किशन पटनायक के स्मृति दिवस पर सोशलिस्टों ने लिया मोदी सरकार को उखाड़ फेंकने का संकल्प ।

समाज वीकली

देश के बड़े समाजवादी चिंतक रहे किशन पटनायक के 20 वे स्मृति दिवस पर सोशलिस्ट पार्टी (इंडिया) कानपुर के श्रद्धांजलि कार्यक्रम में विकल्पहीन नहीं है दुनिया विषय पर चर्चा हुई.  कानपुर के विभिन्न क्षेत्रों से जुटे समाजवादियों ने एक बार फिर पूरी ताकत से समतामूलक समाज के निर्माण का संकल्प दोहराया. ‘वर्तमान परिस्थिति में किशन जी के विचार’ विषय पर आयोजित संगोष्ठी में वक्ताओं ने समता समाज के बिछड़े साथियों को एक मंच पर लाने का प्रस्ताव रखा. कार्यक्रम का आयोजन सोशलिस्ट पार्टी (इंडिया) एवं साँझा विचार मंच के संयुक्त तत्वाधान हुआ। वक्ताओं ने कहा कि पटनायक के विचारों से प्रेरित होकर हजारों लोग संगठन से जुड़े थे, वे सभी आज छटपटाहट में हैं. सभी चाहते हैं कि. देश मे बढ़ रही अमीरी-गरीबी की खाई को मिटाया जाए, और एक समतामूलक समाज का निर्माण किया जाये ।

इस अवसर पर वरिष्ठ सोशलिस्ट एवं पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सक्सेना ने कहा यह महात्मा गांधी, राम मनोहर लोहिया, जयप्रकाश नारायण और किशन पटनायक का देश है. और आज फिर से जरूरत है कि पटनायक के सपनों का भारत बने, जहां सामाजिक न्याय, स्वतंत्रता, सांप्रदायिक सदभाव, समतामूलक समाज का निर्माण हो ।
किशन पटनायक के साथ संगठन में काम कर चुके डा के के त्रिपाठी और सुरजीत सिंह उनके साथ बिताए पलों को याद किया एवं संस्मरणों को साझा किया ।
पार्टी के जिलाध्यक्ष  केएम यादव ने लोकतंत्र, संविधान एवं संवैधानिक संस्थाओं को बचाने के लिए समाजवादियों से आगे आने का आह्वान किया ।
कार्यक्रम का संचालन महामंत्री राज कुमार अग्निहोत्री ने संचालन किया।  वक्ताओं में सुरजीत सिंह, रानी, पप्पू बदरे, राजा सिंह, राम मोहन पाठक, अजीत खोटे, मीनाक्षी मार्टिन, नागेंद्र राव, रामजी त्रिपाठी, सीमा, अशोक, कौशल कुमार और अन्य शामिल थे।
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