हम देश भर में मेहनतकश लोगों के संघर्षों का पुरजोर समर्थन करते हैं- आर.सी.एफ बचाओ संघर्ष कमेटी
हुसैनपुर , 3 जुलाई (कौड़ा) (समाज वीकली) : देश की सभी केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के आवाहन पर आरसीएफ के कर्मचारियों ने आरसीएफ बचाओ संघर्ष कमेटी के बैनर तले भारत सरकार की मेहनतकश व देश विरोधी नीतियों के खिलाफ चल रहे देशव्यापी विरोध प्रदर्शनों में हिस्सा लिया। बाबा साहब डा भीमराव अंबेडकर चौक पर कर्मचारियों ने जोश भरपूर नारेबाजी कर देश के कोयला उद्योग, डिफेंस (असला फैक्ट्रियों), एलआईसी, बी.पी सी.एल, बी.एस.एन.एल, एयर इंडिया आदि के निजीकरण के खिलाफ चल रहे संघर्षो व देश मजदूरों, किसानों,नौजवानों आदि के संघर्षों से एकजुटता प्रकट की।
कर्मचारियों को संबोधित करते हुए साथी सर्वजीत सिंह ने कहा कि मोदी सरकार की पूंजीपति प्रसत व मेहनतकश लोग विरोधी नीतियों के कारण कोयला उद्योग के कर्मचारी बीते कल से 3 दिन की हड़ताल पर है। देश की ऑर्डिनेंस फैक्ट्रियों के कर्मचारी संगठनों ने कर्मचारियों से अनिश्चितकालीन हड़ताल के लिए सीक्रेट कर बेल्ट के माध्यम से उनकी राय ले ली है व देश के सभी मजदूर, किसान, मेहनतकश लोग एकजुट होकर देशव्यापी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और हम कंधे से कंधा मिलाकर उनके साथ हैं।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने बिबेक देबराय कमेटी की सिफारिशों पर आगे बढ़ते हुए पिछले वर्ष 18 जून को जारी 100 दिवसीय कार्य योजना पर अमल करना शुरू कर दिया है। यह सीधा-सीधा भारतीय रेलवे का निजीकरन है। उन्होंने कहा कि अर्जेंटीना,इंग्लैंड, जापान जैसे बहुत सारे देशों में रेलवे के निजीकरण का तजुर्बा फेल होने के बावजूद मोदी सरकार रेलवे की उत्पादन इकाइयों को निगमीकरण के नाम पर बड़े-बड़े पूंजीपतियों के सुपुर्द करने के लिए बजिद है और 109 रूटों पर लगभग 190 गाड़ियां निजी पूंजी पतियों के हवाले करने की तैयारी कर बैठी है जिसके खिलाफ हम पूरी ताकत से लड़ेंगे।
श्री मंजीत सिंह बाजवा व तालिब मोहम्मद ने कहा कि मोदी सरकार ने करोना संकट को अवसर समझ देश के कर्मचारियों,मजदूरों, किसानों, नौजवानों व मेहनतकश लोगों के खिलाफ जंग शुरू कर दी है जो उसे बहुत भारी पड़ेगी।श्री जसवंत सैनी ने कहा कि मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ एकजुट संघर्ष की बेहद जरूरत है उन्होंने कहा कि आरसीएफ बचाओ संघर्ष कमेटी जल्द ही संघर्ष की रूपरेखा लेकर आप सब लोगों के बीच आएगी।
उन्होंने सभी कर्मचारियों को संघर्ष में बढ़-चढ़कर भाग लेने की अपील की।विरोध प्रदर्शन में मुख्य रूप में दर्शन लाल अधयक्ष आई . आर .टी एस .ई., श्री जीत सिंह, रंजीत सिंह, राजवीर शर्मा, हरिदत्त, परमजीत सिंह खालसा, वेद प्रकाश, उमाशंकर, जयपाल सिंह फोगट, सुखबीर सिंह, दर्शन लाल, एमके भटनागर, आरसी मीना, अरविंद प्रसाद आदि शामिल थे।