रेल कोच फैक्टरी कोरोनोवायरस के खतरे से लड़ने के लिए पोस्ट कोविड कोच तैयार किए

कैपशन-2 एसी और 2 नॉन एसी स्लीपर कोच आर सी एफ से उत्तर पश्चिम रेलवे के लिए रवाना करते हुऐ श्री रवींद्र गुप्ता महाप्रबंधक, अन्य अधिकारी
  • 2 एसी और 2 नॉन एसी स्लीपर कोच आर सी एफ से उत्तर पश्चिम रेलवे के लिए रवाना 

हुसैनपुर , 14 जुलाई (कौड़ा) (समाज वीकली) : रेल कोच फैक्ट्री , ने आज चार पोस्ट कोविड  कोच तैयार रवाना किये हैं जो कोरोवायरस के खतरे से लड़ने के लिए भारतीय रेलवे में पहली बार निर्मित किए गए हैं । 02 एसी और 02 नॉन एसी स्लीपर कोच श्री रवींद्र गुप्ता महाप्रबंधक, अन्य अधिकारियों और स्टाफ की मौजूदगी में आर सी एफ से उत्तर पश्चिम रेलवे के लिए रवाना किये गए ।

विशेष रूप से डिज़ाइन किए गए पोस्ट कोविड  के कोचों में कोविड  -19 के मद्देनज़र डिज़ाइन में कई सुधार बदलाव  गए हैं । यात्रियों की सुविधा के लिए कई हैंड्सफ्री सुविधाओं को शामिल किया  गया है, जिसमें शौचालय के अंदर वॉश बेसिन पर पैर संचालित पानी के नल और साबुन के डिस्पेंसर शामिल हैं। वायरस के खतरों को रोकने के लिए लैवेटरी डोर, कंपार्टमेंट डोर, फ्लश वॉल्व पर पैरों से चलने वाली व्यवस्थाओं का प्रावधान किया गया है ।

इस के इलावा बांह से खोलने के लिए ऐ सी के कम्पार्टमेंट डिब्बों में विशेष व्यवस्था की गयी है जिससे घातक कोविड  के खतरे को कम किया जा सकता है ।सभी कोचों में कॉपर कोटेड हैंडल  , चिटकनी  और कुण्डी लगाए गए हैं। कॉपर में एंटी माइक्रोबियल गुण होते हैं और इसलिए यह कुछ ही घंटों में इस पर लगे वायरस को ख़त्म कर देते हैं ।इसके इलावा प्लाज्मा एयर उपकरणों का प्रावधान एसी कोचों के एसी डक्ट में किया गया है I

 यह एसी कोच के अंदर की हवा और सतहों को आयनित हवा का उपयोग करके साफ़ करता है जो कोचों को कोविड  -19 से बचाव करता है तथा उसे वायरस से प्रतिरोधी बनाता है।इन पोस्ट कोविड कोचों के अंदर टाइटेनियम डाइऑक्साइड की नैनो कोटिंग की गई है जो पर्यावरण के अनुकूल जल आधारित कोटिंग है जो वायरस, बैक्टीरिया, मोल्ड और फंगल विकास को समाप्त करती है और अधिक महत्वपूर्ण रूप से इनडोर वायु की गुणवत्ता को बढ़ाती है। टाइटेनियम डाइऑक्साइड एक सुरक्षित पदार्थ माना जाता है और मनुष्यों के लिए हानि रहित है।

यह कोटिंग वॉशबेसिन, लैवेटरी, सीट और बर्थ, स्नैक टेबल, ग्लास विंडो, फ्लोर और वस्तुतः हर सतह पर लगाई जाती है जो मानव संपर्क में आती है।इसके अलावा, कोच में कई स्थानों पर कोविड से बचावों को दर्शाते स्टिकर लगाए  गए हैं ताकि यात्रियों को वायरस के खिलाफ सावधानी बरतने के लिए लगातार याद दिलाया जा सके ।ये कोच बिना शक रेल यात्रियों में बिना खौफ के रेल यात्रा करने का आतम विश्वास पैदा करेंगे और कोरोनोवायरस के घातक खतरे से लड़ने में मदद करने को पूरी तरह सक्षम हैं।

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