15 मिनट में ₹45000 उड़ाए, महीने पहले उड़ाए थे 4.60 लाख,
एटीएम केबिन के बाहर शिकार की तलाश में घूम रहे शातिर,
डेराबस्सी (समाज वीकली)- एटीएम केबिन में कार्ड बदलकर हजारों रुपए निकलवाने की घटनाएं आम हो रही है परंतु अब ज्यादा रकम निकालने के लिए कार्ड बदलने वाले अपने साथ स्वैप मशीन भी रखने लगे हैं। स्वैप मशीन व दर्जनों कार्ड रख कर ये शातिर व्यस्त एटीएम केबिन के बाहर सरेआम शिकार की तलाश में घूम रहे हैं परंतु पुलिस गिरफ्त से बाहर बने हुए हैं। सोमवार को ताजा घटनाक्रम में एक युवक का कार्ड बदलकर उसके खाते से 45000 रू उड़ा लिए गए। एक महीने पहले ही डेराबस्सी के एक रिटायर्ड ईएसआईसी इंस्पेक्टर अमरीक सिंह के खाते से शातिरों ने कार्ड बदलकर 4,60,000 रु उड़ा दिए थे।
जानकारी मुताबिक पूर्व पार्षद रविंदर बत्रा के शोरूम पर काम करने वाला लड़का सौरभ एटीएम कार्ड लेकर पैसे निकलवाने डेराबस्सी यूको बैंक के एटीएम केबिन में गया। रविंदर के मुताबिक करीब 2:00 बजे सौरभ ने एटीएम केबिन से ₹10000 निकाले, उसके बाद दोबारा उसने ₹4000 निकाले। दूसरी ट्रांजैक्शन के दौरान दो लड़के एटीएम कैबिन में घुस आए। सौरभ ₹4000 गिनने लगा तो एक युवक ने मशीन से कार्ड निकाल कर सौरभ को थमाते हुए यह कार्ड बदल लिया। 10 मिनट में रविंद्र बत्रा के फोन पर उसके खाते से ₹40000 निकाले जाने का मैसेज आ गया। यह मोटी ट्रांजैक्शन स्वैप मशीन की मदद से निकाली गई थी जिसमें रकम नगद प्राप्त न होकर परिजात नामक एक अज्ञात फर्म के खाते में ट्रांसफर हो गई। 5 मिनट बाद डेराबस्सी शहर के सिंह अंपायर स्थित एसबीआई ब्रांच के एटीएम से ₹5000 नगद निकाल कर खाता खाली कर दिया गया। रविंद्र ने सौरभ से कार्ड चेक किया तो वह बदला हुआ मिला। तुरंत बैंक पहुंचकर इसकी शिकायत की और बाद में पुलिस में भी अपनी शिकायत दर्ज कराई। बैंक की स्टेटमेंट के मुताबिक ₹40000 परिजात नामक अज्ञात फर्म के खाते में ट्रांसफर हुई है।
शातिर स्वैप मशीनों से लैस, पुलिस पुराने ढर्रे पर
यहां अहम सवाल है कि कार्ड बदल कर ठगी का शिकार बनाने वाले शातिर युवक अरे महीने ऐसी कई वारदातें शहर में अंजाम दे रहे हैं सबसे व्यस्त एटीएम काउंटर के बाहर अंदर मंडराते देखा जा सकता है इनकी जेब में खासकर पीएनबी और एसबीआई के दर्जनों कार्ड मौजूद रहते हैं जो ग्राहक के कार्ड देखकर उनके अनुरूप बदल दिए जाते हैं। यह शातिर युवक अभी तक एटीएम कार्ड का पिन देखकर उससे नगद कैश निकलवाने का ही काम करते थे परंतु अब मोटा कैश निकालने के लिए ये शातिर अपने पास स्वैप मशीनें भी रखने लगे हैं। पुलिस छोटा-मोटा नशा, सट्टा व शराब आदि पर गाहे-बगाहे कार्रवाई करती है परंतु दिनदहाड़े सरेआम लोगों की गाढ़ी कमाई एक झटके में गटकने वाले शातिर युवकों के खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई न हुई है, न ही कोई पकड़ा गया।
एक महीने पहले इसी अंदाज से निकाले थे 4.60 लाख रु
इससे पहले 10 सितंबर को अमरीक सिंह पुत्र नंदलाल मकान नंबर 1139 शक्तिनगर, डेराबस्सी के खाते से 4 दिनों में 20 अलग-अलग ट्रांजैक्शन के जरिए 4,60,000 रुपए उड़ा लिए गए थे। इनमें स्वैप मशीन के जरिए चार ट्रांजैक्शन 75-75 हजार रुपए की शुक्ला जनरल स्टोर दिल्ली के खाते में हुई परंतु कार्ड बदलने वाले शातिर तो एक तरफ, पुलिस उक्त खाते का भी अभी तक पता नहीं लगा सकी है। अमरीक सिंह का आरोप है कि सिर्फ एफआईआर दर्ज की गई है जबकि दिल्ली की फर्म समेत एटीएम के सीसीटीवी कैमरों की मदद से एक भी आरोपी की धरपकड़ नहीं हुई है।
पुलिस जल्द चलाएगी मुहिम: एसएचओ
डेराबस्सी के थाना प्रभारी जसकंवल सिंह सेखों ने माना कि एटीएम बदलकर लोगों को ठगने के मामले जरुर बढ़ रहे हैं। हालांकि इन मामलों में साइबर सेल भी सहयोग कर रहा है परंतु लोगों के साथ साथ अब स्थानीय पुलिस को भी और चौकस रहना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि 4 लाख 60 हजार वाले मामले में अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है परंतु पुलिस की जांच जारी है। स्वैप मशीन के जरिए ही आज हुए दूसरे इंसिडेंट पर जसकंवल ने कहा कि वह जल्द ही एटीएम काउंटर पर अपने फर्जी ग्राहक भेजकर शातिरों पर नकेल कसेगी।