धान उत्पादन में नुकसान का सर्वे कर राहत के लिये कदम उठाये जायें।

मुकुट सिंह

इटावा (समाज वीकली) किसान के प्रंातीय महामंत्री मुकुट सिंह ने माननीय मुख्यमंत्री को भेजे गये पत्र में जिले में धान की फसल में निकलने बाली बालियां सूखने के कारण धान की पैदावार में भारी कमी और किसानो को हुये अकूत नुकसान के मद्देनजर तत्काल प्रभावी सर्वे/जांच कराकर नुकसान का आंकलन कर किसानो को राहत दिलाने की मांग उठायी है। मंडलायुक्त कानपुर जिलाधिकारी और उप कृषि निदेशक को भी इस सम्ंबध में पत्र भेजे गये।
किसान नेता ने आगे कहा कि धान की किस्म 1718 (बाॅसमती) में सर्वाधिक नुकसान तहसील सदर, ताखा, भरथना में देखा जा रहा है। इसका प्रभाव जिलेभर में हो सकता है, क्राप कटिंग के समय भी नुकसान का आंकलन किया जाना चाहिए। सर्वे और जांच में देरी होने से रवी की फसल बुआई हेतु किसान धान काट लेंगे फिर किसान राहत से वंचित रह जायेगें।
मुकुट सिंह ने सभी प्रभावित किसानो से अनुरोध किया है कि वह तुरंत केसीसी ऋणदाता बैंक, लिये गये ऋण, खाद, बीज, वाली सहकारी समितियों एवं संघो तथा खाद, बीज खरीदी गयी अन्य एजेंसियों को लिखित प्रार्थना पत्र देकर जांच कराकर मुआवजा देने की मांग करें।
मुकुट सिंह ने बताया कि उपकृषि निदेशक द्वारा भेजी गयी टीम ने मुझ सहित किसान सभा के अन्य नेताओ के साथ उनवा संतोषपुर, नगला बरी, ईश्वरपुर आदि गांवो का दौरा किया। जिसमें धान की फसल में बालियां सूखने के कारण भारी नुकसान पाया गया।

Previous articleਪਿੰਡ ਭਰੋਮਜਾਰਾ ਤੋਂ ਸੁਰਿੰਦਰਪਾਲ ਸੁੰਡਾ ਸਰਪੰਚ ਚੁਣੇ ਗਏ
Next articleਸਹੁੰ ਚੁੱਕ ਸਮਾਗਮ ਤੋਂ ਪਹਿਲਾਂ ਕਾਂਗਰਸ ਦਾ ਵੱਡਾ ਫੈਸਲਾ, ਉਮਰ ਅਬਦੁੱਲਾ ਦੀ ਸਰਕਾਰ ‘ਚ ਸ਼ਾਮਲ ਨਹੀਂ ਹੋਣਗੇ