंग की जा रही है।
उक्त अध्यापकों ने कहा कि मजबूरन आई.ई.आर.टी यूनियन ने फैसला लिया है कि 16 जुलाई दिन गुरुवार को डी.जी.एस.ई कार्यालय के आगे जमकर रोष प्रदर्शन किया जाएगा और हमारी मांगों का कोई हल ना निकला तो पक्के तौर पर धरना भी लगाया जाएगा ।