भंते डॉ. चंद्रकीर्ति पीएचडी सहायक प्रोफेसर होंगे मुख्य अतिथि
जालंधर (समाज वीकली)- अंबेडकर मिशन सोसाइटी पंजाब (रजि.) के अध्यक्ष सोहन लाल सेवा मुक्त डीपीआई (कॉलेज) और महासचिव बलदेव राज भारद्वाज ने संयुक्त प्रेस बयान में कहा कि अंबेडकर भवन जालंधर में सोसायटी की कार्यकारिणी की बैठक अध्यक्ष सोहन लाल की अध्यक्षता में आयोजित की गयी । उन्होंने कहा कि 13 अक्टूबर 1935 को येओला (महाराष्ट्र) में बाबासाहेब डॉ.अंबेडकर ने सार्वजनिक रूप से घोषित किया, “मैं एक हिंदू पैदा हुआ था क्योंकि मेरा उस पर कोई नियंत्रण नहीं था, लेकिन मैं हिंदू नहीं मरूंगा।” 14 अक्टूबर 1956 को, जब उन्होंने नागपुर में एक भव्य समारोह में बौद्ध धर्म अपना लिया, तो अंबेडकर ने कहा: “अपने प्राचीन धर्म को छोड़ कर, जो असमानता और उत्पीड़न के लिए खड़ा था, आज मेरा पुनर्जन्म हुआ है।” उन्होंने अपने लाखों अनुयायियों को बुद्ध धम्म दीक्षा दी और 22 प्रतिज्ञाएं भी ग्रहण कराईं। इस दिन को हर साल अंबेडकर मिशन सोसाइटी द्वारा धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस के रूप में मनाया जाता है। बैठक में इस बार भी 14 अक्टूबर 2022 (शुक्रवार) को धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस पर अंबेडकर भवन में बड़ी धूमधाम से डॉ. अंबेडकर मार्ग, जालंधर में सर्वसम्मति से उत्सव मनाने का निर्णय लिया गया। उन्होंने आगे कहा कि इस बार डॉ. चंद्रकीर्ति पीएचडी, सहायक प्रोफेसर, सुभारती विश्वविद्यालय मेरठ (यूपी) धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस समारोह के मुख्य अतिथि होंगे और हरबंस विरदी (यूके) विशेष अतिथि होंगे। प्रख्यात अंबेडकरी, लेखक, विचारक और संपादक भीम पत्रिका श्री लाहौरी राम बाली कार्यक्रम के मुख्य वक्ता होंगे। इनके अलावा डॉ. जीसी कौल पीएचडी, पूर्व प्रमुख, पंजाबी विभाग, डीएवी कॉलेज जालंधर, मैडम सुदेश कल्याण, पूर्व प्रोग्राम एग्जीक्यूटिव, दूरदर्शन, जालंधर और जसविंदर वरियाना, राज्य अध्यक्ष, अखिल भारतीय समता सैनिक दल (रजि) पंजाब इकाई भी अपने विचार प्रस्तुत करेंगे। मिशनरी गायक जगतार वरयाणवी और पार्टी द्वारा मिशनरी गीत प्रस्तुत किए जाएंगे। इस अवसर पर लाहौरी राम बाली, बलदेव राज भारद्वाज, डॉ. रविकांत पाल, एडवोकेट कुलदीप भट्टी, एडवोकेट परमिंदर सिंह खुतन, चरण दास संधू, पिशोरी लाल संधू और मैडम सुदेश कल्याण उपस्थित थे।
बलदेव राज भारद्वाज
महासचिव
अंबेडकर मिशन सोसाइटी पंजाब (रजि.)