जालंधर (समाज वीकली): ऑल इंडिया समता सैनिक दल, जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी नई दिल्ली के छात्रों पर, कैंपस के अंदर जा कर सांप्रदायिक ताकतों द्वारा लाठी-डंडों और लोहे की रॉडों से खूनी हमले की कड़ी निंदा करता है. ऑल इंडिया समता सैनिक दल (रजि.) पंजाब इकाई के प्रदेश अध्यक्ष जसविंदर वरियाणा ने कहा कि जहां दलित, मुस्लिम और अल्पसंख्यक छात्र पढ़ रहे हैं, उन विश्वविद्यालयों में छात्रों पर सांप्रदायिक संगठनों और गुंडे गिरोहों द्वारा व्यवस्थित रूप से हमले किये जा रहे है। पहले जामिया मिलिया इस्लामिया, फिर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय और अब जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय को निशाना बनाया गया है.
जसविंदर वरियाणा ने चिंता व्यक्त की कि जब गैंगस्टर जे एन यू छात्रों पर खूनी हमले कर रहे थे, तो पुलिस चुप रही और विश्वविद्यालय के कुलपति ने भी कोई कार्रवाई नहीं की. सरकार की गलत नीतियों से आम लोगों का ध्यान हटाने के लिए, रोहित वेमुला हत्या कांड, भीमा कोरेगांव, जीएसटी, सर्जिकल स्ट्राइक, अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों (अत्याचारों की रोकथाम) एक्ट को पतला करने और श्री गुरु रविदास मंदिर गिराने जैसे कार्य किये गए. हमारा भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है. यहाँ अलग-अलग धर्मों – हिंदू, सिख, ईसाई, मुस्लिम, पारसी, बौद्ध, जैनी लोग रहते है. यहाँ ऐसे लोग भी रहते हैं जो किस धर्म को नहीं मानते. समता सैनिक दल का मानना है कि मोदी सरकार अब सीएए, एनपीआर और एनआरसी जैसे कानूनों को लागू करके देश को विभाजित करने और आरएसएस के एजेंडे के अनुसार हिंदू-राज्य स्थापित करने का प्रयास कर रही है. वरियाणा ने कहा कि ऑल इंडिया समता सैनिक दल इसका कड़ा विरोध करता है. इस अवसर पर वरिंदर कुमार, बलदेव राज भारद्वाज, एडवोकेट कुलदीप भट्टी और तिलक राज उपस्थित थे.