जालंधर (समाज वीकली) अंबेडकर मिशन सोसायटी पंजाब (रजि.) के महासचिव बलदेव राज भारद्वाज ने एक प्रेस बयान जारी कर बताया कि अंबेडकर मिशन सोसायटी की कार्यकारी समिति की बैठक सोसायटी के अध्यक्ष श्री चरण दास संधू की अध्यक्षता में अंबेडकर भवन, डॉ. अंबेडकर मार्ग, जालंधर में हुई। इस बैठक में सोसायटी की गतिविधियों को लेकर कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये। 3 जनवरी 2025 को अपराह्न 3 बजे अंबेडकर भवन स्थित रमा बाई अंबेडकर मेमोरियल हॉल में भारत की प्रथम शिक्षिका माता सावित्री बाई फुले की जयंती को समर्पित एक सेमिनार आयोजित करने का भी निर्णय लिया गया। इस सेमिनार के मुख्य वक्ता डाॅ. सुनीता सावरकर, सहायक प्रोफेसर, इतिहास विभाग, डाॅ. बी. आर. अंबेडकर मराठवाड़ा विश्वविद्यालय, औरंगाबाद से होंगे, जो ‘अंबेडकरी आंदोलन में महिलाओं का योगदान’ विषय परअपना शोध पत्र प्रस्तुत करेंगे। डॉ. सावरकर ने अपनी तीन शोध पुस्तकों में महाराष्ट्र राज्य में समय-समय पर होने वाले सामाजिक आंदोलनों में आदिवासी, भील, पिछड़ा वर्ग, मराठा और अनुसूचित जाति की महिलाओं के उत्कृष्ट योगदान को बखूबी दर्ज किया है।
बलदेव भारद्वाज ने बताया कि बैठक की शुरुआत में श्री अमन चैन, निवासी गांव तल्हण (अब अमेरिका) जिनका 9 दिसंबर, 2024 को लंबी बीमारी के कारण सैक्रामेंटो, अमेरिका में निधन हो गया, को अंबेडकर मिशन सोसायटी, समता सैनिक दल (पंजाब इकाई) और अंबेडकर भवन ट्रस्ट की और से श्रद्धांजलि दी गयी और उनकी याद में दो मिनट का मौन रखा गया। श्री अमन चैन जी 1982 में प्रमुख अंबेडकरवादी, अंबेडकर भवन के संस्थापक ट्रस्टी और ‘भीम पत्रिका’ के संपादक श्री लाहौरी राम बाली जी के साथ जुड़े और 1992 तक ‘भीम पत्रिका’ के प्रबंधक रहे। 1990 के दशक में श्री अमन चैन अपने गांव तल्हन पंचायत के सरपंच भी थे और 1992 में वह अमेरिका चले गये। अमन चैन जी भारत में रहते हुए अंबेडकर मिशन सोसाइटी और अखिल भारतीय समता सैनिक दल के सक्रिय सदस्य रहे और हमेशा अंबेडकर भवन से जुड़े रहे। उनके देहांत से समाज, परिवार एवं अंबेडकर मिशन को अपूरणीय क्षति हुई है। इस अवसर पर सरब श्री डाॅ. जी. सी. कौल, प्रो. बलबीर, जसविंदर वरयाणा, परमिंदर सिंह खुतन और डाॅ. महेंद्र संधू मौजूद रहे।
बलदेव राज भारद्वाज
महासचिव
अंबेडकर मिशन सोसायटी पंजाब (रजि.)