हुसैनपुर , 1 जून (समाज वीकली)(कौड़ा)- नेशनल कोऑर्डिनेशन कमेटी आफ इलेक्ट्रिसिटी इंजीनियर के आह्वान पर पंजाब पावर फैक्टर इंजीनियर द्वारा बिजली घर खैड़ा मंदिर कपूरथला में काले बिल्ले लगाकर रोष दिवस मनाया गया । केंद्रीय बिजली शंशोधन कानून 2020 का विरोध करते हुए रोष प्रदर्शन दौरान मोदी सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी करते हुए बिजली इंजीनियर को संबोधित करते हैं काउंसिल आफ जूनियर इंजीनियर सर्कल कपूरथला के अध्यक्ष इंजीनियर गुरनाम सिंह बाजवा ने कहा कि एक तरफ तो सारा देश कोविड-19 नाम की महामारी के कारण गंभीर आर्थिक संकट से गुजर रहा है। दूसरी तरफ केंद्र सरकार ने सारी नैतिक कदरे कीमतों को दरकिनार करते हुए बिजली संशोधन बिल 2020 का खरड़ा तैयार करके देश के समूह राज्य की सरकारों द्वारा प्रति क्रम मांग लिया है । जो बहुत ही ज्यादा निंदनीय विषय है।
उन्होंने कहा कि इस बिजली संशोधन बिल के पास होने से पावर सेक्टर किसान वर्ग और गरीब लोग प्रभावित होंगे। क्योंकि उक्त बिल पास होने से उक्त वर्ग लोगों को मिलती सब्सिडी खत्म हो जाएंगी और प्राइवेट सेक्टर को बल मिलेगा। उन्होंने कहा कि 18 वर्ष पहले केंद्र सरकार द्वारा बिजली संशोधन बिल 2003 अंत में लाया गया था और उस समय केंद्र सरकार का मंत्र खप्तकारों को बढ़िया सेवाओं के साथ सशक्त सस्ती बिजली भी था। जो कि आज तक प्राप्त नहीं हो सका। रोष धरने को संबोधित करते हुए काउंसिल के सचिव इंजीनियर बलवीर सिंह ने कहा कि बिजली संशोधन बिल 2020 द्वारा केंद्र सरकार राज्यों के अधिकारों को देने जा रही है ।
उन्होंने कहा कि इस बिजली बिल के पास होने से स्टेट बिजली रेगुलेटरी कमीशन के चेयरमैन और सदस्य लगाने के अख्तियार के ऊपर केंद्र सरकार का कब्जा हो जाएगा।जिसका उपयोग करके ही केन्द्र सरकार ही बिजली के हर काम का संचालन करेगी और राज्य सरकार अपने अधिकारों से वंचित हो जाएगी काउंसिल के उक्त वक्ताओं ने के अलावा रोष प्रदर्शन में शामिल इंजीनियर कृषणलाल , इंदर सिंह, अवतार सिंह इंजीनियर जसवीर सिंह बसरा, इंजीनियर जोगिंदर सिंह, इंजीनियर हाकम सिंह, इंजीनियर महेंद्र सिंह, इंजीनियर बलजीत सिंह, आदि मोदी सरकार खिलाफ जोरदार नारेबाजी करते हुए कैप्टन सरकार को अपील की कि वह केंद्रीय बिजली संशोधन कानून 2020 का डटकर विरोध करें तो उक्त बिजली बिल पास हो सके।