रेल कोच फैक्ट्री में एल पी जी के रिसाव के प्रबंधन का हुआ मोक ड्रिल

कैपशन-रेल कोच फैक्ट्री में एल पी जी के रिसाव के प्रबंधन संबंधी हुऐ मौक डरिल का दृश्य

हुसैनपुर (समाज वीकली) (कौड़ा)- रेल कोच फैक्ट्री कपूरथला में मेजर एक्सीडेंट हैज़ार्डस  यूनिट के तहत आर सी एफ के सैफ्टी सेल द्वारा  एल पी जी यार्ड में एल पी जी गैस के रिसाव का एक मॉक  ड्रिल (अभ्यास)  का आयोजन किया गया I

इस मौके पर श्री गुरजंट सिंह , असिस्टेंट डायरेक्टर ऑफ़ फैक्ट्रीज, फगवाड़ा,  श्री सरबजीत सिंह, जी. ऍम/ डिस्ट्रिक्ट इंडस्ट्रीज सेंटर , कपूरथला,   श्री जितिन गोहल मार्कफेड, आर सी एफ  के डिप्टीा चीफ मेकेनिकल इंजीनियर श्री आर एस बीका तथा, कार्य प्रबंधक नरेंद्र कुमार ओबेरॉय मौजूद रहे  I इसी अभियास के तहत कंट्रोल रूम में आर सी एफ के डिप्टीे चीफ मेकेनिकल इंजीनियर (प्लांट )  श्री जी एस नेगी, सहायक सुरक्षा आयुक्त श्री एस के नेगी  और  जन संपर्क अधिकारी श्री जितेश कुमार मौजूद रहे।

एल पी जी मॉक  ड्रिल के लिए एल पी जी वेपर लाइन के आइसोलेशन वाल्व से हैवी लीकेज का सीनारिओ  रखा गया I मॉक ड्रिल का साईरन  बजते ही सभी इमरजेंसी रिस्पांस टीमें   एल पी जी साइट पर जल्दी पहुँची तथा सभी टीमों ने पूरी सतर्कता तथा कुशलता बरतते हुए  इस मोक ड्रिल के अभियास को सफल बनाया I इसी दौरान कण्ट्रोल रूम से  फायर स्टेशन/ कपूरथला कॉन्टैक्ट किया गया तथा फायर टेंडर कपूरथला को फायर स्टॉसफ  सहित केवल 25 मिनट में आर सी एफ के एल पी जी वार्ड पर पहुंच गया I

मॉक ड्रिल के बाद श्री गुरजंट सिंह , असिस्टेंट डायरेक्टर ऑफ़ फैक्ट्रीज, फगवाड़ा ने सभी टीमों को संबोधन किया I यह ध्यान योग्य  है कि आर सी एफ में  हर 6 महीने में एल पी जी मॉक ड्रिल आयोजित की जाती हैं तथा हर बार की तरह इस बार भी मॉक ड्रिल सफल रही I पिछली मॉक ड्रिल लॉक डाउन के दौरान मई महीने में आयोजित की गई थी। इसके अलावा आर सी एफ में फायर और कार्बन डाई आक्साीइड प्लांलट की भी मॉक ड्रिल की जाती है ताकि किसी भी उद्यौगिक दुर्घटना से बचाव रहे।

आर सी एफ में एल पी जी गैस के 50 मीट्रिक टन की क्षमता वाले दो गैस प्लांट हैं तथा इसकी पाइपलाइन की लम्बाई दो किलोमीटर है I एल पी जी प्लांट के ऊपर एक ऑटो स्प्रिंकलर सिस्टम लगा हुआ है जहां से तापमान के 40 डिग्री से बढ़ने पर पानी अपने आप बरसना शुरू हो जाता है I

एल पी जी गैस प्लांट में फाइव चैनल एल पी जी मॉनिटरिंग सिस्टम भी लगा हुआ है जहां से लीकेज होने पर अलार्म बजने लगता है I सेफ्टी के मद्दे – नज़र , एल पी जी प्लांट में 24 घंटे एक तकनीशियन और रेलवे सुरक्षा बल के जवान की ड्यूटी रहती है और लॉक डाउन के दौरान भी यह ड्यूटी निर्विघिन्न जारी रही I

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