हुसैनपुर , 6 अगस्त (कौड़ा) (समाज वीकली) – गत माह जुलाई रेल कोच फैक्ट्री कपूरथला के लिए उपलब्धियों भरा रहा I जहाँ इस महीने आर. सी. एफ. ने 151 एलएचबी डिब्बों का रिकार्ड निर्माण किया।वहीं डिब्बों का उत्पादन बढ़ाने के लिए बेहद कम लागत वाली जिग्ग का आर सी एफ् ने ही निर्माण किया।
जिससे प्रतिदिन 7 से 8 डिब्बों का निर्माण संभव हो सकेगा I निर्माण क्षमता को बढ़ाने के लिए जहाँ अनेक नीतिगत परिवर्तन किये जा रहे हैं वहीँ रेल डिब्बों के विकास में भी कई कदम उठाए जा रहे हैं इसी के तहत रेल कोच फैक्ट्री द्वारा कम वजन वाले एल एच बी डिब्बों के निर्माण के लिए डिजाईन तैयार किये जा रहे हैं I
विभिन्न एल एच बी डिब्बों का वज़न 46 टन के करीब होता है I अब इन का वज़न कम करने के लिए कोच की शैल, फर्निशिंग और इलेक्ट्रिकल फिटिंग्स में कई डिजाईन सुधार किये जा रहे हैं I इन डिजाईन सुधारों से ऐ सी फर्स्ट क्लास, ऐ सी 2 टियर, ऐ सी 3 टियर, स्लीपर डिब्बे और जनरल डिब्बों में तक़रीबन 7 क्विंटल से 1.5 टन्न वज़न की कटौती होगीI
एयर कंडिशन्ड एल एच बी डिब्बों की सीट और बर्थ में व्यापक बदलाव किये जाएँगे जिससे ऐ सी फर्स्ट, ऐ सी 2 टियर और ऐ सी 3 टियर में क्रमश: 3 क्विंटल, 6 क्विंटल और 6.7 क्विंटल वज़न की कमी होगी I इसके इलावा इन डिब्बों के ऐ सी पैकेज यूनिट के मैटीरीअल में बदलाव लाकर 3 क्विंटल वज़न कम किया जाएगा I
स्लीपर और जनरल डिब्बों में पार्टीशन फ्रेम की जगह हलके हनी कॉम्ब पार्टीशन फ्रेम लगाने का प्रावधान है जिससे इन डिब्बों के वज़न में भारी कमी आएगी I इसके इलावा विभिन प्रकार के डिब्बों में बायो टैंक, ट्रांसफार्मर, स्विचबोर्ड कैबनेट इत्यादि उपकरणों के जरिये वज़न में कटौती का प्रावधान है I
आर. सी. एफ. ने इस वर्ष से उच्च क्षमता वाली पार्सल वैन का निर्माण व्यापक स्तर पर प्रारम्भ किया है I यह डिब्बे सभी लम्बी दुरी की गाड़ियों में लगे जा रहे हैं जिससे सामान की आपूर्ति में तेज़ी संभव हो I स्टेनलेस स्टील से बने इन डिब्बों की सामान वहन क्षमता 24 टन है I इन डिब्बों के लगेज़ रैक, पैनल और फ्लोरिंग आदि के सामान में तबदीली लाकर लगभग 1.5 टन वज़न कम किया जाएगा इस कटौती से इन पार्सल वैनो की सामान वहन क्षमता और बढ़ेगी I
यह ध्यान योग्य है कि विश्व में चल रहे रेल डिब्बों में एल एच बी प्रकार के डिब्बे सब से हल्के डिब्बों में से एक है I रेल कोच फैक्ट्री द्वारा कम वजन वाले एल एच बी डिब्बों के निर्माण से न सिर्फ इन डिब्बों को खींचने की लागत में कमी आएगी बल्कि हल्के डिब्बे रेक में लगने से ट्रेनों में कोचों की संख्या भी बढ़ाई जा सकती है I इसके इलावा डिब्बों की कुशलता में भी सुधार होगा तथा इनकी इंटीरियर लुक की खूबसूरती में भी बढ़ौतरी होगी और वहीँ भारतीय रेल द्वारा रेल गाड़ियों की गति बढ़ाने के लक्ष्य की प्राप्ति संभव होगी I