केंद्रीय बिजली संशोधन कानून 2020  से कर्मचारियों और आम जनता  की सुविधाओं पर चलेगी कैंची 

कैपशन-इंजीनियर गुरनाम सिंह बाजवा
कल बिजली इंजीनियर केंद्रीय बिजली संशोधन कानून 2020 का करेंगे विरोध -इंजीनियर बाजवा
हुसैनपुर ,30 मई (समाज वीकली  – कौड़ा)- केंद्र सरकार द्वारा बिजली संशोधन कानून बिल 2020 का खरड़ा तैयार करते समय राज्य सरकार और बिजली कर्मचारी संगठनों के नुमाइंदों को भरोसे में नहीं लिया गया।  जिसके चलते पंजाब भर के समूह बिजली इंजीनियर केंद्रीय बिजली संशोधन कानून बिल 2020 एक्ट का 1 जून को बढ़-चढ़कर विरोध करेंगे।यह शब्द कौंसिल आफ जूनियर इंजीनियर के   सर्कल अध्यक्ष इंजीनियर गुरनाम सिंह बाजवा ने कहे।
करतारपुर मंडल में समूह सर्कल पदाधिकारियों की एक बैठक में जूनियर इंजीनियर गुरनाम सिंह बाजवा ने कहा कि एक तरफ तो देश की जनता कोविड-19 नाम की महामारी के कारण पैदा हुए संकट से लड़ रही है ।  दूसरी तरफ केंद्र सरकार द्वारा   चुपचाप ऐसी कर्मचारी मारू नीतियां जारी की जा रही है ।जो सीधे रूप में कर्मचारियों का आर्थिक और मानसिक शोषण का कारण बन रही है  जिसके चलते देशभर के कर्मचारियों के मनों के अंदर मोदी सरकार प्रति सख्त नाराजगी पाई जा रही है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय बिजली संशोधन कानून बिल 2020 एक्ट के लागू होने से समूचा पावर सेक्टर आम गरीब जनता और किसान को प्रभावित करेगा ।जिसका सीधा असर आर्थिक संकट से जूझ रहे किसान वर्ग और गरीब मजदूर पर पड़ेगा।जिसके चलते देशभर के कर्मचारियों के मनों के अंदर मोदी सरकार प्रति सख्त नाराजगी पाई जा रही है ।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के उक्त बिजली  संशोधन कानून 2020 एक्ट को जल्दी पास करवाने की मंशा अनेकों सवाल खड़े करती है। जिसमें कर्मचारीयों को मिल रही हर तरह की सब्सिडी खत्म हो जाएंगी ।बड़ी संख्या में हाजिर बिजली इंजीनियरों गुरराम सिंह बाजवा ने कहा कि समूह काउंसिल सदस्य पद अधिकारी इंजीनियर द्वारा केंद्रीय कोऑर्डिनेशन कमेटी के  अहवान पर मनाए जा रहे रोष दिवस में पूरन तौर पर जहां से शमूलीयत की जाएगी ।वहीं केंद्रीय बिजली संशोधन कानून बिल 2020 एक्ट का पूर्ण तौर पर विरोध करते हुए   1 जून को इंजीनियर और कर्मचारी काले बिल्ले लगाकर रोष प्रकट करेंगे ।बैठक मौके इंजीनियर बलवीर सिंह ,इंजीनियर जसवीर सिंह बसरा, इंजीनियर कुलतार सिंह कपूरथला ,कृषण लाल कपूरथला ,इंजीनियर बलजीत सिंह करतारपुर, इंजीनियर योगेंद्र सिंह करतारपुर  आदि उपस्थित थे।
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