नई पेंशन स्कीम के खिलाफ संघर्ष का कार्यक्रम जारी
रेलवे के निगमीकरण, निजीकरण, ठेकेदारी, आउटसोर्सिंग, श्रम कानूनों में बदलाव के खिलाफ संघर्ष की रणनीति की तैयार
कपूरथला (ਸਮਾਜ ਵੀਕਲੀ) (कौड़ा)- इंडियन रेलवे एम्पलाइज फेडरेशन आईआरएफ केंद्रीय कार्यकारिणी की मीटिंग जालंधर में संपन्न हुई इस मीटिंग को एआईसीसीटीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष, कामरेड शंकर एवं राष्ट्रीय महासचिव, कामरेड राजीव डिमरी ने संबोधित किया कामरेड शंकर ने मीटिंग को संबोधित करते हुए कहा की सरकार रेलवे में बड़े ढांचागत परिवर्तन कर रही है विवेक देवराय कमेटी की सिफारिशों ,केंद्रीय बजट के निर्णय एवं जो राष्ट्रीय मुद्रीकरण पाइप लाइन योजना लागू की जा रही है ।इससे रेलवे का 50% हिस्से का निजीकरण हो चुका है ।अगले 10 वर्षों में रेलवे नेटवर्क ,यात्री एवं माल गाड़ियां, रेलवे स्टेशन, उत्पादन इकाइयां वर्कशॉप सैड व अन्य जमीनी आदि 90% रेलवे निजी कंपनियों के हाथों में चली जाएगी रेलवे के निगमीकरण एवं निजी करण से देश व समाज के अलग-अलग हिस्से बुरी तरह प्रभावित होंगे यात्री सेवाएं एवं माल ढुलाई महंगी हो जाएगी। देश में महंगाई बढ़ जाएगी ।स्थाई रोजगार के अवसर कम हो जाएंगे ठेकेदारी प्रथा आउटसोर्सिंग बढ़ेगी ।
कामरेड राजीव डिमरी, महासचिव एआईसीसीटीयू ने कहा कि आज रेल कर्मचारियों के सामने बड़ी चुनौतियां खड़ी हो गई है उनके स्थाई रोजगार पर संकट मंडरा रहा है ऐसे समय में इंडियन रेलवे एम्पलाइज फेडरेशन की जिम्मेदारी और बढ़ गई है इसलिए आईआर ई एफ को अपने संगठन के ढांचे को पूर्ण रूप से मजबूत करते हुए बड़े आंदोलन के लिए तैयार होना होगा ।इंडियन रेलवे एम्पलाइज फेडरेशन आईआरएफ के राष्ट्रीय महासचिव सर्वजीत सिंह ने कहा की सरकार 12000 एवं 9000 हॉर्स पावर के विद्युत इंजनों व वंदे भारत ट्रेन सेट प्राइवेट कंपनियों से बनवाने के लिए टेंडर जारी कर रही है जबकि भारतीय रेल के पास 8 उत्पादन इकाइयों में लगभग 40000 कर्मचारियों एवं इंजीनियरों का कुशल कार्य बल एवं आधुनिक मशीनों से युक्त सिस्टम है जो विद्युत इंजनों समेत वंदे भारत ट्रेन सेट बनाने के लिए पूर्ण रूप से सक्षम है रेलवे की उत्पादन इकाइ इंटीग्रल कोच फैक्ट्री आईसीएफ चेन्नई में रेलवे वंदे भारत ट्रेन का उत्पादन कर रहा है 12000 ,9000 हॉर्स पावर के विद्युत इंजनों ,वंदे भारत ट्रेन के सैट का निर्माण का काम प्राइवेट कंपनियों को देना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। इंडियन रेलवे एम्पलाइज फेडरेशन इसको कतई स्वीकार नहीं करेगी ।सरकार की इस नीति के खिलाफ पूरी रेलवे में संघर्ष को तेज किया जाएगा।
इंडियन रेलवे एम्पलाइज फेडरेशन के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष एवं फ्रंट अगेंस्ट एनपीएस इन रेलवे राष्ट्रीय अध्यक्ष अमरीक सिंह ने कहा की पुरानी पेंशन बहाली एवं उत्पादन इकाई बचाओ, रेल बचाओ अभियान को और तेज करने के लिए 16 अप्रैल 2023 को सभी जोनल रेलवे एवं उत्पादन इकाइयों में संविधानिक यात्राएं निकाली जाएंगी 1 जून 2023 से 30 जून 2023 तक जम्मू कश्मीर से कन्याकुमारी तक पेंशन बहाली एवं रेल बचाओ रथ यात्रा निकालने का निर्णय लिया गया है 1 अगस्त 2023 से 9 अगस्त 2023 तक सांसदों की घंटी बजाओ पेंशन पाओ,रेल बचाओ अभियान चलाया जाएगा 1 अक्टूबर 2023 को दिल्ली के रामलीला मैदान में महारैली की जाएगी। इस मीटिंग को आई आर ई एफ के संगठन सचिव जुमेर दिन व वित्त सचिव नरसिंह कुमार ने भी संबोधित किया ।इस अवसर पर नॉर्दन रेलवे एम्पलाइज यूनियन के महासचिव किशन कुमार ,वित्त सचिव संजीव सक्सेना के अलावा उमेद सिंह रतन चंद चंद्रभान तरसेम कुमार किसानु भट्टाचार्य ,मनजीत सिंह रूपेश कुमार भरत राज हरदेव चौहान संदीप कुमार लखविंदर सिंह भी उपस्थित रहे।
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