हुसैनपुर (समाज वीकली) (कौड़ा)-मोदी सरकार की देश मजदूर, किसान, कर्मचारी, नौजवान व मेहनतकश लोग विरोधी नीतियों के खिलाफ केंद्र की सभी ट्रेड़ यूनियनों ने एक दिवसीय विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया था। जिसका पूर्ण समर्थन करते हुए आरसीएफ बचाओ संघर्ष कमेटी ने दिनांक 18अगरत ,सूबह 7:00 बजे से लेकर 7:50 बजे तक रेडिका के बाबा साहिब श्री भीमराव अंम्बेदक चौंक में जबरदस्त नोरबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया
व संघर्ष कमेटी के वक्ताओं श्री उमाशंकर, श्री रंजीत सिंह व आरसीएफ बचाओ संघर्ष कमेटी के सचिव श्री सर्वजीत सिंह न ने एक सुर में सरकार की निजीकरण ,निगमीकरण विरोधी नीतियों की सख्त अलोचना करते हुए कहा कि मोदी सरकार ने करोना को अवसर समझ देश की सभी सरकारी कंपनियों को देशी विदेशी कंपनियों के हवाले करने की साज़िश की है।
इसी के चलते बीएसएनएल,एयरंइडिया,कोयला, बीपीसीएल,इंडियन ऑयल, शिक्षा, सेहत सेवाओं, खदान,भेल और रेलवे को निजी हाथों में सौंपने का फैसला कर लिया है, जिसका हम सब कर्मचारी पूर्णतया विरोध करते हैं ।
उन्होने कहा कि आज चारों तरफ भयंकर बेरोजगारी का आलम है , किसानों से उनकी फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य का हक छीना जा रहा है, कर्मचारियों पर प्रतिदिन नए – नए उल्टे सीधे कानून कभी 30-55 वर्ष या कभी और नियमों का हवाला ,और मजदूरों के नाममात्र के बचे खुचे श्रम कानूनों को अपने मन मुताबिक बनाकर उनसे 8 घंटे की बजाय 12-12 घंटे काम वो भी किसी न्यूनतम मजदूरी की गारंटी बिना लेने की कोशिश की जा रही है।
इनके चलते पूरे देश में किसान लगातार आंदोलन कर रहे हैं जिसका आर सीएफ बचाओ संघर्ष कमेटी पूर्णतया समर्थन करती है । पूरे पंजाब में मनीस्ट्रीयल स्टाफ द्वारा की गई ह्ड़ताल का भी आरसोएफ बचाओ संघर्ष कमेटी पुरजोर समर्थन करती है । वहीं रेलवे के निजीकरण विरोधी हस्ताक्षर अभियान का ना सिर्फ समर्थन करती है बल्कि इसके प्रचार प्रसार व लोगों को जागरुक करने के लिए लगातार हर तरीके से प्रयास करेगी व इस मुहिम को सफल बनाएगी ।
विरोध प्रदर्शन में मुख्य रूप में श्री मंजीत सिंह बाजवा, जगदीश सिंह, जीत सिंह, रंजीत सिंह, परमजीत सिंह खालसा, वेद प्रकाश, उमाशंकर, सुखबीर सिंह, एमके भटनागर, आरसी मीना, आदि शामिल थे। सभी ने उपस्थित कर्मचारियों का धन्यवाद करते हुए भविष्य में लड़े जाने वाले बड़े आंदोलन के लिए तैयार रहने की अपील की ।