पिछले 18 सालों का रिकार्ड मासिक उत्पादन
हुसैनपुर (कौड़ा) – वर्ष 2020-21 के जुलाई महीने में रेल कोच फैक्टरी, कपूरथला ने एल एच बी डिब्बों के निर्माण में एक नया कीर्तिमान हासिल किया है। इस महीने में आर सी एफ ने 151 एल एच बी कोचों का निर्माण किया है जो सन 2002 में भारतीय रेल द्वारा एल एच बी कोचों के उत्पादन की शुरूआत किए जाने से लेकर अब तक किसी भी उत्पादन ईकाई का सर्वाधिक मासिक उत्पादन है। जून महीने में आर सी एफ ने 107 एल एच बी डिब्बे बनाए थे। पिछले वर्ष जुलाई महीने में आर सी एफ ने 65 एल एच बी डिब्बों का निर्माण किया।
इस वित्तीय वर्ष के पहले चार महीनों में आर सी एफ ने कोरोना वायरस के कारण लोकडाउन के चलते 310 कोचों का उल्लेखनीय निर्माण किया है जिसमें से 307 एल एच बी डिब्बे हैं।
आर सी एफ ने लगातार अपनी उत्पादन प्रक्रिया में नितीगत परिवर्तन करके कोचों की गुणवत्ता तथा उत्पादन क्षमता को बढ़ाया है। वर्ष 2002 में मैसर्स एलस्टॉम, जर्मनी से एल एच बी टैक्नॉलजी आर सी एफ ने प्राप्त की थी। 23 जून 2003 को आर सी एफ से पहला एल एच बी युक्त डिब्बों का राजधानी रेक तैयार कर रवाना किया था।
तब से आर सी एफ ने अब तक 6500 से अधिक एल एच बी डिब्बों का निर्माण किया है। इन डिब्बों को पहले पहले भारत की प्रीमियम गाडि़यॉं जैसे राजधानी, शताब्धी, दुरान्तो,डबल डैकर में लगाया जाता रहा मगर हम इन डिब्बों की उपयोगिता देखकर इन्हें लम्बी दूरी की मेल एक्सप्रैस गाडि़यॉं तथा अन्य सामान्य गाडि़यों मे भी लगाया जा रहा है।
स्टेनलेस स्टील से बने यह डिब्बे तेज गति से चलने में सक्षम हैं। इनकी सीटिंग/ बर्थ कैपेस्टी भी आई सी एफ टाईप डिब्बों से अधिक है। इन डिब्बों में विश्वस्तरीय मानकों के अनुसार कई एैसी विशेषताऍं शामिल की गई हें जो कि यात्रा को अत्यंत सुविधाजनक बनाती हैं। इन डिब्बों में यात्रियों की सुरक्षा के लिए सी सी टी वी कैमरे और फायर अलार्म भी लगाये गये हैं।
भारतीय रेल की नवीनीकरण के लिए सबसे पहले आर सी एफ ने एल एच बी टैक्नॉलजी को अपनाया और इसके बाद इंटेगरल कोच फैक्टरी,चैन्नई और माडर्न कोच फैक्टरी,रायबरेली ने भी इनका नियमित उत्पादन शुरू किया।